Donald Trump: डोनाल्ड ट्रंप का हरियाणा के इस गांव से गहरा नाता, पढ़िये 'ट्रंप विलेज' के बसने की कहानी

Donald Trump: अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत से हरियाणा का एक गांव बेहद खुश है। खास बात है कि इस गांव का नाम भी ट्रंप के नाम पर रखा गया है।

By :  Amit Kumar
Updated On 2024-11-08 16:01:00 IST
डोनाल्ड ट्रंप की जीत से हरियाणा के एक गांव में खुशी की लहर।

रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल कर ली है। उन्होंने अपनी प्रतिद्वंदी कमला हैरिस को पराजित किया है। डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने से उनके प्रशंसकों में खुशी की लहर है। भारत में भी डोनाल्ड ट्रंप के ढेरों प्रशंसक हैं, जो की सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैशटैग #CongratulationsSir पर बधाई संदेश दे रहे हैं। खास बात है कि इन सबके बीच हरियाणा का एक गांव भी ट्रंप की इस जीत को सेलिब्रेट करने की तैयारी कर रहा है।

हरियाणा के मेवात जिले के अंतर्गत आने वाले मरोड़ा गांव को ट्रंप ग्राम के नाम से भी जाना जाता है। करीब 7 साल पहले 2017 में इस मरोड़ा गांव को ट्रंप ग्राम का नाम दिया गया था। यह आज भी कागजों में मरोड़ा गांव के नाम से जाना जाता है, लेकिन इसके नए नाम ने ही फिर से सुर्खियों में ला दिया है। अब आप सोच रहे होंगे कि इस गांव को नया नाम किसने दिया और क्यों... तो चलिये पहले बताते हैं कि इसका नाम ट्रंप ग्राम क्यों रखा गया।

ट्रंप ग्राम के पीछे की कहानी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में सरकार बनने के बाद से हर घर शौचालय नाम से विशेष अभियान चलाया था। इस अभियान का उद्देश्य था कि शौचालय के लिए बेटी और महिलाओं को खुले में शौच न करना पड़े। पीएम मोदी की इस अपील के बावजूद मेवात के क्षेत्र में यह अभियान धीमा चल रहा था। इसमें मेवात का मरोड़ा गांव भी शामिल था। यहां 160 घर ऐसे थे, जहां 2017 तक शौचालय नहीं बन पाए थे। ऐसे में बहु बेटियों को शौचालय के लिए बाहर जाना पड़ता था।

इस दौरान एक प्राइवेट सामाजिक संस्था सुलभ इंटरनेशनल मरोड़ा गांव पहुंची तो हालात देखकर हैरान रह गई। गांव का पूर्व और वर्तमान सरपंच एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराने लगा। ऐसे में सुलभ इंटरनेशनल ने स्वयं ही प्रत्येक घर में शौचालय बनवाने की जिम्मेदारी ले ली। इस मुहिम के चलते ही मरोड़ा गांव खुले में शौच से मुक्त हो चुका है।

मरोड़ा गांव का नाम ट्रंप ग्राम किसने रखा

अब आपके इस दूसरे सवाल का जवाब देते हैं। यह नाम सुलभ इंटरनेशनल ने ही दिया है। दरअसल, उस समय पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच गहरी दोस्ती की चर्चाएं चल रही थी। ऐसे में संस्था ने निर्णय लिया कि पीएम मोदी के जिगरी दोस्त डोनाल्ड ट्रंप के नाम पर इस गांव का नाम ट्रंप ग्राम रखा जाए।

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सुलभ इंटरनेशनल के चेयरमैन बिंदेश्वर पाठक ने बताया था कि गांव का हर बच्चा डोनाल्ड ट्रंप को जानता था। बच्चों से पूछा गया था कि क्या इस गांव का नाम ट्रंप गांव रखा जाए। बच्चे ही नहीं बल्कि बुजुर्गों के चेहरे पर भी खुशी आ गई थी, इस कारण इस गांव को ट्रंप ग्राम का नया नाम दिया। कागजों में आज भी इस गांव का नाम मरोड़ा गांव है, लेकिन गांव के लोग आज भी इसे ट्रंप ग्राम के रूप से याद रखते हैं।

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