हरियाणा विधानसभा: सत्र के पहले दिन गुरु तेग बहादुर के बलिदान पर सीएम भावुक, विपक्ष ने किसानों और स्कूलों की बदहाली पर घेरा
कांग्रेस विधायक ने स्कूलों की जर्जर इमारतों का मुद्दा उठाकर शिक्षा मंत्री को घेरा, जिससे सदन में तीखी बहस हुई। इसके अलावा, बाढ़ की गाद और जलभराव जैसे क्षेत्रीय मुद्दों पर भी सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच नोकझोंक देखने को मिली।
हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र में आए विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा व अन्य विधायक।
हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आगाज गुरुवार को हंगामेदार और भावुक पलों के साथ हुआ। सदन की कार्यवाही के पहले दिन जहां गुरु तेग बहादुर जी के शहादत दिवस पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भावुक नजर आए, वहीं विपक्षी दल कांग्रेस ने किसानों और स्कूलों की बदहाली को लेकर सरकार को घेरा। सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली।
गुरु साहिब का त्याग संपूर्ण राष्ट्र और मानवता की रक्षा के लिए था
सदन की कार्यवाही के दौरान गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस पर विशेष चर्चा हुई। इस दौरान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि गुरु साहिब का त्याग किसी व्यक्ति विशेष के लिए नहीं, बल्कि संपूर्ण राष्ट्र और मानवता की रक्षा के लिए था। मुख्यमंत्री ने भावुक होते हुए कहा कि गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान की गाथा जब भी याद आती है, तो रोंगटे खड़े हो जाते हैं। उनकी महान कुर्बानियों के कारण ही आज हमारा देश और संस्कृति सुरक्षित है।
इस दौरान कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने एक महत्वपूर्ण सुझाव देते हुए कहा कि महान गुरुओं के जीवन और उनके संघर्ष को स्कूली पाठ्यक्रमों में शामिल किया जाना चाहिए। अहमद ने तर्क दिया कि इससे आने वाली पीढ़ियां देश के गौरवशाली इतिहास और सर्वोच्च बलिदानों से अवगत हो सकेंगी।
हरे जैकेट में पहुंचे कांग्रेसी विधायक, किसानों के मुद्दे पर घेराव
सदन में आज रंगों की सियासत भी चर्चा का केंद्र रही। मुख्यमंत्री नायब सैनी जहां भगवा पगड़ी पहनकर पहुंचे, वहीं कांग्रेस के पांच विधायक हरे रंग की जैकेट पहनकर सदन में दाखिल हुए। विधायक जस्सी पेटवाड़ ने स्पष्ट किया कि हरा रंग किसानों की खुशहाली और उनके संघर्ष का प्रतीक है। कांग्रेस ने संकेत दिया कि वे सत्र के दौरान खाद की किल्लत, धान खरीद में कथित घोटाले और बाढ़ के कारण खेतों में जमा हुई गाद जैसे मुद्दों पर सरकार को राहत देने के लिए मजबूर करेंगे।
शिक्षा मंत्री और गीता भुक्कल के बीच तीखी बहस
प्रश्नकाल के दौरान सदन का माहौल उस समय गर्मा गया जब कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल ने स्कूलों और छात्रावासों की जर्जर हालत का मुद्दा उठाया। उन्होंने झज्जर के एक कॉलेज भवन की खराब स्थिति का जिक्र कर शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा से जवाब मांगा। मंत्री के जवाब से असंतुष्ट भुक्कल ने कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा कि पुरानी सरकारों द्वारा बनाई गई इमारतों पर वर्तमान सरकार अपनी ब्रांडिंग कर रही है, जबकि उनका रखरखाव शून्य है। इस बहस के दौरान मुख्यमंत्री को खुद हस्तक्षेप कर स्थिति को संभालना पड़ा।
भूपेंद्र हुड्डा को मिली नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी
सदन के लिए आज एक और बड़ी खबर यह रही कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को आधिकारिक तौर पर नेता प्रतिपक्ष के रूप में मान्यता दे दी गई। स्पीकर हरविंद्र कल्याण ने इसकी घोषणा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने हुड्डा को बधाई देते हुए उनके लंबे राजनीतिक अनुभव की सराहना की। हालांकि, हुड्डा ने तंज कसते हुए कहा कि लोकतंत्र में मतभेद होने चाहिए, लेकिन सत्ता पक्ष को विपक्ष की आवाज दबाने के बजाय सहयोग करना चाहिए।
क्षेत्रीय समस्याओं पर भी चर्चा
• बाढ़ की गाद : शाहाबाद विधायक राम करण ने खेतों में जमा रेत और गाद उठाने की अनुमति मांगी, जिस पर मंत्री कृष्ण बेदी ने सरकारी नियमों का हवाला दिया।
• स्वच्छ पेयजल : रोहतक विधायक बीबी बत्रा ने शहर में गंदे पानी की सप्लाई और पुरानी पाइपलाइनों का मुद्दा उठाया। मंत्री रणवीर गंगवा ने एक साल के भीतर समाधान का आश्वासन दिया।
• स्वास्थ्य सेवाएं : हिसार से निर्दलीय विधायक सावित्री जिंदल ने टीबी अस्पताल के जीर्ण-शीर्ण भवन के नवनिर्माण की मांग की।
आगामी दिनों में हंगामे के आसार
विंटर सेशन भले ही छोटा रहने वाला है, लेकिन विपक्ष ने कानून-व्यवस्था, कथित 'वोट चोरी' अभियान और मंडियों में हुए धान घोटाले जैसे विषयों पर काम रोको प्रस्ताव लाने की तैयारी कर ली है। इनेलो विधायक अर्जुन चौटाला ने भी गुरुद्वारों से जुड़े गांवों के लिए विशेष ग्रांट की मांग कर सरकार पर दबाव बनाया है।
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