भरतपुर के महाराजा विश्वेंद्र सिंह का आरोप: पत्नी और बेटे खाना नहीं देते, कहा- मैं महल छोड़ने को मजबूर 

Bharatpur News: राजस्थान में भरपुर राजपरिवार के सदस्य विश्वेंद्र सिंह ने अपने ही परिवार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मैं घर (मोती महल) छोड़ने पर मजबूर हो गया हूं।

Updated On 2024-05-19 13:44:00 IST
भरतपुर राजपरिवार के सदस्य।

Rajasthan News: भरतपुर राजपरिवार के सदस्य और पूर्व कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने अपने ही पत्नी और बेटे पर आरोप लगाया है। उन्होंने अपने पत्नी-बेटे से भरण-पोषण मांगा है। साथ ही पत्नी और बेटे पर मारपीट करने और भोजन न देने का आरोप लगाया है। वहीं बेटे अनिरुध्द सिंह ने पिता के लगाए हुए आरोपों को गलत बताया है।

राजस्थान में भरपुर राजपरिवार के सदस्य विश्वेंद्र सिंह ने अपने ही परिवार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मैं घर (मोती महल) छोड़ने पर मजबूर हो गया हूं। हमें लोगों से मिलने नहीं दिया जाता है। कभी सरकारी आवास में तो कभी होटलों में दिन गुजारना पड़ रहा है। हमें परिवार द्वारा एक कमरे में सीमित कर दिया गया है।

5 लाख रुपए प्रतिमाह दिलाए जाने की मांग
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि हमें भरतपुर में घर में घुसने नहीं दिया जाता है। इसके लिए विश्वेंद्र सिंह ने अपने ही पत्नी और बेटे से 5 लाख रुपए प्रतिमाह दिलाए जाने की मांग की है। उनका कहना है कि अब घर में पत्नी बेटे के साथ रहना अब संभव नहीं है।

मेरा परिवार ही मुझे मारना चाहता है :विश्वेंद्र
विश्वेंद्र सिंह ने कोर्ट में दिए एप्लिकेशन में बताया कि पत्नी और बेटे हमें जान से मारने की साजिश रचते हैं। हमारी पूरी संपत्ति को हड़पने का प्लान है। हमें पत्नी-बेटे ने जबरन घर से बाहर कर दिया, इसलिए घर छोड़कर जाना पड़ा। उन्होंने लिखा कि मैं हार्ट पेशेंट हूं। टेंशन लेना मेरे जीवन के लिए घातक है। इसके बावजूद भी परिवार हमारा नहीं सुन रहा है।

उन्होंने लिखा कि पिता से मिली वसीयत में संपत्तियों पर मेरा अधिकार है। पत्नी और बेटे मेरे कागजात, रिकॉर्ड आदि फाड़ दिए और कमरों से सामान को बाहर फेंक दिया। मेरा चाय पानी सब बंद करा दिया है। इतना ही नहीं उन्होंने कोर्ट को बताया कि पत्नी-बेटे को सोशल मीडिया के जरिए मुझे बदनाम करने से भी रोका जाए।

बेटे ने आरोपों को बताया निराधार
विश्वेंद्र सिंह के बेटे अनिरुध्द सिंह ने पिता द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने बताया कि ऐसा कुछ नहीं है जैसा हमारे पिता ने कोर्ट में बताया है। हालांकि करीब चार साल से प्रापर्टी को लेकर परिवार में विवाद चल रहा है। इसमें मथुरा गेट थाना इलाके में स्थित मोती महल, कोठी दरबार, गोलबाग परिसर और सूरज महल की प्रापर्टी शामिल है।

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