बेटे की शादी के दिन पिता की हत्या: करनाल में गिरफ्तार आरोपी बोले- हमने गला घोंटा, जंगल में शव खोज रही पुलिस
हत्यारों ने शव को जंगल में छिपा दिया, जिसे पुलिस दो बार निशानदेही कराने के बावजूद बरामद नहीं कर पाई है। शव और नकदी न मिलने से नाराज परिजनों और ग्रामीणों ने इंद्री थाने में हंगामा किया।
हरियाणा के करनाल में बेटे की शादी वाले दिन ही पिता की निर्मम हत्या कर दी गई। नौरता गांव के 65 वर्षीय रामलाल की गला घोंटकर हत्या करने के बाद हत्यारों ने उनके शव को गायब कर दिया। बारात लौटने पर जब रामलाल घर नहीं मिले, तब परिवार को अनहोनी का शक हुआ। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन शव अभी तक बरामद नहीं हो सका है, जिसके कारण ग्रामीणों में भारी रोष है।
सुबह अचानक घर से गायब हो गए
नौरता गांव में 29 नवंबर को रामलाल के बेटे की शादी का माहौल था। उसी सुबह रामलाल अचानक घर से गायब हो गए। परिवार ने गांव और आसपास के क्षेत्रों में उनकी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। शाम तक जब वह नहीं लौटे तो परिजनों ने इंद्री थाने में उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। चूंकि शादी का कार्यक्रम तय था, इसलिए अगले दिन परिवार को मजबूरी में बारात निकालनी पड़ी।
सीसीटीवी फुटेज बना हत्या का क्लू
पुलिस ने गुमशुदगी की शिकायत मिलने के बाद तुरंत जांच शुरू की और गांव के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। फुटेज में एक अहम क्लू मिला। रामलाल अपने गांव के ही युवक आबिद की मोटरसाइकिल पर पीछे बैठकर कहीं जाते हुए दिखाई दिए। सीसीटीवी फुटेज से यह साफ हो गया कि रामलाल खुद घर से नहीं गए थे, बल्कि किसी के साथ बाहर गए थे। इसके बाद पुलिस ने आबिद को हिरासत में लिया और गहन पूछताछ शुरू की।
शराब के बहाने ले जाकर गला घोंटा
पुलिस की पूछताछ में आरोपी आबिद ने चौंकाने वाला खुलासा किया। आबिद ने स्वीकार किया कि उसने अपने साथी वाजिद के साथ मिलकर रामलाल को शराब पिलाने के बहाने कलेसर के जंगल में ले जाकर हत्या कर दी। हत्या करने के लिए रामलाल के ही गमछे का इस्तेमाल किया गया था, जिससे गला घोंटकर उन्हें मारा गया।
हत्या के बाद दोनों आरोपियों ने शव को कलेसर जंगल की ओर फेंक दिया।
आरोपियों के बयान से जांच उलझी
हत्या के खुलासे के बाद सबसे बड़ी चुनौती रामलाल के शव को बरामद करने की है। पुलिस ने रविवार और सोमवार को दोनों आरोपियों को लेकर दो बार कलेसर जंगल में निशानदेही करवाई। हालांकि, दोनों ही बार आरोपी लगातार अपने बयान बदलते रहे और पुलिस को गुमराह करते रहे। नतीजा यह हुआ कि दो बार की गहन तलाश के बाद भी शव बरामद नहीं हो सका। ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि एक बार निशानदेही के दौरान आरोपी पुलिस की गिरफ्त से भाग भी गया था, जिसे बाद में दोबारा पकड़ लिया गया। शव न मिलने से पुलिस की जांच उलझ गई है।
परिजनों का गुस्सा फूटा, थाने में हंगामा
शव बरामद न होने और हत्या के कई दिन बीत जाने से परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा। वे बड़ी संख्या में ग्रामीणों के साथ इंद्री थाने पहुंचे और जबरदस्त हंगामा किया।
परिवार का कहना है कि न सिर्फ उनके घर का मुखिया मारा गया, बल्कि रामलाल शादी का सामान लाने जा रहे थे और उनके पास काफी नकदी थी, जो अब न तो मिली है और न ही बरामद हुई है। परिजनों ने चेतावनी दी है कि यदि पुलिस जल्द से जल्द रामलाल का शव बरामद नहीं करती है, तो वे एक बड़ा और व्यापक प्रदर्शन शुरू करेंगे। पुलिस अधिकारी फिलहाल परिजनों को शांत करने और जल्द से जल्द शव बरामद करने का आश्वासन दे रहे हैं।
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