हरियाणा में मौसम का 'डबल अटैक': 9 जिलों में अगले 4 दिन तक घने कोहरे का अलर्ट, कड़ाके की ठंड के साथ विजिबिलिटी हुई शून्य
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से 21 दिसंबर तक धुंध का असर बना रहेगा। तापमान की बात करें तो नारनौल 5.6 डिग्री सेल्सियस के साथ राज्य का सबसे ठंडा क्षेत्र रहा।
Haryana Weather News: उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड के बीच हरियाणा में अब धुंध और कोहरे का प्रकोप शुरू हो गया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने प्रदेश के मौसम को लेकर एक गंभीर चेतावनी जारी की है। विभाग के अनुसार अगले चार दिनों तक राज्य के अधिकांश हिस्सों में घना कोहरा छाया रहेगा।
विशेष रूप से 9 जिलों के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया गया है, जहां दृश्यता (Visibility) बेहद कम रहने की संभावना है। प्रशासन ने आम जनता और वाहन चालकों के लिए सुरक्षा संबंधी दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं।
इन जिलों में बहुत घने कोहरे की चेतावनी
चंडीगढ़ मौसम विज्ञान केंद्र ने अपनी ताजा रिपोर्ट में बताया है कि 18 और 19 दिसंबर को प्रदेश के उत्तरी और पश्चिमी जिलों में कोहरे का सबसे ज्यादा असर दिखेगा। सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद, करनाल, कैथल, सोनीपत, पानीपत और कुरुक्षेत्र में 'बहुत घना कोहरा' छाने की संभावना है। इन जिलों के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया गया है। इसके अलावा, राज्य के अन्य 13 जिलों में भी मध्यम से घना कोहरा रहने की उम्मीद है, जिसके लिए 'यलो अलर्ट' घोषित किया गया है।
धीमी रखें वाहनों की रफ्तार
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि कोहरे का यह सिलसिला 21 दिसंबर तक जारी रह सकता है। बीते कुछ दिनों में अचानक बढ़ी धुंध के कारण प्रदेश के विभिन्न हाईवे पर सड़क हादसों की खबरें आई हैं। इसे देखते हुए पुलिस और परिवहन विभाग ने वाहन चालकों को विशेष सावधानी बरतने को कहा है।
धुंध के दौरान फॉग लाइट और इंडिकेटर्स का उपयोग करें। सड़क पर चलते समय अगले वाहन से पर्याप्त दूरी बनाए रखें। तेज रफ्तार जानलेवा हो सकती है, इसलिए गति सीमा का सख्ती से पालन करें।
नारनौल रहा सबसे ठंडा
कोहरे के साथ-साथ तापमान में आई गिरावट ने ठिठुरन बढ़ा दी है। बुधवार को महेंद्रगढ़ का नारनौल इलाका राज्य में सबसे ठंडा रहा, जहां न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पिछले 24 घंटों में औसत अधिकतम तापमान में भी 0.8 डिग्री की कमी आई है। हालांकि दिन में हल्की धूप खिलने से राहत मिलने की उम्मीद रहती है, लेकिन सुबह और शाम की ओस ने कनकनी बढ़ा दी है। पंचकूला में दिन का पारा सबसे कम 18 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा।
पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU), हिसार के मौसम विशेषज्ञ डॉ. मदन लाल खीचड़ के अनुसार प्रदेश में 20 दिसंबर तक मौसम में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। आज यानी 18 दिसंबर से एक नया 'पश्चिमी विक्षोभ' (Western Disturbance) सक्रिय हो रहा है। इसके प्रभाव से आकाश में आंशिक रूप से बादल छाए रह सकते हैं। वातावरण में नमी बढ़ने के कारण अलसुबह धुंध और अधिक गहरी होगी। उत्तरी-पश्चिमी बर्फीली हवाओं के कारण रात के तापमान में और गिरावट आने के आसार हैं।
कहीं साफ आसमान तो कहीं कोहरे की घनी चादर
सुबह के समय प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में मौसम की स्थिति अलग-अलग देखी गई। सोनीपत, कैथल और झज्जर में विजिबिलिटी काफी कम रही, जहां वाहन हेडलाइट जलाकर रेंगते नजर आए। गुरुग्राम के बाहरी इलाकों और पटौदी रोड पर भी कोहरे का व्यापक असर दिखा।
दूसरी ओर, फरीदाबाद और भिवानी जैसे क्षेत्रों में सुबह हल्की धुंध के बाद आसमान साफ हो गया। कुरुक्षेत्र और हिसार में बादलों और कोहरे की लुका-छिपी जारी रही। मौसम विभाग का अनुमान है कि 21 दिसंबर के बाद कोहरे की तीव्रता में कमी आ सकती है, लेकिन तब तक सर्दी का सितम और बढ़ने की पूरी संभावना है।