हिसार में स्कूल छात्रा के अपहरण की साजिश विफल: नारनौंद में ग्रामीणों ने पकड़े तीन आरोपी, साजिश में गांव की लड़की भी शामिल
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इस साजिश में गांव की ही एक लड़की भी शामिल थी, जिसने आरोपियों को छात्रा के स्कूल जाने की सूचना दी थी।
हरियाणा क्राइम न्यूज।
हिसार जिले के नारनौंद क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां 11वीं कक्षा की एक छात्रा के अपहरण का दुस्साहसिक प्रयास किया गया। यह वारदात तब हुई जब 15 वर्षीय किशोरी अपने स्कूल जा रही थी। दिनदहाड़े हुई इस घटना ने पूरे गांव में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है, लेकिन ग्रामीणों की त्वरित कार्रवाई और सतर्कता से एक बड़ी अनहोनी टल गई। पुलिस ने किशोरी को सुरक्षित उसके परिजनों को सौंप दिया है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
स्कूल जाते समय वारदात
सोमवार सुबह करीब 8 बजे की यह घटना है। किशोरी रोज की तरह गांव के सरकारी स्कूल जा रही थी। उसके पिता ने नारनौंद थाना पुलिस को बताया कि रास्ते में एक कार खड़ी थी, जिसमें सवार तीन युवकों ने उनकी बेटी को जबरदस्ती उठाकर कार में डाल लिया।
ग्रामीणों ने दिखाई बहादुरी
गांव के कुछ लोगों ने इस पूरी घटना को अपनी आंखों से देख लिया। बिना समय गंवाए उन्होंने तुरंत कार का पीछा किया और कुछ ही दूरी पर उसे रोकने में कामयाब रहे। ग्रामीणों ने न केवल लड़की को आरोपियों के चंगुल से छुड़ाया, बल्कि तीनों आरोपियों को मौके पर ही धर दबोचा। उनकी इस बहादुरी और जागरूकता ने एक मासूम की जिंदगी बचा ली। पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ कि यह अपहरण का प्रयास पहले से ही सुनियोजित था और इसमें गांव की ही एक लड़की शामिल थी, जिसने आरोपियों को किशोरी के स्कूल जाने का समय और रास्ता बताया था।
पहले भी कई बार पीछा कर चुके थे
शिकायतकर्ता ने बताया कि आरोपी मोनू जो गिरफ्तार आरोपियों में से एक है, घटना में शामिल लड़की का ममेरा भाई है। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि ये आरोपी पहले भी कई बार उनकी बेटी का पीछा कर चुके थे और उस पर बुरी नजर रखते थे। ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया और तीनों आरोपियों को पुलिस के हवाले कर दिया।
नारनौंद थाना पुलिस ने किशोरी के पिता की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई कर चार नामजद आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है। पोक्सो एक्ट की धारा 8 व 10 के तहत भी कार्रवाई की गई है। यह दर्शाता है कि पुलिस ऐसे जघन्य अपराधों के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है।
संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए
यह घटना एक बार फिर बच्चों, खासकर छात्राओं की सुरक्षा पर सवाल उठाती है। हमें अपने बच्चों को सुरक्षित माहौल देने के लिए सामूहिक रूप से प्रयास करने होंगे। ग्रामीणों की सतर्कता इस बात का प्रमाण है कि यदि समाज एकजुट हो जाए, तो अपराधी तत्वों को रोका जा सकता है। यह घटना हमें याद दिलाती है कि हमें अपने आसपास होने वाली संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए और किसी भी गलत घटना की सूचना तुरंत पुलिस को देनी चाहिए।