डबल डेकर बस में भीषण आग: कानपुर से पानीपत जा रहे 60 यात्रियों ने अलीगढ़ में खिड़कियां तोड़कर बचाई जान

नेशनल हाईवे 91 पर हुआ हादसा। अचानक लगी आग के बाद चालक और परिचालक यात्रियों को छोड़कर फरार। आग लगने का प्रारंभिक कारण चालक की लापरवाही और शॉर्ट-सर्किट बताया जा रहा है।

Updated On 2025-05-21 17:12:00 IST

अलीगढ़ के नेशनल हाईवे 91 पर एक डबल डेकर बस में मंगलवार देर रात भीषण आग लग गई। यह बस कानपुर के बिल्हौर से पानीपत जा रही थी और इसमें 60 से अधिक यात्री सवार थे। आग इतनी तेज़ी से फैली कि यात्रियों को अपनी जान बचाने के लिए बस की खिड़कियां तोड़नी पड़ीं। इस दौरान चालक और परिचालक यात्रियों को बस में छोड़कर मौके से फरार हो गए। गनीमत रही कि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई, हालांकि यात्रियों का सामान जलकर राख हो गया।

अचानक लगी आग, चालक-परिचालक ने छोड़ा साथ

यह हादसा थाना सासनी गेट क्षेत्र के मथुरा बाईपास पर हुआ। बताया गया कि बस के गियर बॉक्स से अचानक धुआं निकलने लगा और देखते ही देखते आग की लपटें उठने लगीं। बस के स्टाफ ने कुछ देर पहले अकराबाद टोल पर इंजन में खराबी आने पर तारों को जोड़कर उसे ठीक करने की कोशिश की थी। यही ड्राइवर की कथित लापरवाही बताई जा रही है, क्योंकि एक्सीलरेटर ठीक से काम नहीं कर रहा था और वह हाथ से एक्सीलरेटर के तार को खींचकर बस चला रहा था। आशंका है कि इसी कारण शॉर्ट-सर्किट हुआ और आग लग गई।

जब आग लगी तो चालक और परिचालक ने यात्रियों की सुरक्षा की कोई परवाह नहीं की और उन्हें बस में ही छोड़कर भाग गए। इस स्थिति में यात्रियों को अपनी जान बचाने के लिए खुद ही प्रयास करने पड़े। यात्रियों ने हिम्मत दिखाते हुए बस की खिड़कियां तोड़ीं और अपनी जान बचाई। यह घटना मंगलवार रात लगभग 12 बजे दिल्ली-कानपुर हाईवे पर हुई।

दमकल कर्मियों ने एक घंटे में पाया आग पर काबू

हादसे की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की दो गाड़ियां तत्काल मौके पर पहुंचीं। दमकल कर्मियों ने लगभग एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पा लिया। हालांकि, तब तक बस जलकर खाक हो चुकी थी। बस की डिग्गी में रखा यात्रियों का सारा सामान भी आग की भेंट चढ़ गया। यह एक बड़ी राहत थी कि इस भयावह आग में किसी भी यात्री को चोट नहीं आई।

एक यात्री ने बताया कि उसने कन्नौज से बस में सफर शुरू किया था और सभी यात्रियों ने ऑनलाइन टिकट बुक कराए थे। यात्रियों ने चालक और परिचालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि आपातकाल की स्थिति में चालक और परिचालक ने यात्रियों की सुरक्षा को पूरी तरह से अनदेखा कर दिया, जो बेहद गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार है।

ड्राइवर की लापरवाही बनी हादसे की मुख्य वजह

बन्नादेवी फायर सर्विस के अधिकारी ने बताया कि बिल्हौर से पानीपत जा रही इस प्राइवेट बस में हादसा उस समय हुआ जब बस अकराबाद टोल पर पहुंची थी और इंजन में कुछ खराबी आ गई थी। बस के स्टाफ ने तारों को जोड़कर इंजन को ठीक करने की कोशिश की, जिसके बाद बस फिर से चलने लगी।

अलीगढ़-मथुरा हाईवे बाईपास पर पहुंचते ही बस में शॉर्ट-सर्किट हो गया और आग की लपटें उठने लगीं। ड्राइवर ने तुरंत बस को धीमा किया और आग की लपटें देखकर यात्री और स्टाफ बस से कूदकर भागने लगे। पुलिस और दमकल की गाड़ियां तुरंत घटनास्थल पर पहुंचीं। रात करीब एक बजे तक आग पर काबू पा लिया गया। आग में यात्रियों का काफी सामान जल गया, लेकिन अच्छी बात यह रही कि इस घटना में कोई भी हताहत नहीं हुआ। हालांकि, हादसे के बाद बस का ड्राइवर और क्लीनर मौके से गायब हो गए। 

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