फर्जी विवाह गिरोह: 60 हजार देकर सजाए थे शादी के अरमान, दुल्हन का इंतजार करता रह गया दूल्हा
हरियाणा में लुटेरी दुल्हन के बाद अब कुंवारों को जाल में फंसाने का नया पैंतरा ठग लेकर आए हैं। लाखों रुपये की ठगी इस नए पैंतरे से भी हो चुकी है। फतेहाबाद पुलिस ने ऐसे ही मामले का खुलासा किया है।
फतेहाबाद पुलिस गिरफ्त में शादी के नाम पर ठगने का आरोपी।
फर्जी विवाह गिरोह : हरियाणा के फतेहाबाद जिले के रतिया कस्बे में एक युवक दुल्हन का इंतजार करता रहा लेकिन ठगबाज उससे हजारों रुपये लेकर फरार हो गए। मां-बेटा घंटों ढाबे पर दुल्हन का इंतजार करते रहे, लेकिन जब कोई नहीं आया तो उन्हें अपने साथ हुए धोखे का आभास हुआ। बाद में दूल्हे की मां ने इस बारे में पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई। इस मामले में पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
70 हजार रुपये में शादी का सौदा
हिसार जिले के डाया गांव निवासी पीड़िता कृष्णा देवी पत्नी राजेन्द्र सिंह ने बताया कि वह अपने 28 वर्षीय लड़के सुनील कुमार के विवाह के लिए लड़की तलाश रही थी। इस दौरान उनकी मुलाकात भिवानी के फूली गांव निवासी जितेन्द्र के साथ हुई। जितेन्द्र ने महिला को भरोसा दिलाया कि वह 70 हजार रुपये में उसके लड़के का विवाह तय करवा देगा और दुल्हन सीधे उनके घर पहुंचा दी जाएगी। कृष्णा देवी ने इस झांसे में आकर अपना मकान बेचकर 40 हजार की राशि मलकीत सिंह उर्फ माखा निवासी बादलगढ़, रतिया के बैंक खाते में स्थानांतरित कर दी।
ढाबे पर इंतजार करते रहे मां-बेटा
एडवांस पैसे देने के बाद 17 जुलाई को रतिया स्थित एक चाय ढाबे पर जितेन्द्र ने तीन महिलाओं और दो पुरुषों को भेजा। कृष्णा भी अपने लड़के सुनील के साथ ढाबे पर पहुंच गई। वहां पर उक्त लोगों ने सुनील से 20 हजार रुपये ले लिए और कहा कि दुल्हन को श्रृंगार हेतु ब्यूटी पार्लर ले जाया जा रहा है, जिसके बाद यहीं से उसकी विदाई कर दी जाएगी। इसके पश्चात सभी आरोपी वहां से फरार हो गए। पीड़ित मां-बेटा घंटों ढाबे पर प्रतीक्षा करते रहे, परंतु दुल्हन का कोई अता-पता नहीं चला। कुछ दिनों तक मां-पुत्र ने सामाजिक बदनामी के डर से यह घटना किसी से साझा नहीं की, किंतु अंतत: स्वयं को ठगा महसूस कर पीड़िता ने पुलिस को सूचित किया।
एक आरोपी को पुलिस ने दबोचा
शिकायत मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक सिद्धांत जैन ने तत्काल एक विशेष जांच दल का गठन किया, जिसका नेतृत्व सहायक उपनिरीक्षक अमर सिंह को सौंपा गया। टीम द्वारा शीघ्रता से कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी मलकीत सिंह उर्फ माखा निवासी रतिया को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को पुलिस रिमांड पर लेकर गहन पूछताछ की जाएगी ताकि गिरोह के अन्य सदस्यों एवं इस प्रकार की अन्य वारदातों का भी खुलासा किया जा सके। प्रारंभिक जांच में यह तथ्य सामने आया है कि यह एक संगठित आपराधिक गिरोह है, जो अब तक जिले सहित अन्य क्षेत्रों में अनेक व्यक्तियों से लाखों रुपये की ठगी कर चुका है। इनकी कार्यप्रणाली लगभग एक जैसी होती है। ये लोग सोशल मीडिया या एजेंटों के माध्यम से संपर्क स्थापित कर, आकर्षक फोटो व नकली दस्तावेज दिखाकर शीघ्र विवाह का दबाव बनाते हैं। धनराशि प्राप्त होते ही ये लोग मोबाइल नंबर, सोशल मीडिया खातों तथा अपनी लोकेशन बंद कर फरार हो जाते हैं।
एसपी ने आम लोगों को दी सलाह
पुलिस अधीक्षक सिद्धांत जैन ने जिलेवासियों को आगाह करते हुए कहा है कि प्रदेशभर में फर्जी विवाह के नाम पर ठगी करने वाले संगठित गिरोह सक्रिय हैं, जो भोले-भाले नागरिकों को अपने जाल में फंसा कर लाखों रुपये की ठगी कर रहे हैं। इन मामलों में निरंतर वृद्धि हो रही है। विशेष रूप से अविवाहित पुरुषों एवं उनके परिजनों को भावनात्मक रूप से भ्रमित कर ये गिरोह आर्थिक शोषण कर रहे हैं। जिला पुलिस आमजन से अपील करती है कि किसी भी अजनबी से विवाह संबंध तय करने से पूर्व सावधानियां अवश्य बरतें। रिश्ते से पूर्व सभी दस्तावेजों जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, निवास प्रमाण पत्र आदि की सत्यता सरकारी पोर्टलों पर भली भांति जांचें। जल्दबाजी में कोई भी आर्थिक लेन-देन न करें। रिश्ता तय करने से पूर्व व्यक्तिगत रूप से भेंट अवश्य करें। यदि कोई व्यक्ति विवाह के नाम पर बार-बार धन की मांग करता है, तो तुरंत निकटवर्ती पुलिस थाना या साइबर सेल को सूचित करें।