नशा तस्करों की कमर तोड़ने की तैयारी: खेल नगरी रोहतक में 7 करोड़ की संपत्ति सील, 100 गिरफ्तार
एंटी नारकोटिक्स टीम ने 55 केस दर्ज कर एक करोड़ रुपये से अधिक का नशीला पदार्थ जब्त किया है। यह कार्रवाई सिर्फ रोहतक तक ही सीमित नहीं है, बल्कि पुलिस ने हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, पंजाब और राजस्थान जैसे पड़ोसी राज्यों से भी नशे से जुड़े आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पंजाब के बाद हरियाणा का रोहतक जिला भी नशे के बढ़ते प्रभाव से जूझ रहा है। इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए, रोहतक पुलिस की एंटी नारकोटिक्स टीम ने कमर कस ली है। बीते छह माह में टीम ने अपनी कार्रवाई तेज कर 55 केस दर्ज किए हैं और एक करोड़ रुपये से अधिक का नशीला पदार्थ जब्त किया है। यह कार्रवाई सिर्फ रोहतक तक ही सीमित नहीं है, बल्कि पुलिस ने हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, पंजाब और राजस्थान जैसे पड़ोसी राज्यों से भी नशे से जुड़े 100 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह दर्शाता है कि नशा तस्करों का नेटवर्क कितना व्यापक हो चुका है।
तस्करों की कमर तोड़ने की तैयारी
नशा तस्करों के आर्थिक साम्राज्य पर चोट करने के उद्देश्य से रोहतक पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। पुलिस ने मायना, कतारपुरा, जींद रोड और हिसार रोड पर नशा तस्करों के नाम से खरीदी गई करीब सात करोड़ रुपये की संपत्ति को सील कर दिया है। यह कदम नशा तस्करों की आर्थिक रीढ़ तोड़ने और उन्हें भविष्य में ऐसी गतिविधियों में शामिल होने से रोकने के लिए उठाया गया है।
युवाओं को मुख्यधारा में लाने का प्रयास
नशे के दलदल में फंस रहे युवाओं को बाहर निकालने के लिए जिला प्रशासन की ओर से एक नई और विशेष टीम का गठन किया गया है। इस टीम में आठ पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया है, जिनका मुख्य कार्य गांव और शहर में जाकर नशा करने वाले युवाओं की पहचान करना और उन्हें नशे से बाहर निकलने में सहायता प्रदान करना है। यह पहल न केवल नशे की सप्लाई चेन को तोड़ने पर केंद्रित है, बल्कि इसके मानवीय पहलुओं पर भी ध्यान केंद्रित करती है, ताकि प्रभावित युवाओं को एक बेहतर जीवन मिल सके।
'जिले से जल्द नशा खत्म होगा' - एंटी नारकोटिक्स प्रभारी
मनोज कुमार एंटी नारकोटिक्स प्रभारी, ने इस अभियान पर जोर देते हुए कहा हमारी एंटी नारकोटिक्स टीम नशा रोकने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। नशा तस्करी करने वालों की सूचना पर तुरंत गिरफ्तारी की जा रही है। हमारा लक्ष्य जिले से जल्द से जल्द नशे को पूरी तरह खत्म करना है। उन्होंने आम जनता से भी अपील की है कि यदि उन्हें अपने आसपास कोई व्यक्ति नशा बेचता हुआ दिखाई दे, तो तुरंत पुलिस को इसकी शिकायत दें। जनता के सहयोग के बिना इस लड़ाई को जीतना मुश्किल होगा।
प्रमुख गिरफ्तारियां और बरामदगी
रोहतक पुलिस ने पिछले छह महीनों में कई महत्वपूर्ण गिरफ्तारियां और नशीले पदार्थों की बड़ी बरामदगी की है :
• 20 जनवरी को 38.50 लाख रुपये का डोडापोस्त के साथ तीन लोग गिरफ्तार किए।
• 23 जनवरी को ट्रक से 4 किलो 365 ग्राम चूरापोस्त पकड़ा।
• 5 फरवरी को 5 लाख रुपये के डोडापोस्त के साथ दो युवा धरे गए।
• 21 अप्रैल को 7 लाख के डोडापोस्त के साथ दो युवक दबोचे।
• 25 अप्रैल को कलानौर से 5 लाख का डोडापोस्त मिला।
• 1 मई को 44 ग्राम चरस के साथ युवक को दबोचा।
• 10 जून को 350 ग्राम हेरोइन के साथ महिला पकड़ी।
• 14 जून को 1 लाख रुपये की चरस के साथ दो लोग गिरफ्तार किए।
• 11 जनवरी को दो लाख रुपये के गांजे के साथ तंबाकू विक्रेता गिरफ्तार।
• 15 जून को कलानौर में खांसी का सिरप (जिसका दुरुपयोग नशे के लिए होता है) पकड़ा गया।
यह आंकड़े रोहतक में नशे के बढ़ते प्रभाव और पुलिस द्वारा की जा रही लगातार कार्रवाइयों को दर्शाते हैं। रोहतक पुलिस इस खतरे से निपटने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है, लेकिन इस लड़ाई में समाज के हर वर्ग का सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण है। क्या रोहतक अपनी खेल की नगरी वाली पहचान को बरकरार रख पाएगा या नशे के इस दलदल में फंसता चला जाएगा? यह आने वाला समय ही बताएगा।