Hisar DJ dispute: पुलिस चौकी शिफ्टिंग के विरोध में धरना, महिलाएं बोलीं-गुंडे हमें जीने नहीं देंगे
हरियाणा के हिसार में डीजे विवाद में 10 दिन से चल रहा धरना सीएम के आश्वासन के बाद खत्म हो गया। परिजनों की मांग पर FIR दर्ज हो गई है। पुलिस ने साफ कहा था कि एफआईआर नहीं होगी। अब पुलिस ने उस विवादित एरिया से चौकी शिफ्ट करनी चाही तो महिलाएं विरोध में उतर आईं।
Hisar DJ dispute : हरियाणा के हिसार में पुलिस अधिकारियों द्वारा शहर की 12 क्वार्टर चौकी को खाली किए जाने पर क्षेत्रवासियों ने जमकर बवाल काटा। महिलाओं ने चौकी के गेट पर धरना दे दिया और कहा कि चौकी यहां से शिफ्ट हुई तो गुंडे हमें जीने नहीं देंगे, दिनदहाड़े घटनाएं होंगी। दुकानदारों ने भी बाजार बंद कर दिया। क्षेत्रवासियों ने 12 क्वार्टर रोड जाम कर दिया। चौकी शिफ्ट नहीं करने का आश्वासन देकर जाम खुलवाया गया।
7 जुलाई को हुए डीजे विवाद से जोड़ रहे मामला
ऐसी चर्चा है कि 12 क्वार्टर चौकी को शिफ्ट करने के मामले को गत 7 जुलाई को यहां हुए डीजे विवाद के साथ जोड़ा जा रहा है। डीजे बंद कराने गई पुलिस व युवकों की बीच झड़प के दौरान छत से गिरकर एक दलित युवक गणेश की मौत हो गई थी और एक युवक आकाश घायल हो गया था। इस मामले में 10 दिन तक लोगों ने धरना दिया था। इसके बाद सीएम से मिलने के बाद अब एफआईआर दर्ज हुई है। हालांकि एडीजीपी गुरुवार को दिन में ही कह चुके थे कि पुलिस कर्मचारियों की कोई गलती नहीं है। अब एफआईआर के बाद पुलिस विवाद वाले एरिया से चौकी शिफ्ट करने का प्लान बना रही है।
चौकी में जगह कम होने का हवाला दिया
पुलिस अधिकारियों के निर्देशों पर 12 क्वार्टर चौकी को शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू हुई। इसके तहत पुलिस कर्मचारी चौकी का सामान निकालकर दूसरी जगह ले जाने लगे। काफी सामान गाड़ी में भरकर शिफ्ट भी कर दिया गया। इस बीच क्षेत्रवासियों को यह सूचना मिली तो वे भारी विरोध करने लगे। इसके बाद पूर्व मेयर गौतम सरदाना व अन्य लोग भी मौके पर पहुंचे। गौतम सरदाना ने पुलिस अधिकारियों से भी बात की और चौकी को शिफ्ट न करने की मांग की। लोगों के विरोध को देखते हुए फिलहाल पुलिस अधिकारियों ने चौकी शिफ्ट करने का अपना निर्णय वापिस ले लिया। अधिकारियों ने तर्क दिया कि यहां चौकी में जगह कम पड़ रही है।
एडीजीपी पुलिस को दे चुके थे क्लीन चिट
गणेश मौत प्रकरण को लेकर शुक्रवार को दिनभर चर्चा चलती रही कि गुरुवार की सुबह हिसार मंडल के एडीजीपी केके राव प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए पुलिस का बचाव करते हैं और स्पष्ट कहते हैं कि गणेश मौत मामले में पुलिस की कोई गलती नहीं है और भविष्य में भी अगर कोई गुस्ताखी करेगा पुलिस सख्ती से पेश आएगी। लेकिन शाम होते-होते गणेश मौत प्रकरण में नागरिक अस्पताल में लंबे समय से चल रहे धरने के सामने सरकार झुकी जाती है और पुलिस पर केस दर्ज करने समेत पांच मांगें मानकर मृतक गणेश के शव का अंतिम संस्कार करने के लिए मना लेती है। हालांकि एफआईआर अभी अज्ञात पर की गई है।
दलित युवक गणेश का 11वें दिन हुआ अंतिम संस्कार
हिसार शहर के 12 क्वार्टर क्षेत्र में 10 दिन पूर्व डीजे पर विवाद में हुई दलित युवक गणेश की मौत के 11वें दिन शुक्रवार को उसका अंतिम संस्कार किया गया। गुरुवार देर रात सरकार से हुई वार्ता में मांगें माने जाने के बाद पीड़ित परिवार व कमेटी ने युवक के अंतिम संस्कार का निर्णय लिया। इसमें मंत्री कृष्ण बेदी सहित अनेक लोग शामिल हुए। इससे पहले मंत्री कृष्ण बेदी हिसार के नागरिक अस्पताल पहुंचे और परिवार को अपने हाथों से एफआईआर की कॉपी सौंपी। एफआईआर मिलने के बाद परिवार और समाज ने धरना समाप्त किया और मृतक गणेश का अंतिम संस्कार कर दिया गया। मृतक के परिजनों को सौंपी एफआईआर में हत्या, एससीएसटी, यौन उत्पीड़न समेत सात अलग-अलग धाराओं में अज्ञात पर केस दर्ज करने का जिक्र है। मंत्री कृष्ण बेदी ने कहा कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मांगों पर सहमति बनने के बाद कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी ने बताया कि परिवार और कमेटी की मांग पर एफआईआर दर्ज की जाएगी। परिवार के एक सदस्य को किसी तरह के रोजगार देने की मांग भी मानी। इसी के चलते 11वें दिन मृतक गणेश का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
पुलिस अधीक्षक ने किया थाना क्षेत्राधिकार में परिवर्तन
पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन के बताया कि गांव सातरोड खुर्द, सेक्टर 27-28 तथा इंडस्ट्रीयल एरिया को अब थाना सदर से हटाकर थाना अर्बन एस्टेट में शामिल कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस परिवर्तन का उद्देश्य संबंधित क्षेत्रों में पुलिस उपस्थिति को मजबूत करना, अपराध नियंत्रण को प्रभावी बनाना तथा नागरिकों को शीघ्र और सुगम पुलिस सहायता उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि गांव सातरोड खुर्द, सेक्टर 27-28 तथा इंडस्ट्रियल एरिया के नागरिक थाना अर्बन एस्टेट से सीधे संपर्क कर सकते हैं तथा किसी भी शिकायत या सहायता के लिए संबंधित थाने से लाभ प्राप्त कर सकेंगे।