यमुनानगर: कांवड़ियों की पिकअप में दौड़ा हाईवोल्टेज करंट, हरिद्वार जाने से पहले 2 की मौत
गुमथला गांव से निकली थी कांवड़ियों की पिकअप, हादसे में दो शिवभक्त गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं। हादसा बारिश से बचने के लिए डाले गए तिरपाल को रोकने के लिए लगे लोहे के पाइप के बिजली के तारों से छू जाने से हुआ।
हरीश और कुलदीप का फाइल फोटो।
हरियाणा के यमुनानगर जिले में मंगलवार सुबह एक हृदय विदारक दुर्घटना में दो कांवड़ियों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा उस वक्त हुआ जब डाक कांवड़ लेने हरिद्वार जा रहे कांवड़ियों से भरी एक पिकअप गाड़ी हाईवोल्टेज बिजली के तारों की चपेट में आ गई। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर फैला दी है।
15 कांवड़ियों की गाड़ी हरिद्वार के लिए रवाना होने वाली थी
जानकारी के अनुसार यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना मंगलवार सुबह करीब 6:30 बजे हुई। यमुनानगर के गुमथला गांव से लगभग 15 कांवड़ियों से भरी पिकअप गाड़ी हरिद्वार के लिए रवाना होने वाली थी। हरिद्वार जाने से पहले, ये कांवड़िए गांव में ही एक मंदिर में माथा टेकने गए थे। मंदिर से लौटने के बाद, वे अपनी यात्रा शुरू करने से पहले गांव में गाड़ी से फेरी लगा रहे थे, तभी यह दर्दनाक हादसा हो गया। मृतकों की पहचान कुलदीप और हरीश के रूप में हुई है, जबकि गंभीर रूप से घायलों में रिंकू और सुमित शामिल हैं। घायलों को तुरंत उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया है।
लोहे का पाइप हाईवोल्टेज लाइन के संपर्क में आया
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, कांवड़ियों ने बारिश से बचने के लिए पिकअप गाड़ी पर तिरपाल डाली हुई थी। इस तिरपाल को सहारा देने और उसे ठीक से रोकने के लिए बीच में लोहे का एक पाइप लगाया गया था। जब उनकी गाड़ी गांव की गलियों से गुजर रही थी, उसी दौरान तिरपाल से ऊपर निकला वह लोहे का पाइप गांव में बिजली सप्लाई कर रही हाईवोल्टेज लाइन के संपर्क में आ गया।
जैसे ही लोहे का पाइप बिजली के तार के संपर्क में आया, पूरी गाड़ी में तेज करंट दौड़ गया। करंट का झटका इतना जोरदार था कि गाड़ी में सवार लोगों को ज़बरदस्त बिजली का झटका लगा और साथ ही गाड़ी के तीन टायर भी फट गए। यह मंजर देखकर मौके पर मौजूद लोग सहम गए।
दो कांवड़ियों की हालत गंभीर
हादसे के वक्त गांव में फेरी लगाते समय मौके पर काफी लोग मौजूद थे। हालांकि, बिजली के झटके और करंट के खतरे के कारण, हादसे के तुरंत बाद कोई भी ग्रामीण कांवड़ियों को बचाने के लिए गाड़ी के पास नहीं जा सका। लोगों ने पहले यह सुनिश्चित किया कि गाड़ी में अब करंट नहीं है। जब उन्हें लगा कि खतरा टल गया है, तो लोगों ने साहस दिखाया और कांवड़ियों को गाड़ी से बाहर निकालना शुरू किया। साथ ही, उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
थोड़ी देर में पुलिस टीम मौके पर पहुंची और घायलों को तुरंत सिविल अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में डॉक्टरों ने कुलदीप और हरीश को मृत घोषित कर दिया। रिंकू और सुमित की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिनका इलाज चल रहा है। वहीं, लगभग 5 से 6 लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
सुरक्षा नियमों का पालन करने को दें प्राथमिकता
यह दुखद घटना एक बार फिर धार्मिक यात्राओं के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के महत्व को रेखांकित करती है। डाक कांवड़ यात्रा में शिवभक्त कम समय में हरिद्वार से गंगाजल लेकर वापस आते हैं, अक्सर उत्साह और गति की मांग करती है। ऐसे में सुरक्षा नियमों का पालन करना और खासकर भारी वाहनों पर तिरपाल या अन्य ढांचे लगाते समय बिजली के तारों से उचित दूरी बनाए रखना अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाता है। इस हादसे ने उन सभी लोगों को सावधान किया है जो ऐसी यात्राओं पर निकलते हैं कि वे अपनी और अपने साथियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दें।