योगी का छात्रों को दिवाली गिफ्ट: 5 लाख छात्रों को 297 करोड़ की छात्रवृत्ति, सीएम ने कहा- पहले चयन प्रक्रिया में होता था भेदभाव
सीएम योगी ने कहा कि पहले छात्रवृत्ति चयन प्रक्रिया में भेदभाव होता था और 2016-17 में तो अनुसूचित जाति/जनजाति के छात्रों की छात्रवृत्ति भी हड़प ली गई थी। अब 62 लाख से अधिक छात्रों को पारदर्शी तरीके से छात्रवृत्ति मिल रही है।
सीएम योगी ने कहा कि सरकार 'ई-गवर्नेंस से ईजी-गवर्नेंस' की दिशा में आगे बढ़ रही है।
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछड़ा वर्ग के लाखों छात्र-छात्राओं को बड़ा तोहफा दिया है। लोकभवन में आयोजित एक समारोह में उन्होंने डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से करीब पांच लाख विद्यार्थियों के खातों में 297 करोड़ की छात्रवृत्ति राशि ट्रांसफर की। यह पहली बार है जब वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए छात्रवृत्ति वितरण की शुरुआत इतनी जल्दी, यानी सितंबर माह में ही कर दी गई है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पिछली सरकारों पर निशाना साधा और बताया कि कैसे नई व्यवस्था से चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता आई है और छात्रों का हित सुनिश्चित हुआ है।
डीबीटी से 297 करोड़ का वितरण और बदली हुई व्यवस्था
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में डिजिटल माध्यम से छात्रवृत्ति भेजकर यह सुनिश्चित किया कि पैसा सीधे जरूरतमंद विद्यार्थियों तक पहुँचे। उन्होंने कहा कि सरकार 'ई-गवर्नेंस से ईजी-गवर्नेंस' की दिशा में आगे बढ़ रही है, जिसके तहत छात्रों को छात्रवृत्ति के लिए कहीं भटकना नहीं पड़ता। इस वितरण के पहले चरण में कक्षा 9 से 12 तक के लगभग 2.5 लाख ओबीसी छात्रों को पहले ही 62.13 करोड़ दिए जा चुके थे। शुक्रवार को दूसरे चरण में 4.83 लाख से अधिक छात्रों के खातों में 126.68 करोड़ रुपये भेजे गए, जिससे कुल वितरित राशि 297 करोड़ हो गई।
पिछली सरकारों पर हमला-भेदभाव और छात्रवृत्ति हड़पने का आरोप
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में पिछली सरकारों की चयन प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पहले छात्रवृत्ति के लिए छात्रों के चयन में खुलेआम भेदभाव किया जाता था, जिससे योग्य और गरीब विद्यार्थी लाभ से वंचित रह जाते थे। उन्होंने विशेष रूप से जिक्र किया कि वर्ष 2016-17 में तो अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्रों की छात्रवृत्ति की राशि को ही हड़प लिया गया था। सीएम योगी ने स्पष्ट किया कि वर्तमान सरकार ने इस व्यवस्था को पूरी तरह से बदल दिया है। अब, बिना किसी भेदभाव के, प्रदेश के 62 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को नियमानुसार छात्रवृत्ति का लाभ मिल रहा है, जो पारदर्शिता और न्याय पर आधारित शासन का प्रमाण है।
शिक्षा पर जोर: 'पढ़ाई से बदलेगा पूरा समाज'
छात्रवृत्ति वितरण समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने पिछड़े वर्ग, विशेष रूप से अनुसूचित जाति और जनजाति के विद्यार्थियों को शिक्षा के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने सभी छात्रों से स्कूल जाने और मन लगाकर पढ़ाई करने की अपील की।