रेवाड़ी में लुटेरी दुल्हन कांड: चार बच्चों की मां 'लुटेरी दुल्हन' ने जिसे बताया था भाई, वह निकला ब्वॉयफ्रेंड, मां-बाप भी किराए के थे
हरियाणा के रेवाड़ी में लुटेरी दुल्हन कांड में अब पुलिस ने आरोपी महिला को प्रेमी को भी गिरफ्तार कर लिया है। खुलासा हुआ कि महिला ने अपने प्रेमी को भाई बनाकर पीड़ित परिवार से मिलवाया था।
रेवाड़ी पुलिस की गिरफ्त में आरोपी राकेश उर्फ राहुल।
रेवाड़ी में लुटेरी दुल्हन कांड : हरियाणा के रेवाड़ी जिले में लुटेरी दुल्हन केस में कई चौकाने वाले खुलासे हुए हैं। लुटेरी दुल्हन और उसका प्रेमी वर्षों से लोगों को ठगते आ रहे थे। पुलिस ने अब इस ठग महिला कौशल्या उर्फ पूजा और उसके प्रेमी राकेश उर्फ राहुल को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले के रहने वाले हैं और नकली शादियों के जरिये लोगों को लाखों रुपये का चूना लगाने का सिलसिला चला रहे थे। यह लुटेरी दुल्हन असल में चार बच्चों की मां है, लेकिन खुद को कुंवारी बताकर चूना लगा रही है। वहीं, अपने प्रेमी को भी उसने भाई बनाकर मिलवाया था।
नकली परिवार और किराए के रिश्तेदार
जांच में सामने आया कि कौशल्या और राकेश ने मिलकर फर्जी शादी का गिरोह चला रखा था, जिसमें किराए के रिश्तेदारों को शामिल किया जाता था। दुल्हन के माता-पिता की भूमिका निभाने के लिए लोगों को 1-2 हजार रुपये दिए जाते थे, जबकि प्रेमी राकेश ही भाई बनकर शादी में शामिल होता था। दलाल शिवकुमार उर्फ शोले इस रैकेट का मुख्य बिचौलिया था। यह गैंग राजस्थान तक सक्रिय था।
जलदीप से दो लाख रुपये में किया था शादी का सौदा
रेवाड़ी के खंडोडा गांव निवासी जलदीप और उसके परिवार को इस गैंग ने अपना निशाना बनाया। जलदीप के पिता की मुलाकात एक अन्य व्यक्ति राजबीर से हुई, जिसने उन्हें दलाल शोले से मिलवाया। शोले ने भरोसा दिलाया कि वह अच्छे घर की लड़की से शादी करवाएगा। 25 मई को यूपी में लड़की दिखाकर रिश्ता तय किया गया और 2 लाख रुपये की मांग की गई। उसी समय 50 हजार रुपये नकद दे दिए गए।
मंदिर में करवाई गई शादी, अगली सुबह फरार
3 जून को जलदीप अपने पिता के साथ अंबेडकर नगर जिले के पाती गांव पहुंचा, जहां लड़की के परिवार ने शादी का सामान मंगवाया। 4 जून को मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज से शादी करवाई गई। इसके बाद 1.5 लाख रुपये और वसूले गए। 5 जून को दुल्हन को विदा कराकर रेवाड़ी लाया गया, लेकिन अगली सुबह ही वह घर से सोने के गहने, नकदी और कीमती सामान लेकर फरार हो गई।
राजस्थान में पहले भी कर चुके हैं ठगी, जमानत पर थे
पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि महिला पहले भी भरतपुर (राजस्थान) के कुम्हेर गांव में इसी तरह की फर्जी शादी कर ठगी कर चुकी है। फरवरी 2024 में वहां भी शादी के बाद 2 लाख नकद और 1 लाख रुपये के गहने लेकर फरार हो गई थी। इस मामले में भी वह और राकेश गिरफ्तार हुए थे, लेकिन बाद में जमानत पर छूट गए।
असली पति परेशान होकर दिल्ली चला गया
महिला का असली नाम कौशल्या है, जो हकीमपुर गांव (सुल्तानपुर) की रहने वाली है। उसने फर्जी नाम "पूजा" और गांव "पाती" बताकर लोगों को गुमराह किया। हैरान करने वाली बात यह है कि वह खुद को कुंवारी बताती थी, जबकि असल में वह 4 बच्चों की मां है। उसकी दो बेटियां 15 व 13 साल की और दो बेटे 11 व 10 साल के हैं। पति उसकी हरकतों से परेशान होकर दिल्ली में मजदूरी करता है और उससे अलग रह रहा है।
बाकी गिरोह और वारदात को खंगाल रही पुलिस
रेवाड़ी पुलिस ने अब राकेश को भी गिरफ्तार कर लिया है, जबकि इससे पहले दुल्हन कौशल्या और दलाल शोले को जेल भेजा जा चुका है। पुलिस इस गिरोह के नेटवर्क को खंगाल रही है और राजस्थान सहित कई राज्यों में इसके तार जुड़े होने की आशंका है।