PM Modi: पीएम मोदी ने दिल्ली मेट्रो के 3 नए कॉरिडोर को अहम बताया, पढ़िये पूरी डिटेल्स

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने दिल्ली मेट्रो के चरण-V (A) परियोजना के तहत तीन नए कॉरिडोर को मंजूरी दे दी है। प्रधानमंत्री मोदी ने इन तीनों कॉरिडोर को दिल्ली के विकास में बड़ा कदम बताया है।

Updated On 2025-12-24 17:58:00 IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली मेट्रो के 3 नए कॉरिडोर की अहमियत पर डाला प्रकाश। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने दिल्ली मेट्रो के चरण-V (A) परियोजना के तहत तीन नए कॉरिडोर को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना की कुल लंबाई 16.076 किलोमीटर है, जिस पर कुल लागत 12014.91 करोड़ रुपये आएगी। इसका वहन भारत सरकार, दिल्ली सरकार और अंतरराष्ट्रीय वित्तपोषण एजेंसियों द्वारा किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बैठक के बाद एक्स पर इस परियोजना की उपयोगिता पर प्रकाश डाला है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर लिखा, 'दिल्ली के बुनियादी ढांचे को मिला बड़ा बढ़ावा! दिल्ली मेट्रो के चरण V(A) परियोजना के अंतर्गत तीन नए कॉरिडोर के लिए कैबिनेट की मंजूरी से राजधानी का मेट्रो नेटवर्क विस्तारित होगा, जिससे जीवनयापन सुगम होगा और भीड़भाड़ कम होगी।'

ये हैं तीन नए कॉरिडोर

  • पहला कॉरिडोर : आरके आश्रम मार्ग से इंद्रप्रस्थ तक का कॉरिडोर बनाया जाएगा, जिसकी लंबाई 9.913 किमी होगी
  • दूसरा कॉरिडोर : एयरोसिटी से आईजीडी एयरपोर्ट टी-1 तक बनाय जाएगा, जिसकी कुल लंबाई 2.263 किमी होगी।
  • तीसरा कॉरिडोर : तुगलकाबाद से कालिंदी कुंज के बीच भी कॉरिडोर बनाया जाएगा। कुल लंबाई 3.9 किमी होगी।

सेंट्रल विस्टा कॉरिडोर सभी कर्तव्य भवनों को जोड़ेगा, जिससे इस क्षेत्र के कार्यालय जाने वालों को लाभ मिलेगा। इस कनेक्टिविटी से प्रतिदिन लगभग 60,000 कार्यालय जाने वालों और 2 लाख आगंतुकों को लाभ मिलेगा। ये कॉरिडोर प्रदूषण और जीवाश्म ईंधन के उपयोग को कम करके जीवन स्तर को सुगम बनाएंगे।

तीनों नए कॉरिडोर का विवरण

आरके आश्रम मार्ग –इंद्रप्रस्थ खंड बॉटनिकल गार्डन- आरके आश्रम मार्ग कॉरिडोर का विस्तार होगा। यह सेंट्रल विस्टा क्षेत्र को मेट्रो कनेक्टिविटी प्रदान करेगा, जिसका वर्तमान में पुनर्विकास कार्य चल रहा है।

एयरोसिटी –आईजीडी एयरपोर्ट टर्मिनल 1 और तुगलकाबाद –कालिंदी कुंज खंड एयरोसिटी- तुगलकाबाद कॉरिडोर का विस्तार होंगे और तुगलकाबाद, साकेत, कालिंदी कुंज आदि जैसे राष्ट्रीय राजधानी के दक्षिणी भागों से हवाई अड्डे की कनेक्टिविटी को बढ़ावा देंगे। इन विस्तारों में 13 स्टेशन शामिल होंगे। इनमें से 10 स्टेशन भूमिगत और 3 स्टेशन एलिवेटेड होंगे।

कॉरिडोर-1 यानी आरके आश्रम मार्ग से इंद्रप्रस्थ तक के कॉरिडोर के पूरा होने के बाद पश्चिम, उत्तर और पुराने दिल्ली की मध्य दिल्ली से कनेक्टिविटी में सुधार होगा। अन्य दो कॉरिडोर यानी एयरोसिटी से आईजीडी एयरपोर्ट टी-1 तक और तुगलकाबाद से कालिंदी कुंज तक, दक्षिण दिल्ली को साकेत, छतरपुर आदि के रास्ते घरेलू हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 से जोड़ेंगे, जिससे राष्ट्रीय राजधानी के भीतर कनेक्टिविटी में जबरदस्त वृद्धि होगी।

परियोजना के चरण – V (A) के तहत मेट्रो के ये विस्तार मध्य दिल्ली और घरेलू हवाई अड्डे तक दिल्ली मेट्रो नेटवर्क की पहुंच बढ़ाएंगे, जिससे अर्थव्यवस्था को और बढ़ावा मिलेगा। मैजेंटा लाइन और गोल्डन लाइन के ये विस्तार सड़कों पर भीड़भाड़ कम करेंगे। इस प्रकार मोटर वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी।

आरके आश्रम मार्ग - इंद्रप्रस्थ खंड पर आरके आश्रम मार्ग, शिवाजी स्टेडियम, केंद्रीय सचिवालय, कर्तव्य भवन, इंडिया गेट, युद्ध स्मारक - उच्च न्यायालय, बड़ौदा हाउस, भारत मंडपम और इंद्रप्रस्थ स्टेशन बनने वाले हैं।

तुगलकाबाद-कालिंदी कुंज खंड पर स्थित स्टेशन सरिता विहार डिपो, मदनपुर खादर और कालिंदी कुंज होंगे, जबकि एयरोसिटी स्टेशन आगे आईजीडी टी-1 स्टेशन से जुड़ा होगा।

बता दें कि दिल्ली मेट्रो रोजाना औसतन 65 लाख यात्रियों को सेवा प्रदान करती है। 8 अगस्त 2025 ऐसी तारीख थी, जब दिल्ली मेट्रो ने सर्वाधिक यात्री ढोने का रिकॉर्ड बनाया था। इस दिन 81.87 लाख यात्रियों ने दिल्ली मेट्रो की सेवा का लाभ उठाया। दिल्ली मेट्रो ने एमआरटीएस के मूल मापदंडों अर्थात् समय की पाबंदी, विश्वसनीयता और सुरक्षा में उत्कृष्टता का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करते हुए शहर की जीवनरेखा बनी है।

बताते चले कि मौजूदा समय में दिल्ली और एनसीआर में डीएमआरसी द्वारा लगभग 395 किलोमीटर लंबी 12 मेट्रो लाइनें संचालित की जा रही हैं। कुल 289 स्टेशन हैं। दिल्ली मेट्रो भारत का सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क है। साथ ही दुनिया के सबसे बड़े मेट्रो नेटवर्कों में शामिल है। 

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