झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में हंगामा: नरेश मीणा और सहयोगी गिरफ्तार, जानें पूरा मामला
झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में प्रदर्शन से चिकित्सा सेवाएं बाधित, नरेश मीणा और हिस्ट्रीशीटर सहयोगी गिरफ्तार, पुलिस ने की कार्रवाई।
Rajasthan News: मनोहरथाना क्षेत्र के पीपलोदी गांव में स्कूल की छत गिरने से हुई बच्चों की मौत के विरोध शुरू हो गया है। जिसमें शुक्रवार को झालावाड़ के एसआरजी मेडिकल कॉलेज में हुए प्रदर्शन ने चिकित्सा सेवाओं को गंभीर रूप से प्रभावित कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे नरेश मीणा और उनके साथी प्रदीप उर्फ गोलू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
प्रदर्शन के दौरान बिगड़ी स्थिति
प्रदर्शनकारी शुक्रवार शाम मेडिकल कॉलेज के आपातकालीन विभाग के बाहर पहुंचे और नारेबाजी करने लगे। इस दौरान अस्पताल में एम्बुलेंस सेवाएं, मरीजों की आवाजाही और इमरजेंसी वार्ड की गतिविधियां पूरी तरह से बाधित हो गईं। गंभीर मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल पाने के कारण अस्पताल प्रशासन और तीमारदारों में भारी नाराज़गी देखी गई।
स्टाफ और पुलिस से की बदसलूकी
कॉलेज प्रशासन द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि नरेश मीणा और उनके समर्थकों ने अस्पताल स्टाफ और सुरक्षा कर्मियों से धक्का-मुक्की और गाली-गलौच की। पुलिस द्वारा समझाइश देने पर भी प्रदर्शनकारी नहीं माने और उल्टा पुलिस कर्मियों से भी अभद्र व्यवहार किया।
कुख्यात अपराधी प्रदीप भी गिरफ्त में
पुलिस ने इस मामले में प्रदीप उर्फ गोलू को भी गिरफ्तार किया है, जो एक हिस्ट्रीशीटर है और उस पर हत्या के प्रयास, आर्म्स एक्ट समेत लगभग 30 आपराधिक मामले दर्ज हैं। हाल ही में उसे एक अन्य मामले में भी गिरफ्तार किया गया था।
मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने की सख्त कार्रवाई की मांग
कॉलेज प्रिंसिपल संजय पोरवाल और अधीक्षक अशोक शर्मा ने पुलिस में दी गई शिकायत में कहा कि प्रदर्शन की वजह से कई गंभीर मरीजों की जान खतरे में पड़ी। उन्होंने मांग की कि ऐसे कृत्यों पर सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में चिकित्सा सेवाओं में इस तरह की बाधा न आए।
नरेश मीणा को दोबारा हिरासत में लिया गया
हालांकि नरेश मीणा को पहले शांति भंग के आरोप में हिरासत में लेकर जमानत दी गई थी, लेकिन अस्पताल की ताजा शिकायत पर उन्हें फिर से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने आपराधिक धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।