रेवाड़ी में साइबर ठगी: शेयर खरीदने में मोटे मुनाफे का लालच देकर दो दोस्तों को लगाया लाखों रुपये का चूना, केस दर्ज
रेवाड़ी में साइबर ठगों ने मोटे मुनाफे के शेयर खरीदने के नाम पर दो दोस्तों के साथ ठगी की है। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है।
Rewari Fraud Case: हरियाणा के रेवाड़ी से लाखों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। दरअसल, साइबर ठगों ने मोटे मुनाफे के शेयर खरीदने के नाम पर दो दोस्तों को लाखों रुपये का चूना लगा दिया है। मामले के बारे में पता लगने पर साइबर थाना पुलिस ने ठगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस को दी गई शिकायत में पीड़ित शिवेंद्र ने बताया कि वह ऑनलाइन शेयर का कारोबार करता है। शिवेंद्र का कहना है कि उसे सोशल मीडिया पर शेयरों की खरीद-फरोख्त पर मोटा लाभ देने वाले ग्रुप के बारे में पता लगा। ग्रुप में जुड़ जाने के बाद उसके पास श्रुति अग्रवाल के नाम से उसके पास व्हाट्सएप मैसेज आया। उसने एसएमसी समूह के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उसे एप डाउनलोड करते हुए एक ग्रुप में जुड़ना होगा।
शिवेंद्र के पास एक लिंक भेजा गया। लिंक डाउनलोड करने के बाद वह केवाईसी करते हुए ट्रेडिंग करने लगा। उसने एप के माध्यम से ट्रेडिंग करने के लिए खाते का विवरण देते हुए पैसे जमा कराने के लिए कहा। शिवेंद्र ने अपने बैंक से खाते में पैसे ट्रांसफर कर दिए। उसे ऐसे आपीओ में शामिल होने के लिए कहा गया, जो बाजार से काफी कम मूल्य का था। उन्होंने इसे संस्थागत मूल्य बताते हुए कहा कि इससे उसे 100 फीसदी लाभ मिलेगा। उसने उनके बताए पैसे जमा करा दिए। बताया गया कि उसे 15 हजार शेयर मिले हैं। आईपीओ में 17 हजार शेयर और मिलेंगे।
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कैसे हुआ फ्रॉड का खुलासा ?
शिवेंद्र ने बताया कि अगले ही दिन आपीओ लिस्टिड हुआ तो उसे 280 फीसदी लाभ दिखाया गया। उसने आपीओ बेच दिया। जब उसने पैसा निकालने का प्रयास किया, तो उससे कमिशन मांगा गया। उसने बताया कि कमिशन उसकी बकाया राशि में से समायोजित किया जाए, परंतु चैट करने वाले ने पहले कमिशन जमा करने के लिए कहा।
इसके बाद उसे पता चला कि उसके साथ धोखा किया गया है। उसे कुल 3.66 लाख रुपये की ठगी का शिकार बनाया गया है। बातचीत करने पर दोस्त ने बताया कि उसके साथ भी इन लोगों ने साइबर ठगी की है। पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद उस खाते का पता लगाने के प्रयास शुरू कर दिए, जिनमें यह रकम ट्रांसफर की गई है।
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