डेटिंग ऐप का खौफनाक सच: टिंडर से बनाया समलैंगिक संपर्क, पानीपत में दो बच्चों का पिता हुआ HIV संक्रमित

38 वर्षीय विवाहित व्यक्ति बार-बार असुरक्षित अननेचुरल संबंध बनाने के बाद संक्रमित हो गया। काउंसलर ने बताया कि अप्राकृतिक संबंध बनाना खतरनाक है और पानीपत में रोजाना 2 से 3 नए एचआईवी केस सामने आ रहे हैं।

Updated On 2025-11-16 15:15:00 IST

असुरक्षित और अप्राकृतिक यौन संबंध।  

पानीपत में एक विवाहित व्यक्ति ऑनलाइन डेटिंग ऐप टिंडर (Tinder) के माध्यम से एक समलैंगिक (गे) व्यक्ति के संपर्क में आया। बार-बार असुरक्षित और अननेचुरल संबंध बनाने के बाद उस व्यक्ति को पता चला कि वह एचआईवी (HIV) से संक्रमित हो चुका है।

इस घटना ने सिविल अस्पताल के एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी (ART) सेंटर के डॉक्टरों और काउंसलरों को भी स्तब्ध कर दिया है। उनका कहना है कि मेल-टू-मेल संबंध बनाने के कारण एचआईवी संक्रमण फैलने का औसतन एक मामला हर महीने सामने आ रहा है, लेकिन ऑनलाइन डेटिंग ऐप के जरिए संपर्क स्थापित होने का यह पहला दर्ज किया गया केस है।

डेटिंग ऐप से शुरू हुआ घातक संपर्क

दो बच्चों के पिता व पीड़ित व्यक्ति ने काउंसलिंग के दौरान अपनी पूरी आपबीती सिलसिलेवार ढंग से बताई। उसकी कहानी एक विज्ञापन से शुरू हुई, जिसे उसने अपनी फेसबुक वॉल पर देखा था। यह विज्ञापन डेटिंग ऐप पर मेल-टू-मेल संपर्क स्थापित करने और शारीरिक इच्छाओं की पूर्ति से संबंधित था।

असुरक्षित संबंधों का सिलसिला

• विज्ञापन से ऐप डाउनलोड : 38 वर्षीय शादीशुदा पीड़ित ने विज्ञापन पर दिए गए लिंक पर क्लिक करके डेटिंग ऐप टिंडर को डाउनलोड किया।

• गे यूजर से संपर्क : ऐप पर उसकी एक ID वाले यूजर से दोस्ती हुई, जिसके बाद दोनों ने मिलने का प्लान बनाया।

• असुरक्षित संबंध : दोनों निर्धारित जगह पर मिले और पहली बार असुरक्षित शारीरिक संबंध बनाए। पीड़ित ने बताया कि यह सिलसिला यहीं नहीं रुका, बल्कि वे दोनों कई बार मिले और असुरक्षित संबंध बनाते रहे।

• महिला मित्र से भी संबंध : पीड़ित ने यह भी स्वीकार किया कि उसने उक्त समलैंगिक व्यक्ति के अलावा अपनी एक महिला मित्र के साथ भी असुरक्षित यौन संबंध बनाए थे।

स्वास्थ्य बिगड़ने पर हुआ HIV का खुलासा

कुछ समय बाद पीड़ित को लगातार डायरिया (दस्त) की शिकायत हुई, जो तमाम इलाज के बावजूद ठीक नहीं हो रही थी। निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने उसकी बिगड़ती हालत देखकर HIV का टेस्ट किया, जिसमें पता चला कि वह इस जानलेवा वायरस का शिकार हो चुका है। तत्काल उसे सरकारी अस्पताल के एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी (ART) सेंटर में ट्रांसफर किया गया, जहां वर्तमान में उसका उपचार और विस्तृत काउंसिलिंग जारी है।

ART सेंटर के काउंसलर की चेतावनी

ART सेंटर के काउंसलर रविंद्र ने इस मामले पर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि काउंसलिंग के दौरान ही उन्हें टिंडर ऐप के जरिए संपर्क होने की जानकारी मिली।

काउंसलर रविंद्र के अनुसार अप्राकृतिक संबंध बनाना प्राकृतिक शारीरिक संबंध बनाने की तुलना में कहीं अधिक खतरनाक होता है, जिससे संक्रमण फैलने का जोखिम बहुत बढ़ जाता है।

काउंसलर रविंद्र ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि पानीपत में रोजाना 2 से 3 नए एचआईवी केस सामने आ रहे हैं। इनमें से अधिकांश मामलों का मुख्य कारण असुरक्षित यौन संबंध बनाना है। रविंद्र ने सभी लोगों से सख्त अपील की है कि वे इस तरह की डेटिंग ऐप्स के झांसे में न आएं, जहां लोग अक्सर नाम बदलकर मिलते हैं। इन ऐप्स के जाल में फंसकर लोग एचआईवी जैसे खतरनाक वायरस का शिकार हो जाते हैं।

अब पीड़ित ने की मार्मिक अपील

संक्रमित होने के बाद पीड़ित ने समाज के सभी लोगों से एक मार्मिक अपील की। उसने कहा कि कोई भी व्यक्ति अपनी पत्नी या लाइफ पार्टनर के अलावा बाहर किसी के साथ कभी भी संबंध न बनाए। यदि बाहर संबंध बनाना अपरिहार्य हो तो हमेशा सुरक्षित यौन संबंध (कंडोम का उपयोग) को ही प्राथमिकता देनी चाहिए, क्योंकि एक छोटी सी गलती जीवन को तबाह कर सकती है। यह मामला एक चेतावनी है कि ऑनलाइन डेटिंग प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल करते समय अत्यधिक सावधानी और जिम्मेदारी बरतना कितना जरूरी है, खासकर जब यौन स्वास्थ्य की बात आती है। 


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