मुजफ्फरनगर पोस्टर वॉर: 'आई लव मोहम्मद' के जवाब में लगे 'आई लव महादेव' के होर्डिंग! 'महादेव यात्रा' निकालने का ऐलान

आई लव मोहम्मद' के जवाब में यूपी के मुजफ्फरनगर में 'आई लव महादेव' के होर्डिंग; हिंदू संगठन ने राष्ट्र और हिंदुत्व के सम्मान में 6 अक्टूबर को 'हिंदू एकता यात्रा' निकालने का किया ऐलान।

Updated On 2025-09-26 16:10:00 IST

आई लव मोहम्मद' के जवाब में यूपी के मुजफ्फरनगर में 'आई लव महादेव' के होर्डिंग।


मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश में इन दिनों धार्मिक पहचान और सम्मान को लेकर एक नया 'पोस्टर वॉर' शुरू हो गया है। मुस्लिम वर्ग के युवाओं द्वारा सोशल मीडिया और सार्वजनिक प्रदर्शनों में चलाई जा रही 'आई लव मोहम्मद' की मुहिम के ठीक जवाब में, अब हिंदू संगठनों ने 'आई लव महादेव' के नारे को बुलंद करना शुरू कर दिया है। इस कड़ी में, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के संवेदनशील शहर मुजफ्फरनगर में 'राष्ट्रीय हिंदू शक्ति संगठन' ने शहर के कई प्रमुख स्थानों पर 'आई लव महादेव' लिखे बड़े-बड़े होर्डिंग लगवा दिए हैं। संगठन ने स्पष्ट किया है कि उनका यह कदम 'राष्ट्र और हिंदुत्व के सम्मान' में उठाया गया है, और जल्द ही एक विशाल 'हिंदू एकता यात्रा' (महादेव यात्रा) भी निकाली जाएगी।

'आई लव मोहम्मद' मुहिम की पृष्ठभूमि

विवाद की जड़ बनी 'आई लव मोहम्मद' मुहिम की शुरुआत उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर से हुई थी, जहाँ ईद मिलाद-उन-नबी के मौके पर इस नारे के साथ बैनर और गेट लगाए गए थे। इस पर पुलिस कार्रवाई और एफआईआर दर्ज होने के बाद, यह विरोध प्रदर्शन और 'पोस्टरिंग' की मुहिम पूरे प्रदेश और देश के कई हिस्सों, जैसे बागपत, सहारनपुर, उत्तराखंड, तेलंगाना और महाराष्ट्र तक फैल गई। विभिन्न जिलों में 'आई लव मोहम्मद' लिखे पोस्टर लेकर जुलूस निकाले गए, जिससे कई स्थानों पर तनाव की स्थिति बनी। सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद का भी इस विषय पर बयान आया था, जिसने मामले को और तूल दिया।

'आई लव महादेव' के साथ जवाबी कार्रवाई

मुजफ्फरनगर में राष्ट्रीय हिंदू शक्ति संगठन ने इन घटनाक्रमों का संज्ञान लेते हुए एक व्यापक जवाबी मुहिम छेड़ने का फैसला किया। संगठन के राष्ट्रीय संयोजक संजय अरोड़ा के कैंप कार्यालय मुहल्ला अबुपुरा में एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में निर्णय लिया गया कि न केवल मुजफ्फरनगर शहर और जिले में, बल्कि देशभर के 23 राज्यों में संगठन के पदाधिकारी 'आई लव महादेव' के होर्डिंग लगवाएंगे। यह फैसला सीधे तौर पर 'आई लव मोहम्मद' की मुहिम का प्रतिकार माना जा रहा है, जिसका उद्देश्य धार्मिक संतुलन को पुनर्स्थापित करना है।

संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि यह प्रयास राष्ट्र और हिंदुत्व के गौरव को बढ़ाने के लिए किया गया है। वे मानते हैं कि जिस तरह से एक वर्ग विशेष द्वारा अपनी आस्था का प्रदर्शन किया जा रहा है, उसी तरह हिंदू समाज को भी एकजुट होकर अपनी आस्था के प्रतीक महादेव के प्रति प्रेम व्यक्त करने का अधिकार और आवश्यकता है।

6 अक्टूबर को 'हिंदू एकता यात्रा' का ऐलान

'राष्ट्रीय हिंदू शक्ति संगठन' ने अपने इस अभियान को केवल होर्डिंग तक सीमित नहीं रखा है। राष्ट्रीय संयोजक संजय अरोड़ा ने ऐलान किया है कि आगामी 6 अक्टूबर को मुजफ्फरनगर में एक विशाल 'हिंदू एकता यात्रा' (महादेव यात्रा) का आयोजन किया जाएगा। यह यात्रा नगर पालिका (टाउन हॉल) प्रांगण से शुरू होगी।

संजय अरोड़ा ने अपने इस कदम के पीछे का मकसद स्पष्ट करते हुए कहा, "राष्ट्र और हिंदुत्व के सम्मान में ही होर्डिंग लगवाने और हिंदू एकता यात्रा निकालने का निर्णय लिया है। वर्तमान परिस्थिति में समस्त हिंदुओं को एकजुट होने की आवश्यकता है, जाति-बिरादरी में बंटने से बचना है।" उनका यह बयान हिंदू समाज में एकता बनाए रखने और विभाजनकारी ताकतों से बचने की अपील के तौर पर देखा जा रहा है।

यह 'पोस्टर वॉर' उत्तर प्रदेश में धार्मिक भावनाओं के प्रदर्शन और उससे उत्पन्न होने वाले सामाजिक-राजनीतिक तनाव को दर्शाता है, जहाँ एक समुदाय की मुहिम का जवाब तुरंत दूसरे समुदाय की ओर से दिया जा रहा है। स्थानीय प्रशासन इन गतिविधियों पर कड़ी नजर रखे हुए है ताकि जिले में कानून-व्यवस्था की स्थिति न बिगड़े।

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