उत्तर प्रदेश की सियासत में 'दीपोत्सव' का सन्नाटा: दोनो डिप्टी सीएम और राज्यपाल की अनुपस्थिति से गरमाया माहौल

दोनों डिप्टी सीएम और राज्यपाल की अनुपस्थिति ने भाजपा के भीतर की अंदरूनी कलह और सरकार के शीर्ष नेतृत्व में असंतोष की अटकलों को हवा दे दी है।

Updated On 2025-10-20 07:14:00 IST

अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा है कि भाजपा सरकार में अब डबल इंजन की जगह "इंजन के डिब्बे टकरा रहे हैं।"

अयोध्या: दीपोत्सव 2025 कार्यक्रम उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बड़ा घटनाक्रम लेकर आया है। जहां एक ओर लाखों दीयों ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर विश्व पटल पर प्रदेश की छटा बिखेरी, वहीं प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक की अनुपस्थिति ने सियासी पारा गरम कर दिया। सूत्रों के अनुसार, दोनों डिप्टी सीएम ने सरकारी विज्ञापनों में अपने नाम या फोटो शामिल न होने को अपमान मानते हुए ऐन वक्त पर अपना दौरा रद्द कर दिया। इतना ही नहीं, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का भी कार्यक्रम निरस्त हो गया, हालांकि इसके पीछे स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया गया। इस सामूहिक अनुपस्थिति ने न सिर्फ विपक्ष को सरकार पर तंज कसने का मौका दिया है, बल्कि भाजपा के भीतर सब कुछ ठीक न होने की अटकलों को भी बल दिया है।

विज्ञापन विवाद से शुरू हुआ सियासी ड्रामा

उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित दीपोत्सव कार्यक्रम को लेकर छपे सरकारी विज्ञापनों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीरों के साथ पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह और कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के नाम और फोटो तो थे, लेकिन दोनों उप मुख्यमंत्रियों— केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक— का कोई उल्लेख नहीं था। सूत्रों की मानें तो दोनों डिप्टी सीएम ने इसे अपने पद का अपमान माना और इसी कारण अयोध्या जाने का अपना पूर्व-निर्धारित दौरा रद्द कर दिया। दोनों नेताओं के कार्यालयों से अपरिहार्य कारणों का हवाला देते हुए कार्यक्रम निरस्त करने की सूचना प्रशासन को दी गई। दीपोत्सव जैसे प्रतिष्ठित सरकारी आयोजन में इस तरह की चूक को सत्ता के गलियारों में 'सियासी संदेश' के तौर पर देखा जा रहा है, जिससे मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्रियों के बीच संबंधों को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।

राज्यपाल का दौरा भी रद्द, विपक्ष ने उठाए सवाल

दोनों डिप्टी सीएम के कार्यक्रम रद्द करने के साथ ही राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का भी अयोध्या दौरा ऐन वक्त पर निरस्त हो गया। हालांकि राज्यपाल के कार्यालय की ओर से उनके दौरे को रद्द करने का कारण स्पष्ट रूप से नहीं बताया गया, लेकिन सूत्रों ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है। दीपोत्सव के इतिहास में यह संभवतः पहला मौका है जब राज्यपाल और दोनों उपमुख्यमंत्री जैसे शीर्ष पदस्थ नेता एक साथ इस प्रमुख राजकीय समारोह से अनुपस्थित रहे हैं। इस घटनाक्रम पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा है कि भाजपा सरकार में अब डबल इंजन की जगह "इंजन के डिब्बे टकरा रहे हैं।" इस पूरे घटनाक्रम ने प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी के भीतर आंतरिक कलह की अटकलों को और हवा दे दी है।

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