ऑनलाइन गेम की आड़ में बच्चों से धोखाधड़ी: रेवाड़ी में बच्चों को पैसा डबल करने का झांसा दे घर से मंगवाए 1.30 लाख रुपये
हरियाणा के रेवाड़ी में एक हैरान कर देने वाला मामला आया है। बच्चों को मोबाइल शॉप वाले ने ऑनलाइन गेम की लत लगाई। इसके बाद पैसे डबल करने का झांसा देकर बच्चे से घर से लाने को बहकाया। चोरी का खुलासा होने पर मामले से पर्दा उठा।
रेवाड़ी में बच्चों को चोरी के लिए बहकाने का आरोपी मोबाइल शॉप संचालक।
ऑनलाइन गेम की आड़ में बच्चों से धोखाधड़ी : रेवाड़ी में बच्चों से जुड़ा एक बेहद चिंताजनक मामला सामने आया है। थाना धारूहेड़ा पुलिस ने एक सोसायटी में स्कूली बच्चों को मोबाइल की दुकान पर ऑनलाइन गेम खिलाकर लाखों रुपये की ठगी करने के आरोपी को गिरफ्तार किया है। उसे कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। आरोपी बच्चों को न केवल ऑनलाइन मोबाइल गेम के नाम पर ठगता था बल्कि उन्हें पैसे डबल करने का लालच देकर घर से चोरी भी करवाता था।
घर से 1.30 लाख रुपये चोरी होने पर मामले का खुलासा हुआ
एसपी को दी शिकायत में धारूहेड़ा की एक सोसायटी में रहने वाली महिला ने बताया था कि वह ब्यूटी पार्लर का कार्य करती है, जबकि उसके पति की कॉस्मेटिक्स की दुकान है। उसका बेटा प्राइवेट स्कूल में 9वीं कक्षा में पढ़ रहा है। स्कूल के बाद उसका बेटा ट्यूशन पढ़ने के लिए जाता है। गत 18 फरवरी को जब वह अपनी अलमारी चेक कर रही थी तो उसे घर में रखे 1.30 लाख रुपये नहीं मिले। घर पर वह, उसका पति और बेटा ही रहते हैं। उसने बेटे से सख्ती से पूछताछ की तो उसने चोरी के बारे में बताया।
पैसे 20 दिन में डबल करने का लालच देकर घर से चोरी करवाई
बेटे ने बताया कि सोसायटी में मोबाइल की दुकान चलाने वाला विनोद कुमार उसे और दूसरे स्कूली बच्चों को ऑनलाइन गेम खिलाता है। बच्चों को पैसे डबल करने का लालच देता है। उसे भी पैसे 20 दिन में डबल करने का लालच देते हुए क्वाइन खरीदने के लिए घर से पैसे लाने को कहा था। उसके बहकावे में आकर उसने यह राशि विनोद को दी थी।
एसपी के आदेश पर दर्ज हुआ था केस, आरोपी हो गया था फरार
एसपी ने महिला की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज करने के आदेश दिए थे। उनके आदेश पर पुलिस ने विनोद के खिलाफ गत 21 अप्रैल को बीएनएस की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया था। केस दर्ज होने के बाद आरोपी फरार हो गया था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत के तहत जेल भेज दिया गया।