राजस्थान पुलिस को नया DGP मिला: राजीव शर्मा ने संभाला कार्यभार
1990 बैच के आईपीएस राजीव शर्मा ने राजस्थान पुलिस DGP के रूप में कार्यभार संभाला। PHQ में चार्ज लेते हुए कानून-व्यवस्था को प्राथमिकता बताई।
Rajasthan: राजस्थान में आज गुरुवार शाम 5 बजे 1990 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी राजीव शर्मा ने पुलिस महानिदेशक (DGP) का पदभार पुलिस मुख्यालय में ग्रहण किया। डीजीपी के रूप में कार्यभार संभालते ही उन्होंने राज्य में कानून व्यवस्था को प्राथमिकता देने की बात कही।
पुलिस मुख्यालय (PHQ) में हुए एक औपचारिक स्वागत कार्यक्रम में उन्होंने कार्यवाहक डीजीपी संजय अग्रवाल से चार्ज लिया। संजय अग्रवाल को पूर्व डीजीपी रवि प्रकाश मेहरड़ा के सेवानिवृत्त होने के बाद अस्थायी रूप से जिम्मेदारी दी गई थी।
पुलिस सेवा में तीन दशक का अनुभव
राजीव शर्मा को पुलिस सेवा में 30 वर्षों से अधिक का अनुभव है। कार्यभार संभालने से पहले वे दिल्ली में ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (BPRD) के महानिदेशक के रूप में कार्यरत थे। इसके अलावा वे राजस्थान पुलिस एकेडमी के निदेशक, एंटी करप्शन ब्यूरो, और स्टेट डिजास्टर रिलीफ फोर्स के डीजी रह चुके हैं। उन्होंने जोधपुर, झालावाड़, दौसा, राजसमंद, भरतपुर, जयपुर नॉर्थ में एसपी रहते हुए महत्वपूर्ण प्रशासनिक भूमिका निभाई। इसके साथ ही सीबीआई दिल्ली और जयपुर में भी उन्होंने अपनी सेवाएं दी हैं।
UPSC की सिफारिश के बाद हुआ चयन
राज्य सरकार द्वारा DGP चयन प्रक्रिया के तहत यूपीएससी को 7 आईपीएस अधिकारियों का पैनल भेजा गया था। वरिष्ठता के आधार पर UPSC ने तीन नामों की सिफारिश की, जिनमें से राजीव शर्मा का चयन हुआ। उनके साथ संजय अग्रवाल, अनिल पालीवाल, राजेश आर्य, राजेश निर्वाण, गोविंद गुप्ता और आनंद श्रीवास्तव के नाम भी पैनल में शामिल थे।
पहली पोस्टिंग से राष्ट्रपति पदक तक का सफर
मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मथुरा निवासी राजीव शर्मा की पुलिस सेवा की शुरुआत 1992 में डीएसपी जोधपुर सिटी के रूप में हुई थी। वे 2006 में डीआईजी, फिर आईजी और एडीजी बने। उन्हें 2006 में पुलिस पदक और 2014 में राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया जा चुका है।
DGP बनने के बाद पहला संदेश
कार्यभार संभालने के बाद अपने पहले संवाद में डीजीपी राजीव शर्मा ने कहा, "राजस्थान पुलिस को कानून-व्यवस्था, साइबर क्राइम, महिला सुरक्षा और तकनीकी आधुनिकीकरण के मामलों में और अधिक संवेदनशील, जवाबदेह और सक्षम बनाने की दिशा में काम किया जाएगा।"