Rajasthan News: शिक्षा के क्षेत्र में सरस्‍वती का क्‍या योगदान? टीचर ने अधिकारियों से कही यह बात, सावित्री बाई फुले को बताया विद्या की देवी

Rajasthan News: बारां जिले की एक स्कूल में महिला टीचर ने सरस्वती की तस्वीर लगाने से मना कर दिया। इस बात को लेकर ग्रामीण नाराज हो गए और स्कूल पहुंचकर मां सरस्वती की तस्वीर लगवाई।

Updated On 2024-01-27 20:00:00 IST
बारां जिले के स्कूल का मामला।

Rajasthan News: बारां के सरकारी स्कूल में गणतंत्र दिवस समारोह में मां सरस्वती की फोटो लगाने को लेकर जमकर हंगामा हुआ। महिला टीचर ने विद्यालय में मां सरस्वती की फोटो नहीं लगाई। इसकी शिकायत जब वरिष्ट अधिकारियों को दी गई तो महिला टीचर ने साफ कह दिया कि शिक्षा के क्षेत्र में सरस्वती का क्या योगदान है।

इस बात को लेकर गांव के लोग काफी नाराज हुए फिर जमकर हंगामा देखने को मिला। काफी हंगामे के बाद सरस्वती की तस्वीर रखी गई। स्कूल में महिला टीचर ने महात्मा गांधी, भीमराव अंबेडकर और सावित्री बाई फुले की तस्वीर लगाई थी लेकिन सरस्वती की फोटो को लगाने से इंकार कर दिया था।

किशनगंज तहसील के एक स्कूल का मामला
यह मामला बारां जिले के किशनगंज तहसील के अंतर्गत आने वाली लकड़ाई के राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल का है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर तैयारियां की जा रही थी। इसी दौरान कार्यक्रम में मां सरस्वती की तस्वीर न होने के कारण ग्रामीणों ने विरोध करना शुरू कर दिया। 

सावित्री बाई फुले को बताया विद्या की देवी
गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान टीचर ने महात्मा गांधी, भीमराव अंबेडकर और सावित्री बाई फुले की तस्वीर लगाई थी। जब ग्रामीणों ने मां सरस्वती की तस्वीर लगाने को कहा तो महिला टीचर ने मना कर दिया। जब विरोध बढ़ा तो टीचर ने कहा कि मैंने सावित्री बाई फुले की तस्वीर लगा दी है। इस दौरान टीचर ने सावित्री बाई फुले को ही विद्या की देवी बताया और कहा कि सरस्वती का शिक्षा के क्षेत्र में क्या योगदान है?

दीपक जलाने से किया मना
इतना ही नहीं टीचर ने बच्चों की देवी सावित्री बाई फुले को बताया। साथ ही पूजा नहीं करने और दीपक जलाने को मना कर दिया। इससे ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ गया। नाराज ग्रामीणों ने विभाग के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को मामले से अवगत करवाया। अधिकारियों ने मामले को संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।

टीचर ने अधिकारी से कही ये बात
शिकायत के बाद टीचर ने फोन कर अधिकारी से बात कर कहा कि सर मैंने मां सरस्‍वती की तस्वीर नहीं लगाई है। इसके लिए गांव वाले मेरे ऊपर दबाव बना रहे हैं। सर आप ही बताइए कि शिक्षा के क्षेत्र में सरस्‍वती का क्‍या योगदान है ? इसके बाद ग्रामीण स्कूल के ऑफिस से मां सरस्‍वती की तस्‍वीर लेकर आए। उसे मंच पर रखा। मां सरस्वती की तस्वीर को मंच पर रखने के बाद मामला शांत हुआ।

बीईईओ को दिए जांच के निर्देश
डीईओ पीयूष कुमार शर्मा ने बताया कि इस घटना को लेकर शिकायत मिली थी। जिसकी जांच कर रिपोर्ट पेश करने का निर्देश बीईईओ को दे दिया गया है। जांच की जा रही है। 

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