फतेहाबाद कांग्रेस में घमासान: कांग्रेस ऑब्जर्वर के सामने मारपीट पर हरपाल बुडानिया को शोकॉज नोटिस, सात दिन में मांगा जवाब

हरियाणा के फतेहाबाद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच लड़ाई खुलकर सामने आ गई है। मंगलवार को कांग्रेस ऑब्जर्वर के सामने ही मारपीट होने पर पहले मामला पुलिस तक पहुंचा और अब कांग्रेस ने अपने नेता हरपाल बुडानिया से जवाब मांगा है।

Updated On 2025-06-18 20:03:00 IST

फतेहाबाद के टोहाना में मंगलवार को विधायक गुट के कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बहस करते हरपाल बुडानिया। इनसेट में जारी किया गया शोकॉज नोटिस।

फतेहाबाद कांग्रेस में घमासान : कांग्रेस के फतेहाबाद जिलाध्यक्ष के चुनाव को लेकर संगठन सर्जन अभियान के तहत टोहाना में मंगलवार को आयोजित बैठक में केन्द्रीय पर्यवेक्षक के सामने ही कांग्रेस नेताओं द्वारा झगड़े को संगठन ने गंभीरता से लिया है। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इस मामले में असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष हरपाल सिंह बुडानिया को शोकॉज नोटिस जारी किया है। पार्टी के विशेष सचिव ने बुडानिया से इस मामले में सात दिन में जवाब मांगा है। संतोषजनक जवाब न देने पर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की बात कही गई है। बुडानिया ने टोहाना विधायक परमवीर सिंह पर गंभीर आरोप लगाए थे।

कांग्रेस विधायक परमवीर सिंह पर लगाए थे बराला से मिलीभगत के आरोप

कांग्रेस पार्टी ने 17 जून को टोहाना के पैराडाइज पैलेस में फतेहाबाद जिलाध्यक्ष चुनाव को लेकर बैठक आयोजित की थी। इस बैठक में हरपाल सिंह बुडानिया ने टोहाना से कांग्रेस विधायक परमवीर सिंह पर भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुभाष बराला से सांठगांठ के गंभीर आरोप लगाए थे। हरपाल सिंह ने कहा था कि वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में परमवीर सिंह ने भाजपा के मौजूदा राज्यसभा सांसद सुभाष बराला का साथ दिया और बराला विधायक बने थे। इस बार 2024 के विधानसभा चुनाव में सुभाष बराला ने परमवीर सिंह के पक्ष में मतदान करवाया जिसके चलते परमवीर विधायक बन पाए हैं।

विधायक के सुरक्षाकर्मी समेत चार के खिलाफ दी थी पुलिस में शिकायत

इन आरोपों के बाद बैठक में हरपाल सिंह के साथ धक्का-मुक्की हुई थी। इतना ही नहीं, हरपाल बुडानिया जब मंच पर बोल रहे थे तो नीचे खड़े कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका कुर्ता पकड़कर नीचे खींचने का भी प्रयास किया। हरपाल सिंह ने परमवीर सिंह के सुरक्षाकर्मी सहित चार लोगों पर उनके साथ मारपीट का आरोप लगाया था। इसके बाद उन्होंने शहर पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। पार्टी ने इस घटना को अनुशासनहीनता मानते हुए कार्रवाई की है। नोटिस में कहा गया है कि बुडानिया के दुर्व्यवहार से पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा है। अगर 7 दिन में नोटिस का जवाब नहीं दिया गया तो अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। दूसरी ओर पुलिस विभाग द्वारा लिखित शिकायत मिलने के बाद मामले में जांच की जा रही है ताकि आगामी कार्रवाई की जा सके।

बुडानिया माने जाते हैं हुड्डा गुट से, विधायक शैलजा खेमे से

गौरतलब है कि हरपाल बुडानिया टोहाना में हुड्डा गुट के नेता के रूप में जाने जाते हैं। बीते विधानसभा चुनावों में वह टिकट के प्रबल दावेदार थे। वह कांग्रेस के ही असंगठित कामगार एवं कर्मचारी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष भी हैं। दरअसल विधायक परमवीर सिंह भी पहले हुड्डा गुट से जुड़े रहे हैं लेकिन इस बार वह सैलजा गुट से टिकट लेने में कामयाब रहे। बुडानिया और परमवीर सिंह के बीच आपस में राजनीतिक प्रतिद्वंदता है।

फतेहाबाद जिलाध्यक्ष के लिए 36 आवेदकों ने दिया इंटरव्यू, 6 का बनेगा पैनल

फतेहाबाद जिला अध्यक्ष के चुनाव के लिए रतिया विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पर्यवेक्षक ने बैठक ली और कार्यकर्ताओं के सुझाव मांगे। बैठक में ऑब्जर्वर चल्लावंशी रेड्डी, ऑब्जर्वर राहुल मक्कड़, पूर्व प्रदेश महासचिव अतर सिंह सैनी तथा वरिष्ठ कांग्रेस नेता सत्यवीर सिंह पहलवान भी मौजूद रहे। ऑब्जर्वर ने कहा कि 68 लोगों ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए आवेदन किया था, जिसमें 36 आवेदकों ने इंटरव्यू दिया। इसके बाद जिला के तीनों विधानसभा क्षेत्र में जाकर कार्यकर्ताओं की राय ली जा रही है। इसके बाद इंटरव्यू, निर्धारित योग्यता तथा कार्यकर्ताओं की राय के बाद महिला सहित हर वर्ग का प्रतिनिधित्व के साथ 6 उम्मीदवारों का पैनल तैयार कर के पार्टी हाईकमान को सौंप दिया जाएगा। इसके बाद हाई कमान द्वारा जुलाई के पहले सप्ताह में जिला अध्यक्ष के नाम की घोषणा की जाएगी। इस अवसर पर मंगतराम लालावास, अशोक गर्ग, सुभाष बिश्नोई, कृष्णा पूनिया, गुरदीप गिल, नशेर सिंह, जगजीत सिंह फौजी, ओमप्रकाश गर्ग, गुरदीप चहल, परमजीत कौर ग्रोहा सहित क्षेत्र के अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता व शैलजा समर्थक मौजूद थे। संगठन बनाकर कांग्रेस को एकजुट करने की कोशिशें में लगी पार्टी गुटबाजी पर लगाम लगाने में असफल दिखाई पड़ रही है। मंगलवार को टोहाना में हुई बैठक में जहां हंगामा हुआ वहीं बुधवार को रतिया विधानसभा की बैठक में यहां से मौजूदा कांग्रेस विधायक जरनैल सिंह, उनके समर्थक कार्यकर्ता व हुड्डा गुट के कार्यकर्ता नहीं पहुंचे। बैठक में अधिकतर शैलजा गुट के समर्थकों का ही कब्जा दिखाई दिया। हालांकि ऑब्जर्वर चल्लावंशी रेड्डी ने पत्रकारों के सवालों पर स्पष्टीकरण देते हुए बताया कि विधायक किसी जरूरी बैठक में गए हैं, जिसको लेकर उनकी फोन पर बातचीत भी हुई है।

Tags:    

Similar News