राजस्थान: उदयपुर में पूर्व BJP सांसद के बेटे की मौत, लाइब्रेरी में मिला शव; पुलिस ने बताई ये वजह
उदयपुर में पूर्व भाजपा सांसद महावीर भगोरा के बेटे आशीष का शव लाइब्रेरी के कमरे में मिला। पुलिस मामले की जांच कर रही है। उनकी मौत से हर कोई हैरान है।
Udaipur Ashish Bhagora Dead
Udaipur Ashish Bhagora Death: राजस्थान के उदयपुर जिले में दुखद घटना सामने आई है। यहां पूर्व भाजपा सांसद महावीर भगोरा के बेटे आशीष भगोरा की शनिवार (14 जून) सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। उनका शव अंबा माता क्षेत्र में स्थित लाइब्रेरी में मिला है। पिछले कुछ समय से वह इसी लाइब्रेरी के कमरे में रह रहे थे।
पूर्व सांसद महावीर भगोरा के बेटे की आत्महत्या की खबर से हर कोई हैरान है। पुलिस प्राथमिक तौर पर इसे आत्महत्या मान रही है, लेकिन सभी संभावित पहलुओं की गहन जांच की जा रही है। कहा, पोस्टमार्टम रिपोर्ट और डिजिटल साक्ष्य से मौत के कारणों को स्पष्ट होंगे।
छात्रों की सूचना से हुआ खुलासा
उदयपुर के मल्ला तलाई इलाके की एकलव्य कॉलोनी स्थित भगोरा परिवार के आवास पर हुई इस घटना की सूचना शनिवार सुबह पढ़ने आए छात्रों ने पुलिस को दी। बताया कि सुबह उन्होंने आशीष को आवाज़ दी, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। संदेह होने पर जब कमरे में पहुंचे, तो उनका शव फर्श पर पड़ा मिला।
पुलिस जांच में शुरुआती निष्कर्ष
अंबामाता थाना प्रभारी ने बताया, प्रथम दृष्टया प्रतीत होता है कि उन्होंने शुक्रवार रात को फांसी लगाई थी। लेकिन बाद में गांठ खुलने से शव जमीन पर गिर गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए एमबी अस्पताल भेज दिया गया है।
मानसिक तनाव की जांच
पुलिस अधिकारी ने बताया कि अब तक किसी सुसाइड नोट की बरामदगी नहीं हुई है। हम उनके मोबाइल डेटा, सामाजिक व्यवहार और हाल के निजी संपर्कों की जांच कर रहे हैं, ताकि आत्महत्या के पीछे के कारणों का पता लगाया जा सके।
स्थानीय नेताओं ने जताया शोक
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय नेता और सामाजिक कार्यकर्ता पूर्व सांसद के घर पहुंचे। एक बीजेपी नेता ने बताया कि आशीष संवेदनशील और पढ़ा-लिखा नौजवान था। उनका निधन समाज के लिए बहुत बड़ी क्षति है। पार्टी उनकी मौत के पीछे के हर कारण की निष्पक्ष जांच की मांग करती है।
कौन थे महावीर भगोरा ?
- आशीष पूर्व भाजपा सांसद महावीर भगोरा के बेटे थे। महावीर भगोरा का 2021 में कोरोना के चलते निधन हो गया था। आशीष अपने पिता के सामाजिक और शैक्षिक योगदान को आगे बढ़ा रहे थे और छात्रों के लिए अध्ययन केंद्र चला रहे थे।
- महावीर भगोरा उदयपुर की राजनीति का जाना-माना नाम थे। बीजेपी की टिकट पर सांसद, विधायक और मंत्री भी रहे हैं। 2008 के ‘वोट के बदले नोट’ कांड में इनका नाम भी सामने आया था। इसस मामले में उन्हें जेल भी जाना पड़ा।
- सियासत से पहले वह समाज कल्याण विभाग में डिप्टी डायरेक्टर थे। 1991 में सलूंबर से लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। 1993 में गोगुंदा से विधायक निर्वाचित हुए और भैरोसिंह शेखावत सरकार में मंत्री बने।