Bhiwani manisha murder case: मनीषा के परिवार ने सीएम से की मुलाकात, कल आ सकती है CBI
हरियाणा के चर्चित मनीषा मौत केस में बुधवार से CBI आकर मामले की जांच कर सकती है। युवती के परिजन चंडीगढ़ में सीएम नायब सिंह सैनी से भी मिले।
हरियाणा के सीएम नायब सिंह से मिलते मनीषा के परिजन व बैरागी समाज के पदाधिकारी।
Bhiwani manisha murder case : भिवानी जिले के गांव ढाणी लक्ष्मण निवासी लेडी टीचर मनीषा (19) की मौत के मामले में अब परिवार को जल्द ही CBI की जांच शुरू होने की उम्मीद बंधी है। मंगलवार को मनीषा के परिजन हरियाणा बैरागी समाज के राज्य प्रधान शिव कुमार पंवार के नेतृत्व में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मिले। यह बैठक मुख्यमंत्री आवास संत कबीर कुटीर पर करीब आधे घंटे तक चली। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने परिजनों को आश्वासन दिया कि जांच पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी होगी। उन्होंने कहा कि केस CBI को सौंप दिया गया है और एक विशेष अधिकारी इसकी निगरानी करेंगे। मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि मनीषा हमारी बेटी थी, उसे न्याय दिलाने में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी।
परिवार को आर्थिक मदद की गुहार
बैठक में मनीषा के पिता संजय कुमार, दादा राजकुमार, मामा संदीप सहित प्रदेश बैरागी समाज की कार्यकारिणी के सदस्य प्रवीण स्वामी, वरिष्ठ उपप्रधान डॉ. दीपक स्वामी, चेयरमैन बख्शी राम और समाजसेवी धर्मेंद्र सैनी मौजूद रहे। सभी ने मिलकर CBI जांच में तेजी और पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद की मांग उठाई।
पिता के पास आया CBI का फोन
इधर, मनीषा के दादा रामकिशन ने बताया कि मंगलवार सुबह उनके बेटे संजय कुमार को CBI अधिकारियों का फोन आया था। बातचीत में अधिकारियों ने बुधवार को जांच शुरू करने की बात कही। हालांकि, अभी तक टीम के पहुंचने की तारीख को लेकर औपचारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। इससे पहले सोमवार को CBI के आने की चर्चा थी, लेकिन टीम मौके पर नहीं पहुंची।
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घटनास्थल पर बरसात का पानी
हालांकि घटनास्थल की स्थिति भी अब जांच को प्रभावित कर सकती है। 13 अगस्त को सिंघानी गांव के खेतों में जहां मनीषा का शव मिला था, वहां बारिश का पानी जमा हो चुका है। आशंका है कि फिलहाल खेतों में पानी भरने से कई संभावित सबूत नष्ट हो सकते हैं। हालांकि, स्थानीय पुलिस ने स्पॉट को सुरक्षित रखने के लिए रिफ्लेक्टिंग पट्टी से घेरा बना रखा है।
टीचर मनीषा केस में कब-क्या हुआ
11 अगस्त 2025 : मनीषा नर्सिंग कॉलेज में एडमिशन के लिए घर से गई। शाम तक वापस नहीं लौटी तो परिवार ने लोहारू थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
12 अगस्त 2025 : कोई सुराग नहीं मिला। परिवार तलाश करता रहा। पुलिस पर लापरवाही और गंभीरता से जांच न करने का आरोप लगा तो हंगामा खड़ा हुआ।
13 अगस्त 2025 : सिंघानी गांव के खेतों में मनीषा का शव बेहद बुरी हालत में मिला। गुस्साए परिजनों ने सड़क जाम कर 4 घंटे तक प्रदर्शन किया।
14 अगस्त 2025 : परिजन शव लेने से इनकार कर सिविल अस्पताल में धरने पर बैठ गए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गले पर कट का निशान मिला, लेकिन डॉक्टरों ने रेप की पुष्टि नहीं की।
15 अगस्त 2025 : परिजनों ने दोबारा पोस्टमार्टम की मांग रखी।
16 अगस्त 2025 : मुख्यमंत्री ने भिवानी SP को हटाया और कई पुलिसकर्मी सस्पेंड हुए। दिल्ली रोड जाम और बाजार बंद रहे। रोहतक PGI में दोबारा पोस्टमार्टम कराया गया। वहां भी रेप की पुष्टि नहीं हुई।
17 अगस्त 2025 : परिजन धरने पर डटे रहे। मंत्री श्रुति चौधरी ने भरोसा दिलाया कि जांच की सीएमओ ऑफिस से पर्सनली मॉनिटरिंग होगी।
18 अगस्त 2025 : पुलिस को मनीषा का सुसाइड नोट मिला। मेडिकल रिपोर्ट में सामने आया कि जहर से मौत हुई है। परिवार ने पुलिस पर हत्या को आत्महत्या साबित करने का आरोप लगाया।
20 अगस्त 2025 : मामले की जांच CBI को सौंपने का ऐलान हुआ। तीसरी बार AIIMS नई दिल्ली में पोस्टमार्टम किया गया। CBI जांच मानने पर परिजनों ने अंतिम संस्कार किया और धरना समाप्त किया।
21 अगस्त 2025 : गांव लाधवान में मनीषा का अंतिम संस्कार हुआ।
26 अगस्त 2025 : केस को औपचारिक रूप से CBI को ट्रांसफर कर दिया गया।