जयपुर: IIHMR यूनिवर्सिटी में पंजाब के कई चिकित्सा अधिकारियों ने ली ट्रेनिंग
आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी, जयपुर ने पंजाब के 28 वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों को हॉस्पिटल मैनेजमेंट का 5 दिवसीय प्रशिक्षण दिया। जानिए डिटेल में।
Jaipur: आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी, जयपुर ने पंजाब सरकार के 28 वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों (Senior Medical Officers) के लिए पांच दिवसीय हॉस्पिटल मैनेजमेंट प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। यह विशेष ट्रेनिंग कार्यक्रम प्रदेश के जिला अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की दक्षता को बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
स्वास्थ्य सेवाओं के प्रबंधन पर प्रशिक्षण
इस कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों को अस्पताल प्रबंधन की आधुनिक तकनीकों, कार्य संचालन, स्वास्थ्य गुणवत्ता सुधार, मानव संसाधन के कुशल उपयोग, आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने की रणनीति और बायो-मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम को विशेष रूप से पंजाब की स्वास्थ्य जरूरतों के अनुरूप तैयार किया गया था।
40 से अधिक देशों के प्रोफेशनल्स ले चुके ट्रेनिंग
आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के प्रेसिडेंट डॉ. पी.आर. सोडानी ने कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए बताया कि यूनिवर्सिटी ने हमेशा स्वास्थ्य क्षेत्र में नेतृत्व निर्माण और प्रबंधकीय दक्षता को प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा, “आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी उन गिने-चुने संस्थानों में से है जो सरकारी अधिकारियों को संरचित रूप में हॉस्पिटल मैनेजमेंट का प्रशिक्षण प्रदान करते हैं। आज 40 से अधिक देशों के प्रोफेशनल्स हमारे शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग से लाभान्वित हो चुके हैं।”
स्वास्थ्य मंत्री ने बताई प्रशिक्षण की आवश्यकता
पंजाब सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि “प्रदेश के अस्पतालों में सेवाओं की गुणवत्ता और कार्यकुशलता बढ़ाने के लिए हमारे वरिष्ठ अधिकारियों का हॉस्पिटल मैनेजमेंट में दक्ष होना बेहद जरूरी है। IIHMR यूनिवर्सिटी स्वास्थ्य प्रबंधन के क्षेत्र में राष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक विश्वसनीय संस्थान है। भविष्य में हम अधिक अधिकारियों को ऐसे प्रशिक्षण के लिए भेजने की योजना बना रहे हैं।”
कार्यक्रम समन्वयक डॉ. संदीप कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि यह प्रशिक्षण पूरी तरह से व्यावहारिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया था। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के माध्यम से प्रतिभागियों में नेतृत्व कौशल, रणनीतिक सोच और संसाधनों के प्रभावी उपयोग की समझ विकसित की गई।
इस प्रकार का प्रशिक्षण कार्यक्रम न केवल अधिकारियों की प्रबंधकीय दक्षता को मजबूत करता है, बल्कि राज्य के स्वास्थ्य ढांचे को भी अधिक संगठित और उत्तरदायी बनाता है। यूनिवर्सिटी द्वारा दिया गया यह प्रशिक्षण, स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में एक सार्थक और महत्वपूर्ण प्रयास है।