पानीपत में Ed का शिकंजा: सरकारी ठेकों में कमीशनखोरी के मामले में ट्रैवल एजेंट के ठिकाने पर रेड

सरकारी ठेकों में कमीशनखोरी करने वाले ठेकेदार रिशु श्री और उससे जुड़े लोगों पर ईडी ने कड़ी कार्रवाई की है। हरियाणा के पानीपत में भी ट्रैवल एजेंट के ठिकाने पर छापेमारी की गई। यह रेड बिहार, हरियाणा और गुजरात में कुल 9 जगहों पर हुई, जिनमें पटना, मुजफ्फरपुर, और सूरत भी शामिल थे।

Updated On 2025-06-14 11:25:00 IST

ईडी की ओर से दर्ज केस में IAS संजीव हंस और ठेकेदार रिशु श्री पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप।

बिहार के पटना में सरकारी ठेकों में कमीशनखोरी करने वाले ठेकेदार रिशु श्री और उससे जुड़े लोगों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिकंजा कसा है। गुरुवार को ईडी ने बिहार, हरियाणा और गुजरात में 9 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। यह छापेमारी पटना, मुजफ्फरपुर, पानीपत और सूरत जैसे प्रमुख शहरों में की गई। ईडी की इस कार्रवाई से भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त संदेश गया है।

सरकारी ठेकों में कमीशनखोरी और विदेश यात्राओं का खेल

रिशु श्री पर गंभीर आरोप हैं कि वह सरकारी ठेकों में बड़े पैमाने पर कमीशन लेता था और इसी काले धन का इस्तेमाल भ्रष्ट अफसरों को देश-विदेश की सैर कराने में करता था। ईडी को इन ट्रैवल एजेंटों के ठिकानों से अधिकारियों की यात्रा से जुड़े कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं, जिनकी गहनता से जांच की जा रही है। इन दस्तावेजों से कई बड़े नामों के सामने आने की संभावना है।

कंपनी के माध्यम से काले धन को सफेद किया जाता था 

छापेमारी के दौरान ईडी को रिशु श्री की एक और संदिग्ध कंपनी, 'श्री नेस बिल्ड इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड' का भी पता चला है। बताया जा रहा है कि इस कंपनी के माध्यम से भ्रष्ट अधिकारियों के काले धन को सफेद किया जाता था। इस कंपनी से बिहार सरकार के कई अधिकारियों की पत्नी और परिवार के लोग भी जुड़े हुए हैं। ईडी को इस कंपनी से जुड़े कई अधिकारियों, उनकी पत्नियों और परिजनों की विस्तृत जानकारी मिली है, जो जांच का एक अहम हिस्सा है। इस मामले में आईएएस संजीव हंस भी आरोपी हैं, जिससे मामले की गंभीरता और बढ़ जाती है।

कर्मचारियों के ट्रांसफर व पोस्टिंग में भी कमीशन का खेल

ईडी सूत्रों के अनुसार रिशु श्री केवल सरकारी ठेकों तक ही सीमित नहीं था, बल्कि वह कर्मचारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग में भी सक्रिय था। पटना में ईडी ने दानापुर के पूर्वी गोला रोड इलाके में रिशु श्री से जुड़े अवर सचिव स्तर के अधिकारी विनोद कुमार के घर भी छापेमारी की। आरोप है कि विनोद रिशु श्री के माध्यम से छोटे कर्मचारियों का ट्रांसफर व पोस्टिंग करवाकर मोटी कमाई करते थे। यह खुलासा सरकारी तंत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार की गहराई को दर्शाता है।

सीए के घर से दस्तावेज बरामद

मुजफ्फरपुर में रिशु श्री के चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) अविनाश कुमार के घर पर भी ईडी ने छापेमारी की। उम्मीद है कि अविनाश कुमार के पास से रिशु श्री के वित्तीय लेनदेन से जुड़े कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और जानकारी मिली होगी। सीए की भूमिका अक्सर काले धन को सफेद करने और वित्तीय हेराफेरी में महत्वपूर्ण होती है।

स्पेशल विजिलेंस यूनिट की FIR में भी रिशु श्री का नाम

रिशु श्री के खिलाफ केवल ईडी ही नहीं, बल्कि बिहार सरकार की स्पेशल विजिलेंस यूनिट (एसवीयू) ने भी एफआईआर दर्ज की है। एसवीयू की एफआईआर में भी आईएएस संजीव हंस आरोपी के तौर पर नामित हैं। रिशु श्री के बिहार सरकार के कई बड़े अधिकारियों से अच्छे संबंध थे, जिसका फायदा उठाकर वह मनमाने ढंग से सरकारी टेंडरों को मैनेज करता था और बड़े पैमाने पर कमीशनखोरी करता था। 

ईडी की यह छापेमारी भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई है और आने वाले दिनों में कई और खुलासे होने की संभावना है। इस मामले में कई बड़े अधिकारियों के नाम सामने आ सकते हैं, जिससे बिहार की राजनीति और प्रशासनिक हलकों में भूचाल आ सकता है। ईडी इस मामले में हर पहलू की गहराई से जांच कर रही है और उम्मीद है कि सभी दोषियों को कानून के दायरे में लाया जाएगा। 

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