फतेहाबाद नगर परिषद बनी लड़ाई का अखाड़ा: प्रधान-उपप्रधान की लड़ाई के बीच 13 पार्षद बने पार्टी, विकास कार्य ठप्प

फतेहाबाद में नगर परिषद प्रधान व उपप्रधान की आपसी खींचतान के चलते विकास कार्य ठप्प पड़े हुए है। बैठक में पास किए गए प्रोजेक्टों पर भी काम शुरू नहीं किया गया।

Updated On 2024-10-17 19:00:00 IST
फतेहाबाद नगरपरिषद कार्यालय।

फतेहाबाद: पिछले करीब छह मास से नगर परिषद की बैठक न होने से शहर में विकास कार्य अधर में लटके पड़े हैं। इतना ही नहीं, शहर में कोई भी नया प्रोजेक्ट या विकास का काम शुरू नहीं हो पा रहा। हालात यह है कि जगह-जगह फुटपाथ व सड़क कंडम है। कचरा प्वाइंट पर कचरे के ढेर लगे हैं। कूड़ेदान न होने से कूड़ा सड़कों पर बिखरा हुआ है। बीघड़ रोड पर डम्पिंग प्वाइंट गंदगी से अटा है, जहां से गंदगी खेतों में फैल रही है। नगरपरिषद की अंतिम बैठक अप्रैल माह में हुई थी।

प्रधान व उपप्रधान के बीच चल रही खींचतान

नगर परिषद की बैठक में करोड़ों के प्रस्ताव तैयार किए गए, लेकिन प्रधान राजेंद्र सिंह खिंची और उपप्रधान सविता टुटेजा के बीच खींचतान के चलते सिरे नहीं चढ़ पाए। अब एक बार फिर से प्रोजेक्ट सिरे चढ़ने की उम्मीद कम है। पार्षदों के राजनीति को लेकर भी दो गुट बन चुके हैं। विधानसभा चुनाव में करीब 13 पार्षदों ने खुलकर कांग्रेस को समर्थन किया। इतना ही नहीं, कुछ पार्षदों ने चुप्पी साधे रखी तो कुछ पार्षद उपप्रधान सविता टुटेजा के साथ रहते हुए भाजपा को समर्थन किया। हालांकि बताया जा रहा है कि 13 पार्षदों के कांग्रेस में जाने के बाद उपप्रधान की कुर्सी पर खतरा मंडराने लगा है।

करोड़ों के प्रस्ताव तैयार, उपप्रधान ने लगाई आपत्तियां

नगर परिषद की तरफ से अप्रैल माह में शहर में विकास कार्य करवाने के लिए प्रस्ताव तैयार किए। अनेक कामों के प्रस्ताव तैयार हुए। इसमें चौकों के निर्माण और सुंदरीकरण के प्रस्ताव भी थे, इसको लेकर उपप्रधान सविता टुटेजा ने आपत्ति लगाई और सहमति नहीं दी। करीब 9 प्रस्ताव ऐसे थे, जिस पर उपप्रधान सहमत नहीं हुई। इसके चलते शहर में स्वागत द्वार, नए बस स्टैंड तक स्ट्रीट लाइटें, डस्टबिन खरीद, कम्युनिटी सेंटर निर्माण, मॉडल टाउन में सड़क पर मास्टिक की लेयर, मिनी बाईपास पर साइकिल ट्रैक, चिल्ली झील सुंदरीकरण, वार्डों में सूचनात्मक बोर्ड, थाना रोड पर फुटपाथ निर्माण, पपीहा पार्क सुंदरीकरण प्रोजेक्ट के टेंडर भी नहीं लग पाए।

पार्षद यूनियन ने भी साधी चुप्पी

प्रधान-उपप्रधान की खींचतान के बाद पार्षदों ने अपनी यूनियन बना ली थी। अब पार्षद यूनियन ने भी चुप्पी साध रखी है। विधानसभा चुनावों से पहले प्रधान-उपप्रधान की खींचतान के चलते प्रोजेक्ट सिरे न चढ़ने पर पार्षदों ने एकजुट होकर यूनियन का गठन किया, जिसमें प्रधान अनिल गर्ग को चुना गया। कुछ दिन यूनियन एक्टिव रही लेकिन विधानसभा चुनाव में कुछ पार्षदों द्वारा कांग्रेस पार्टी को समर्थन करने के बाद यूनियन भी सक्रिय नहीं है।

विस चुनाव पहले थी अधिकारियों से मीटिंग

पार्षद मोहन लाल नारंग ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले प्रधान और अधिकारियों के साथ मीटिंग हुई थी। इसमें कहा गया कि प्रत्येक वार्ड में रिपेयरिंग के काम करवाए जाएंगे, लेकिन नहीं करवाए गए। हाउस की बैठक को लेकर जल्द प्रधान को पत्र लिखा जाएगा। अधिकारियों से मांग है कि त्योहार का समय है और खराब पड़ी स्ट्रीट लाइटों को ठीक करवाया जाए। नगर परिषद के प्रधान राजेंद्र ने कहा कि शहर में विकास कार्यों की कमी नहीं रहने दी जाएगी। जल्द ही कामों को लेकर टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। हाउस की बैठक भी जल्द बुलाई जाएगी और विकास कार्यों पर चर्चा की जाएगी।

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