सितंबर-अक्टूबर में इन सब्जियों की खेती करें: बाढ़ से हुए नुकसान से हरियाणा के किसान आसानी से उबरकर आर्थिक रूप से सफल बन सकेंगे

ये सब्जियां कम समय यानी 30 से 40 दिन में ही तैयार हो जाती हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जहां धान जैसी फसलें खराब हो गईं, वहां यह किसानों के लिए आर्थिक संतुलन बनाने का एक बेहतरीन मौका है।

Updated On 2025-09-19 08:00:00 IST

सितंबर-अक्टूबर में इन सब्जियों की खेती कर सकते हैं किसान। 

पिछले कुछ समय में हरियाणा, पंजाब और उत्तर भारत के कई राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ ने किसानों की कमर तोड़ दी है। धान और सब्जियों की फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी हैं, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। ऐसे में कृषि विशेषज्ञ किसानों को सितंबर के अंत और अक्टूबर महीने में कुछ विशेष सब्जियों की खेती करने की सलाह दे रहे हैं। यह एक सुनहरा अवसर है, जिससे किसान न सिर्फ अपने नुकसान की भरपाई कर सकते हैं, बल्कि अच्छी कमाई भी कर सकते हैं।

यह समय सबसे उपयुक्त

वरिष्ठ बागवानी अधिकारी डॉक्टर सीबी सिंह के अनुसार सितंबर का अंतिम सप्ताह और पूरा अक्टूबर कुछ खास सब्जियों की बुवाई के लिए सबसे उपयुक्त समय होता है। इस समय बोई गई फसलें कम समय में तैयार हो जाती हैं और उन्हें बाजार में अच्छे दाम मिलते हैं। बरसात का मौसम खत्म होने के बाद खेतों की मिट्टी और जलवायु दोनों ही इन सब्जियों के लिए अनुकूल हो जाती हैं, जिससे फसल की पैदावार अच्छी होती है।

कम लागत में ज्यादा मुनाफा

इन सब्जियों की खेती की सबसे अच्छी बात यह है कि इनमें लागत कम और मुनाफा अधिक होता है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि एक एकड़ में इन सब्जियों को उगाने पर 5,000 से 10,000 रुपये तक का खर्च आता है। लेकिन, जब फसल तैयार होकर बाजार में आती है, तो किसान अपनी लागत से दोगुना या तीन गुना तक का मुनाफा कमा सकते हैं। यह कम समय में किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारने का एक बेहतरीन तरीका है।

इन सब्जियों की खेती से होगा फायदा

डॉक्टर सीबी सिंह ने कुछ ऐसी सब्जियों के नाम बताए हैं, जिनकी बुवाई इस समय करना फायदेमंद होगा।

• फूलगोभी, पत्ता गोभी और ब्रोकली: ये सब्जियां सर्दियों में बाजार में अच्छी मांग में रहती हैं और इनकी खेती इस समय शुरू करना बेहद लाभदायक होता है।

• प्याज और लहसुन: इनकी खेती कम देखभाल में अच्छी पैदावार देती है और बाजार में पूरे साल इनकी मांग बनी रहती है।

• मूली, शलजम और गाजर: ये जड़ वाली सब्जियां हैं, जो कम समय में तैयार हो जाती हैं। अक्टूबर-नवंबर में इनकी ताजी फसल बाजार में आती है, जिसके अच्छे दाम मिलते हैं।

• मटर और आलू: ये दोनों ही फसलें किसानों के लिए एक भरोसेमंद विकल्प हैं। इनकी खेती से अच्छा मुनाफा होता है और ये बाजार की जरूरतों को पूरा करती हैं।

• पालक और धनिया: ये पत्तेदार सब्जियां बहुत कम समय में तैयार हो जाती हैं। इनकी खेती से किसान तुरंत नकदी कमा सकते हैं, जिससे उनकी दैनिक जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलती है।

• टमाटर: अगर आप टमाटर की सही किस्म चुनते हैं, तो उसकी खेती भी इस मौसम में काफी लाभदायक हो सकती है।

नुकसान की भरपाई का मौका

जिन किसानों की धान या अन्य फसलें बाढ़ और बारिश से बर्बाद हो चुकी हैं, उनके लिए यह एक सुनहरा मौका है। थोड़ी सी मेहनत और सही मार्गदर्शन से वे सब्जी उत्पादन कर अपने आर्थिक संतुलन को फिर से स्थापित कर सकते हैं। सरकार और कृषि विभाग भी किसानों को तकनीकी सहायता और उचित सलाह देने के लिए तैयार हैं। यह समय किसानों के लिए सिर्फ एक आपदा नहीं, बल्कि एक नया अवसर लेकर आया है। सही निर्णय लेकर और इन सब्जियों की खेती करके किसान अपने नुकसान को न सिर्फ कम कर सकते हैं, बल्कि अच्छा मुनाफा भी कमा सकते हैं और आने वाले साल के लिए एक मजबूत शुरुआत कर सकते हैं।

अगर आपको यह खबर उपयोगी लगी हो, तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर करना न भूलें और हर अपडेट के लिए जुड़े रहिए [haribhoomi.com] के साथ। 

Tags:    

Similar News