रेवाड़ी के नमन डागर हत्याकांड में तीन काबू: छोटे भाई से मारपीट का बदला लेने के लिए की थी हत्या, बचने को हरिद्वार में छिपे थे आरोपी
हरियाणा के रेवाड़ी में एक झगड़े ने चार परिवारों को पूरी तरह बर्बाद कर दिया। झगड़े में नमन डागर की जान चली गई तो तीन युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हत्या के बाद से वे हरिद्वार में छिपे थे।
रेवाड़ी पुलिस की गिरफ्त में हत्या के आरोपी कान पकड़कर माफी मांगते हुए।
रेवाड़ी के नमन डागर हत्याकांड में तीन काबू : रेवाड़ी शहर के कुतुबपुर इलाके में हुए नमन डागर हत्याकांड में पुलिस ने तीन युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। 24 मई की शाम हुई इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद आरोपियों ने हरिद्वार भागकर खुद को छिपा लिया था, लेकिन अब उन्हें पकड़कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से तीन दिन का पुलिस रिमांड मंजूर हुआ है।
हरिद्वार से वापस लौटने पर पुलिस ने पकड़ा
पुलिस जांच में सामने आया है कि वारदात की जड़ में आपसी रंजिश थी। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान कुतुबपुर मोहल्ला निवासी नितिन, पुनीत और हेमंत के रूप में हुई है। पुलिस का कहना है कि ये तीनों घटना के तुरंत बाद हरिद्वार भाग गए थे, लेकिन वापसी के दौरान रेवाड़ी क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (CIA) ने उन्हें दबोच लिया।
घर से निकला था परीक्षा का फार्म भरने, रास्ते में पीटा
CIA इंचार्ज सुमेर सिंह ने बताया कि 12वीं कक्षा का छात्र नमन डागर 24 मई को रिअपीयर का फॉर्म भरने के लिए घर से निकला था, तभी रास्ते में उसे रोका गया और बेरहमी से पीटा गया। गंभीर हालत में पहले उसे रेवाड़ी और फिर जयपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
छोटे भाई के साथ हुई थी लड़ाई, बदला लेने को किया हमला
प्राथमिक पूछताछ में आरोपी नितिन ने बताया कि कुछ दिन पहले उसके छोटे भाई से कुछ लड़कों ने झगड़ा किया था, जिसमें नमन डागर भी शामिल था। इसी पुरानी रंजिश को लेकर तीनों दोस्तों ने नमन को सबक सिखाने की योजना बनाई थी। हालांकि, नमन की मौत हो जाने की उम्मीद उन्हें नहीं थी। मौत की खबर लगते ही तीनों डर के मारे हरिद्वार भाग गए।
मृतक नमन के पिता ड्राइवर, इकलौते बेटे की गई जान
मृतक नमन डागर अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। पिता एक प्राइवेट फर्म में ड्राइवर हैं और घर की आर्थिक स्थिति बेहद सामान्य है। नमन की बड़ी बहन अभी अविवाहित है और परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। पुलिस अब मामले में अन्य संलिप्त लोगों की तलाश में जुटी है। अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी होने तक किसी भी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा। इस घटना ने शहर में सुरक्षा और युवाओं में बढ़ती हिंसा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।