परीक्षा का जानलेवा दबाव: NEET और CET में टूटी उम्मीद, पूर्व फौजी की बेटी ने दी जान

हरियाणा के नारनौल में पूर्व फौजी की बेटी परीक्षा के दबाव से जंग नहीं लड़ पाई। उसने NEET और CET दोनों पेपर दिए थे। लेकिन दोनों ही परीक्षाओं का रिजल्ट देख वह टूट गई।

Updated On 2025-08-03 17:59:00 IST

नारनौल में पूर्व फौजी की बेटी ने परीक्षा में नंबर कम आने पर जहर खाकर जान दी। 

परीक्षा का जानलेवा दबाव : हरियाणा के नारनौल जिले से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। अटेली थाना क्षेत्र के कुंजपुरा गांव की रहने वाली 19 वर्षीय अंशु ने कम नंबर आने के मानसिक दबाव में जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। अंशु एक रिटायर्ड फौजी की बेटी थी और मेडिकल क्षेत्र में करियर बनाने का सपना देख रही थी।

NEET में 470 अंकों पर नहीं मिला एडमिशन

परिजनों के मुताबिक, अंशु ने इस साल मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET दी थी, जिसमें उसे 470 अंक प्राप्त हुए। हालांकि यह स्कोर औसत से बेहतर माना जाता है, लेकिन मेडिकल कॉलेज में दाखिले की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा। अंशु को पूरा विश्वास था कि उसे किसी अच्छे कॉलेज में सीट मिल जाएगी, लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ तो वह निराश रहने लगी।

CET में भी 46 बना स्कोर तो लगा आघात

NEET के बाद अंशु ने वैकल्पिक करियर की तलाश में BSc फर्स्ट ईयर में दाखिला लिया। इसी दौरान उसने हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन द्वारा आयोजित कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट CET भी दिया। परिजनों और गांव के सरपंच के अनुसार, जब अंशु ने CET की आंसर-की से अपने उत्तर मिलाए तो उसके केवल 46 नंबर बनते दिखे। यह दूसरा झटका उसकी उम्मीदों और आत्मविश्वास के लिए भारी साबित हुआ।

घर पर अकेली थी तो निगला जहर

शनिवार को वह घर पर अकेली थी और उसी दौरान उसने नशीला पदार्थ निगल लिया। परिजन जब तक स्थिति को समझ पाते, तब तक उसकी हालत बिगड़ चुकी थी। उसे पहले एक निजी अस्पताल ले जाया गया और वहां से नारनौल के सरकारी अस्पताल में रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने परिजनों के बयान दर्ज कर शव का पोस्टमॉर्टम कराकर अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिया है। फिलहाल मामले की जांच जारी है।

Tags:    

Similar News