शोक की लहर: पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु की माता परमेश्वरी देवी जी का 89 वर्ष की उम्र में निधन, कल खांडा खेड़ी में होगा अंतिम संस्कार

हरियाणा के पूर्व वित्त मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता कैप्टन अभिमन्यु की माता परमेश्वरी देवी जी का 89 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। हिसार के खांडा खेड़ी में कल सुबह 10 बजे उनका अंतिम संस्कार होगा।

Updated On 2025-06-20 20:37:00 IST

पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु की माता का निधन : वैदिक पथ के पथिक स्व. चौधरी मित्रसेन आर्य की धर्मपत्नी एवं हरियाणा के पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु की माताजी परमेश्वरी देवी जी का शुक्रवार को 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वो बीते कुछ दिनों से बीमार चल रही थीं। उन्होंने दिल्ली में अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार शनिवार सुबह 10 बजे हिसार के गांव खांडा खेड़ी में किया जाएगा। परमेश्वरी देवी अपने पीछे 6 बेटों और 3 बेटियां का भरापूरा परिवार छोड़ गईं। बेटों में कैप्टन रुद्रसेन, वीरसेन, व्रतपाल, कैप्टन अभिमन्यु, मेजर सतपाल और देव सुमन शामिल हैं, जबकि, बेटियों में दया, बिमला और मधु हैं।उनके निधन पर गांव और क्षेत्र में शोक छाया हुआ है। कई गणमान्य लोगों व संस्थाओं ने उनके निधन पर शोक प्रकट किया।

कैप्टन अभिमन्यु ने की भावुक पोस्ट

कैप्टन अभिमन्यु ने सोशल मीडिया पर लिखा- बड़े ही भारी मन से सूचित करना पड़ रहा है कि हमारी पूज्य माता श्रीमति परमेश्वरी देवी जी अपनी सांसारिक यात्रा पूर्ण कर आज ईश्वर के श्रीचरणों में विलीन हो गईं। उनका प्रेम, स्नेह, त्याग और उच्च संस्कार परिवार व समाज के बीच सदैव अमिट रहेंगे। उनकी कमी कभी पूरी नहीं हो सकेगी, लेकिन उनकी दी हुई सीख और आशीर्वाद सदा हमारे साथ रहेंगे। उनका अंतिम संस्कार शनिवार, 21 जून को सुबह 10 बजे हमारे पैतृक गांव खांडा खेड़ी में होगा। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें।   

आर्य समाज में निभाती थीं सक्रिय भूमिका

माता परमेश्वरी देवी जी आर्य समाज सेवा में हमेशा अग्रणी रहती थीं। उन्होंने आर्य समाज से जुड़े सामाजिक कार्यों में सक्रिय भूमिकाएं निभाईं। वे देशभर के अनेक गुरुकुलों व आर्य समाजी संस्थाओं में अग्रणी भूमिका में थीं। वे आर्य समाज के साथ-साथ खेती और समाज उत्थान में विशेष रुचि रखती थीं। उनका हर संभव प्रयास रहता था कि हर जरूरतमंद की यदासंभव मदद की जाए। कल उनके अंतिम संस्कार में देशभर की अनेक राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक हस्तियां हिस्सा लेंगी।

बच्चों को किया शिक्षित, अच्छे संस्कार दिए

माता परमेश्वरी देवी जी ज्यादा पढ़ी-लिखी नहीं थीं, इसके बावजूद उन्होंने अपने सभी बच्चों को अच्छी शिक्षा देकर शिक्षित किया। परिवार को एकजुट रखकर अच्छे संस्कार दिए। परमेश्वरी देवी की शादी चौधरी मित्र सेन आर्य के साथ 1948 में हो गई थी। काम के सिलसिले में 1961 में स्वर्गीय चौधरी मित्र सेन उड़ीसा चले गए थे। उसके बाद बच्चों को संभालने की जिम्मेदारी उनकी थी। वह सभी बच्चों को पढ़ने के लिए प्रेरित करती थीं। वे हर किसी को अच्छे संस्कार देकर उनको ऊर्जावान बनाने का पाठ पढ़ती थीं। शादी के बाद गांव खांडाखेड़ी में ही काफी वर्षों तक रहीं। इस दौरान घर का सारा काम निपटाने की भी उनकी जिम्मेवारी होती थी। चुनाव के समय कैप्टन अभिमन्यु को सीख देती थी कि ईमानदारी के साथ चुनाव लड़ें और भाइचारे को मजबूत बनाकर सामाजिक ताने-बाने को और आगे ले जाने का काम करें।

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