शिवरात्रि से पहले कड़ी सुरक्षा: करनाल में 19 नाके, 16 राइडर्स, हुड़दंग पर की जाएगी कार्रवाई

सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से हर 100 मीटर पर शिविर लगाकर कांवड़ियों को सुविधाएं दी जा रही हैं। प्रशासन ने डीजे पर हुड़दंग और तेज आवाज में म्यूजिक बजाने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।

Updated On 2025-07-20 12:37:00 IST

कांवड़ शिविरों के पास तैनात पुलिस बल। 

शिवरात्रि से पहले हरिद्वार से लौटते कांवड़ियों की भारी भीड़ को देखते हुए करनाल प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। 23 जुलाई को सावन शिवरात्रि है और इन दिनों कांवड़ यात्रा अपने चरम पर है। लाखों की संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार से गंगाजल लेकर अपने-अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहे हैं, जिसे देखते हुए स्थानीय प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। पुलिस ने नाकेबंदी से लेकर रूट प्लान तक की पुख्ता तैयारियां कर ली हैं। हर मोर्चे पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं।

चार रास्तों से कांवड़ियों को अनुमति

करनाल जिले में यूपी बॉर्डर से सटे जिन चार रास्तों से कांवड़ियों को आने-जाने की अनुमति है, वहां पुलिस चौकियां स्थापित की गई हैं। जिला पुलिस पीआरओ जितेंद्र कुमार के अनुसार, हर आने-जाने वाले पर कड़ी नजर रखी जा रही है और निगरानी तेज कर दी गई है। हरिद्वार से लौटने वाले कांवड़ियों की संख्या बढ़ने पर वैकल्पिक रूटों की भी व्यवस्था की गई है, ताकि किसी भी प्रकार की भीड़भाड़ या अव्यवस्था से बचा जा सके। संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है, ताकि यात्रा के दौरान किसी भी गड़बड़ी को रोका जा सके।

मार्गों पर लगातार पेट्रोलिंग और निगरानी

कांवड़ यात्रा मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता बनाने के लिए पुलिस ने 19 जगहों पर नाकेबंदी की है। इन नाकों पर हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है। किसी भी मेडिकल इमरजेंसी से निपटने के लिए 16 पुलिस राइडर्स के साथ एम्बुलेंस को भी तैनात किया गया है। ये राइडर्स यात्रा मार्गों पर लगातार पेट्रोलिंग और निगरानी करेंगे, जबकि एम्बुलेंस को अलर्ट मोड में रखा गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत मौके पर पहुंचा जा सके और आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान की जा सके।

सिंगल लेन को डबल करने की योजना

श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के कारण यातायात व्यवस्था बनाए रखना एक बड़ी चुनौती है। इसे देखते हुए ट्रैफिक पुलिस को सख्त निर्देश दिए गए हैं। जहां अधिक भीड़ की संभावना है, वहां सिंगल लेन को डबल लेन में बदलने की योजना बनाई गई है। आवश्यकता पड़ने पर यात्रा मार्गों को डायवर्ट करने की भी योजना है, ताकि जाम की स्थिति उत्पन्न न हो। साथ ही यातायात भी सुचारु रूप से चलता रहे।

यात्रा के दौरान शिवभक्त कांवड़ियों को कोई असुविधा न हो, इसके लिए प्रशासन ने सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं के साथ मिलकर कार्य किया है। यात्रा मार्गों पर हर 100 मीटर पर शिविर लगाएं हैं। कांवड़ियों को पीने का पानी, प्राथमिक उपचार, आराम और भोजन जैसी मूलभूत सुविधाएं आसानी से मिलती रहीं।

डीजे और हुड़दंग पर सख्ती

कांवड़ यात्रा के दौरान कुछ लोगों द्वारा डीजे लगाकर हुड़दंग मचाने की प्रवृत्ति पर पुलिस सख्त रुख अपनाएगी। प्रशासन की ओर से स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी वाहन पर डीजे लगाकर तेज आवाज में म्यूजिक बजाना या हुड़दंग मचाना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रण में रखने के लिए भी पुलिस टीमों को निर्देशित किया गया है, ताकि यात्रा के दौरान शांति और व्यवस्था बनी रहे और किसी को असुविधा न हो।

एसपी की अपील

पुलिस अधीक्षक (SP) गंगा राम पुनिया ने बताया कि जिला प्रशासन का मुख्य उद्देश्य श्रद्धालुओं की भावनाओं का सम्मान करना है, लेकिन साथ ही सुरक्षा में किसी भी प्रकार की चूक न हो। इसी उद्देश्य से हर स्तर पर व्यवस्थाएं कड़ी की गई हैं। शिवरात्रि के अवसर पर किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए सभी अधिकारी, कर्मचारी और सुरक्षा बल अलर्ट मोड में हैं। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अनुशासन और नियमों का पालन कर अपनी यात्रा पूरी करें, ताकि यह धार्मिक आयोजन शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से संपन्न हो सके। करनाल प्रशासन का प्रयास है कि कांवड़ यात्रा धार्मिक श्रद्धा और सुरक्षित वातावरण के बीच सफल रहे। 

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