योगी सरकार का बुजुर्गों को बड़ा तोहफा: पेंशन के लिए नहीं जाना पड़ेगा दफ्तर, घर बैठे मिलेगी 'लाइफ सर्टिफिकेट' की सुविधा
समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने घोषणा की कि जल्द ही पेंशन सीधे लाभार्थियों के खातों में जमा होगी, जिससे उन्हें सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।
अब वरिष्ठ नागरिकों को पेंशन लेने के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। सरकार ने पेंशन को सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में जमा करने की योजना तैयार कर ली है।
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों को अब पेंशन से जुड़ी मुश्किलों से छुटकारा मिलने वाला है। समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस समारोह में घोषणा की कि राज्य सरकार पेंशन वितरण प्रक्रिया में एक बड़ा और क्रांतिकारी बदलाव लाने जा रही है। इसका सीधा मकसद बुजुर्गों के जीवन को आसान और सम्मानजनक बनाना है।
पेंशन ऑटोमेटिक क्रेडिट: सीधे खाते में आएगी रकम
अब वरिष्ठ नागरिकों को पेंशन लेने के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। सरकार ने पेंशन को सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में जमा करने की योजना तैयार कर ली है। सरकार के पास पहले से ही उनके आधार कार्ड और बैंक खाते का पूरा विवरण मौजूद है। योगी कैबिनेट से मंजूरी मिलते ही, पेंशन बिना किसी औपचारिकता के, खुद-ब-खुद खाते में जमा हो जाएगी। यह कदम बुजुर्गों की लंबी कतारों और कागजी कार्रवाई की परेशानी को खत्म कर देगा।
'जीवन प्रमाण' पोर्टल: स्मार्टफोन से होगी घर बैठे हाजिरी
जीवित होने का प्रमाण पत्र जमा करने की जटिल प्रक्रिया को भी खत्म किया जा रहा है। नवंबर 2025 से, वृद्धजन 'जीवन प्रमाण' नामक नए पोर्टल का उपयोग करके यह काम कर सकेंगे। वे अपने स्मार्ट फोन की मदद से घर बैठे ही अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकते हैं। जो लोग डिजिटल रूप से सक्षम नहीं हैं, वे नजदीकी जनसुविधा केंद्र (CSC) जाकर भी इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। मंत्री ने विश्वास जताया कि इस डिजिटल पहल से हजारों बुजुर्गों को बड़ी राहत मिलेगी।
आधुनिक होंगे वृद्धाश्रम, निजी भागीदारी का आह्वान
समाज कल्याण विभाग राज्य के 75 वृद्धाश्रमों का नए सिरे से अनुबंध करने जा रहा है। मंत्री असीम अरुण ने समाज और संगठनों से इन वृद्धाश्रमों के संचालन में भागीदारी करने के लिए आगे आने का आग्रह किया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वृद्धाश्रम में रहना कोई सामाजिक कलंक नहीं है और इसे सकारात्मक नजरिए से देखा जाना चाहिए। यह नवीनीकरण प्रयास वृद्धाश्रमों में बेहतर सुविधाएं और देखभाल सुनिश्चित करेगा।
भविष्य के लिए योजना 30 साल आगे की तैयारी
मंत्री असीम अरुण ने देश के भविष्य को लेकर एक महत्वपूर्ण दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि भारत युवाओं का देश है और उन्हें शिक्षित करने पर जोर देना होगा, लेकिन इसके साथ ही हमें आगामी 25 से 30 वर्षों की योजना भी बनानी होगी। उन्होंने आगाह किया कि तीन दशक बाद भारत में जापान की तरह वृद्धजनों की संख्या काफी बढ़ जाएगी। इसलिए, सरकार को युवाओं के विकास के साथ-साथ बढ़ती बुजुर्ग आबादी की देखभाल, सुविधाओं और सामाजिक सुरक्षा के लिए अभी से योजनाबद्ध तरीके से काम करना होगा।
अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर संकल्प
ये सभी महत्वपूर्ण घोषणाएँ गोमती नगर स्थित भागीदार भवन में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस समारोह के दौरान की गईं। इस कार्यक्रम का आयोजन समाज कल्याण विभाग और हेल्पएज इंडिया ने मिलकर किया था। इन फैसलों के माध्यम से यूपी सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों के प्रति अपनी संवेदनशीलता और उनके जीवन को सरल बनाने की प्रतिबद्धता को दोहराया है।