JNU Election Result 2025: लेफ्ट गठबंधन ने जेएनयू में फिर से लहराया जीत का परचम, ABVP ने 10 साल बाद रचा इतिहास

JNU Election Result 2025: जेएनयू छात्रसंघ चुनाव का परिणाम घोषित कर दिया गया है। इस चुनाव में  लेफ्ट गठबंधन ने 3 सीटों पर जीत हासिल की है। दूसरी तरफ  ABVP ने संयुक्त सचिव पद और 24 काउंसलर सीटों पर सीट हासिल की है। 

Updated On 2025-04-28 11:10:00 IST
जेएनयू छात्रसंघ चुनाव का परिणाम घोषित।

JNU Election Result 2025: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव 2025 में एक बार फिर लेफ्ट गठबंधन ने बाजी मारी है। इस चुनाव में AISA-DSF गठबंधन ने अध्यक्ष समेत कुल 3 मुख्य सीटों पर जीत हासिल की है। दूसरी तरफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने 1 सीट पर जीत हासिल की है।  ABVP की ओर से दावा किया गया है कि उसने अलग-अलग स्कूलों और विशेष केंद्रों में  44 काउंसलर सीटों में से 23 पर सफलता हासिल की है, जो JNU की छात्र राजनीति में महत्वपूर्ण बदलाव की ओर संकेत है। 

स्टूडेंट्स ने इन पदों पर हासिल की जीत

AISA-DSF के प्रत्याशी नीतीश कुमार ने अध्यक्ष के पद पर जीत हासिल की है। नीतीश कुमार ने चुनाव में 1702 वोट मिले हैं। जबकि उनकी प्रतिद्वंदी ABVP की प्रत्याशी  शिखा ने 1430 वोट हासिल किए हैं। DSF की मनीषा उपाध्यक्ष और मुन्तेहा फातिमा महासचिव चुनी गईं हैं।

ABVP के वैभव मीना ने संयुक्त सचिव पद पर 1518 वोटों से जीत हासिल की है। बता दें कि JNUSU चुनाव के लिए 25 अप्रैल यानी शुक्रवार को वोट डाले गए थे, जिसमें करीब  70 प्रतिशत मतदान हुआ था। ऐसे में यह स्पष्ट है कि इस इलेक्शन में छात्रों की बड़ी भागीदारी शामिल थी। 

Also Read: दिल्ली के मौसम में इस हफ्ते होगा बड़ा उलटफेर, हरियाणा में आज भी जारी रहेगा 'लू' का प्रकोप

स्कूल ऑफ सोशल साइंस में ABVP को दो सीटें मिली

करीब 10 साल बाद ABVP ने JNUSU के सेंट्रल पैनल में अपनी वापसी की है।  इस चुनाव ने शिक्षा के क्षेत्र में वामपंथ के गढ़ को भेदने में ABVP ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है। स्कूल ऑफ सोशल साइंस में 25 सालों बाद ABVP ने 2 सीटों पर जीत दर्ज की है।  एबीवीपी के नेताओं का कहना है कि यह जीत चुनावी इतिहास में किसी दूसरे छात्र संगठन की तुलना में सबसे ज्यादा जरुरी है।

 ABVP ने विभिन्न स्कूलों और केंद्रों में बेहतर प्रदर्शन किया है। स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज में 5 काउंसलर सीटों में से 2 सीटों पर एबीवीपी ने जीत हासिल की है। दूसरी तरफ लेफ्ट गठबंधन की जीत से यह भी साबित हुआ है कि  जेएनयू में वामपंथी विचारधारा की जड़ अब भी मजबूत है।

Also Read: दिल्ली IGI एयरपोर्ट पर सोने का तस्कर गिरफ्तार, 1.91 करोड़ रुपए का गोल्ड बरामद

Similar News