'महाराजा सूरजमल' को 'सूरज खान' लिखने पर बवाल: भजन गायक कन्हैया मित्तल की पोस्ट पर भड़का जाट समाज
समाज के नेताओं ने कहा कि यह एक महान राजा का अपमान है और अगर गायक ने माफी नहीं मांगी तो पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जाएगी। हालांकि, मित्तल की टीम ने इसे टाइपिंग की गलती बताया लेकिन जाट समाज इससे संतुष्ट नहीं है।
महाराजा सूरजमल स्टेडियम के गेट पर ताला लगाते गुस्साए लोग।
हरियाणा के कैथल में भजन गायक कन्हैया मित्तल की एक सोशल मीडिया पोस्ट ने विवाद खड़ा कर दिया है। जाट समाज के लोगों ने महाराजा सूरजमल को 'सूरज खान' लिखे जाने पर कड़ा विरोध जताया है। इस घटना से गुस्साए लोगों ने कन्हैया मित्तल के कार्यक्रम स्थल यानी महाराजा सूरजमल स्टेडियम के गेट पर ताला लगा दिया और उनके पोस्टरों पर कालिख पोत दी। यह सब तब हुआ जब मित्तल जागरण कार्यक्रम में भजन गाने के लिए शहर में मौजूद थे।
सोशल मीडिया पेज से लाइव प्रसारण हो रहा था
श्री श्याम निष्काम सेवा मंडल द्वारा सोमवार रात को कैथल के महाराजा सूरजमल स्टेडियम में एक श्याम जागरण का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में भजन गायक कन्हैया मित्तल को बुलाया गया था और उनके सोशल मीडिया पेज से ही इसका लाइव प्रसारण हो रहा था। रात करीब 8 बजे जब लाइव शुरू हुआ, तो उसमें 'महाराजा सूरजमल स्टेडियम' की जगह 'महाराजा सूरजखान स्टेडियम कैथल' लिखा हुआ था। इस गलती को देखते ही जाट समाज के लोग भड़क गए। हालांकि बाद में यह पोस्ट हटा दी गई, लेकिन तब तक बात फैल चुकी थी।
जाट समाज का कड़ा रुख
इस घटना से नाराज जाट समाज के लोग अगले दिन सुबह स्टेडियम पहुंचे और गेट पर ताला लगा दिया। उन्होंने कन्हैया मित्तल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और वहां लगे उनके पोस्टरों पर कालिख पोत दी। जगरूप ढुल और महावीर चहल जैसे समाज के नेताओं ने इसे महाराजा सूरजमल का अपमान बताया। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर कन्हैया मित्तल ने सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगी, तो वे पुलिस में शिकायत दर्ज कराएंगे। उनका कहना है कि यह सिर्फ एक टाइपिंग की गलती नहीं, बल्कि एक महान राजा के सम्मान पर सीधा हमला है।
गायक की टीम ने मांगी माफी
विवाद बढ़ने के बाद कन्हैया मित्तल की सोशल मीडिया टीम ने एक वीडियो जारी कर इस गलती के लिए माफी मांगी। वीडियो में एक युवक ने बताया कि वह सोशल मीडिया की जिम्मेदारी संभाल रहा था और टाइपिंग की गलती के कारण यह चूक हुई। उसने कहा कि गलती का पता चलते ही इसे तुरंत ठीक कर दिया गया था और बाद में महाराजा सूरजमल को आदरणीय कहकर संबोधित किया गया था। हालांकि, जाट समाज इस माफी से संतुष्ट नहीं दिख रहा है।
महाराजा सूरजमल ने 80 से ज्यादा युद्ध जीते
महाराजा सूरजमल 18वीं सदी के एक महान जाट राजा थे, जिन्हें उनके अदम्य साहस और युद्ध कौशल के लिए जाना जाता है। उन्होंने राजस्थान के भरतपुर रियासत की स्थापना की थी। महाराजा सूरजमल ने 80 से ज्यादा युद्ध जीते और अपने शासनकाल में उन्होंने भरतपुर में प्रसिद्ध लोहागढ़ किले का निर्माण भी करवाया था। उन्हें 'जाटों का प्लेटो' भी कहा जाता है। यह विवाद उनके सम्मान से जुड़ा है, यही वजह है कि जाट समाज इस मामले को इतनी गंभीरता से ले रहा है।
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