लखनऊ में आक्रोश: बांग्लादेशी हिंदुओं के समर्थन में मुस्लिम समाज ने फूंका मोहम्मद यूनुस का पुतला
लखनऊ में मुस्लिम समुदाय ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में भाजपा कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हाथों में तख्तियां लेकर बांग्लादेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
लखनऊ : लखनऊ के हजरतगंज क्षेत्र में स्थित भारतीय जनता पार्टी कार्यालय के बाहर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने एकत्रित होकर बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे हमलों के खिलाफ अपना कड़ा विरोध दर्ज कराया।
प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस को इन हिंसात्मक घटनाओं के लिए जिम्मेदार ठहराया और उनका पुतला जलाकर अपनी नाराजगी जाहिर की। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा ताकि शांति व्यवस्था बनी रहे।
बांग्लादेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी
प्रदर्शन के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हाथों में तख्तियां लेकर बांग्लादेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पड़ोसी देश में हिंदुओं के घरों को जलाया जा रहा है और उनकी हत्याएं की जा रही हैं, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता।
उन्होंने 'मोहम्मद यूनुस मुर्दाबाद' और 'हिंदुओं पर अत्याचार बंद करो' जैसे नारे लगाए।
भाजपा कार्यालय के सामने प्रदर्शन का उद्देश्य
प्रदर्शनकारियों ने भाजपा कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की अपील की। उनका कहना था कि भारत सरकार को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दबाव बनाना चाहिए ताकि बांग्लादेश में रह रहे हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
प्रदर्शन में शामिल लोगों ने कहा कि हम भारतीय मुसलमान अपने हिंदू भाइयों के साथ खड़े हैं और इस जुल्म के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे।
मोहम्मद यूनुस का फूंका गया पुतला
प्रदर्शन के मुख्य केंद्र में बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस रहे। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि यूनुस के नेतृत्व में कट्टरपंथी ताकतें बेलगाम हो गई हैं और हिंदुओं को चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है।
इसी आक्रोश में उन्होंने मोहम्मद यूनुस का पुतला आग के हवाले कर दिया और सांकेतिक रूप से अपना विरोध दर्ज कराया।
हिंदुओं की सुरक्षा के लिए सामूहिक मांग
प्रदर्शन के अंत में समुदाय के प्रतिनिधियों ने स्पष्ट किया कि मानवाधिकारों का हनन दुनिया के किसी भी कोने में हो, वे उसके खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में मंदिरों पर हमले और मासूमों की हत्याएं मानवता के खिलाफ अपराध हैं।
लखनऊ की सड़कों पर उतरे इन लोगों ने मांग की कि संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं तुरंत इस मामले का संज्ञान लें और हिंसा को रोकने के लिए कड़े कदम उठाएं।