मतदाता पुनरीक्षण: सीएम योगी ने गोरखपुर में भरा SIR फॉर्म, बोले- हर पात्र का नाम जुड़े
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण (SIR) अभियान के तहत फॉर्म भरकर पहल की।
मुख्यमंत्री ने गोरखपुर शहर विधानसभा क्षेत्र के एक मतदाता के रूप में यह फॉर्म भरा।
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित अपने आवास पर मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण अभियान के तहत फॉर्म भरकर एक सजग मतदाता की भूमिका निभाई। मुख्यमंत्री ने गोरखपुर शहर विधानसभा क्षेत्र के एक मतदाता के रूप में यह फॉर्म भरा।
इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से मतदाता सूची को शुद्ध करने के लिए चलाए जा रहे इस अभियान की प्रगति के बारे में जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री गोरखपुर शहर विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या 223 पर मतदान करते हैं।
मतदाता सूची को शुद्ध करने का संदेश
मुख्यमंत्री ने अपना फॉर्म भरकर प्रदेश भर के मतदाताओं को यह संदेश दिया है कि वे भी इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लें। यह अभियान आगामी चुनावों के लिए मतदाता सूची को त्रुटिहीन और अपडेटेड बनाने के लिए चलाया जा रहा है।
इस प्रक्रिया के माध्यम से नए योग्य मतदाताओं के नाम जोड़े जाएंगे, डुप्लीकेट नाम हटाए जाएंगे और पते या अन्य विवरणों में हुई गलतियों को सुधारा जाएगा। अभियान एक निर्धारित समय सीमा तक चलेगा, जिसमें आम जनता से सूची में सुधार के लिए आवेदन मांगे जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी पात्र नागरिक मतदान के अधिकार से वंचित न रहे।
अभियान की समय सीमा और महत्व
यह विशेष पुनरीक्षण अभियान पूरे प्रदेश में चलाया जा रहा है और इसका महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि इसका सीधा असर मतदाता जागरूकता और मतदान प्रतिशत पर पड़ता है। मतदाता सूची पुनरीक्षण की प्रक्रिया 4 नवंबर से शुरू होकर 4 दिसंबर तक गणना प्रपत्रों के वितरण और संकलन के साथ चलेगी।
इसके बाद 9 दिसंबर को आलेख्य मतदाता सूची का प्रकाशन होगा, जिस पर 8 जनवरी 2026 तक दावे और आपत्तियां दाखिल की जा सकेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अभियान में नागरिकों को नए मतदाता बनने, नाम स्थानांतरित करने या सुधार करने के लिए आवेदन करने का अवसर मिलता है, जिससे आगामी चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से संपन्न हो सकें।
फॉर्म भरने के दौरान मौजूद अधिकारी और प्रक्रिया
मुख्यमंत्री द्वारा फॉर्म भरने के दौरान निर्वाचन आयोग से संबंधित अधिकारी और अन्य प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने उनसे पूछा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि मतदाता सूची से कोई भी पात्र व्यक्ति छूटे नहीं और अपात्र लोगों के नाम हटाए जाएं।
SIR प्रक्रिया में फॉर्म-6 (नया नाम जोड़ने के लिए), फॉर्म-7 (नाम हटाने के लिए), और फॉर्म-8 (सुधार या स्थानांतरण के लिए) जैसे विभिन्न प्रपत्रों का उपयोग किया जाता है। मुख्यमंत्री का यह कदम स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन के तहत गणना प्रपत्रों के संकलन की प्रक्रिया का एक हिस्सा है, जो बताता है कि शीर्ष स्तर पर भी इस राष्ट्रीय कार्य को गंभीरता से लिया जा रहा है।