Rajasthan: राजस्थान में औद्योगिक विकास को नई रफ्तार, हाईवे और एक्सप्रेस-वे के किनारे बनेंगे इंडस्ट्रियल कॉरिडोर

Rajasthan: राजस्थान में नए राष्ट्रीय और अंतरराज्यीय हाईवे-एक्सप्रेसवे के दोनों ओर इंडस्ट्रियल कॉरिडोर विकसित होंगे। जानें कौन-कौन से मार्ग होंगे शामिल और व्यापार को कैसे मिलेगा फायदा।

Updated On 2025-08-19 14:14:00 IST

(फाइल फोटो)

Rajasthan: राजस्थान में आर्थिक विकास की नई लहर लाने के लिए राज्य सरकार और रीको (RIICO) मिलकर एक बड़ा कदम उठाने जा रहे हैं। अब प्रदेश से गुजरने वाले राष्ट्रीय और अंतरराज्यीय हाईवे व एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर औद्योगिक गलियारे (Industrial Corridors) विकसित किए जाएंगे। इसका उद्देश्य न केवल निवेश आकर्षित करना है, बल्कि स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देना और रोजगार के नए अवसर भी पैदा करना है।

सरकारी जमीन पहले, निजी भूमि की प्रक्रिया भी शुरू

रीको ने सभी जिलों के कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि वे पहले चरण में सरकारी जमीन की पहचान करें, जिससे जल्द से जल्द विकास कार्य शुरू किए जा सकें। साथ ही, जरूरत पड़ने पर निजी जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया भी समानांतर रूप से चलेगी।

निर्माणाधीन और प्रस्तावित हाईवे होंगे प्राथमिकता में

रीको का ध्यान विशेष रूप से उन हाईवे और एक्सप्रेस-वे पर केंद्रित है जो निर्माणाधीन हैं या जल्द ही बनने वाले हैं। ये क्षेत्र भू-उपलब्धता और लॉजिस्टिक्स के लिहाज से आदर्श माने जा रहे हैं। इसके लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) और सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) के प्रोजेक्ट्स की सूची भी एकत्र की गई है।

व्यापार को मिलेंगे नए पंख

स्थानीय व्यापार को मिलेगा विस्तार, नए बाजार और संपर्क मार्ग खुलेंगे।

रियल एस्टेट, मैन्युफैक्चरिंग और आईटी सेक्टर जैसी कंपनियों की रुचि बढ़ेगी।

स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन होगा, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन में कमी आएगी।

देश के अन्य राज्यों से प्रेरणा

गुजरात मॉडल: अहमदाबाद-मुंबई एक्सप्रेसवे और दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर से उद्योगों को मिला बढ़ावा।

महाराष्ट्र मॉडल: मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे के आस-पास ऑटोमोबाइल और आईटी हब का विकास।

हरियाणा मॉडल: कुंडली-मानेसर-पलवल (KMP) एक्सप्रेसवे से गुरुग्राम-मानेसर बना प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र।

राजस्थान के प्रमुख हाईवे और एक्सप्रेस-वे परियोजनाएं

जयपुर-जोधपुर-पचपदरा एक्सप्रेस-वे: करीब 350 किमी लंबा, दिल्ली-मुंबई मार्ग से जुड़ाव।

बीकानेर-कोटपूतली एक्सप्रेस-वे: लगभग 295 किमी, हाइब्रिड एन्यूटी मॉडल पर काम।

जयपुर नॉर्दर्न रिंग रोड: आगरा, टोंक, अजमेर और दिल्ली रोड को आपस में जोड़ेगा।

जोधपुर रिंग रोड: 127 किमी लंबा रिंग रोड जो शहर को राष्ट्रीय राजमार्गों से जोड़ेगा।

Tags:    

Similar News