Fire Safety NOC: दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर, आंबेडकर और लोक नायक अस्पताल का NOC रद्द, पाई गईं ये गंभीर खामियां

Police Headquarter NOC Cancelled: दिल्ली फायर सर्विस डिपार्टमेंट ने दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर, लोक नायक अस्पताल और डॉं. भीमराव आंबेडकर अस्पताल को फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट देने से इनकार कर दिया है। इन सभी जगह फायर सेफ्टी नियमों में खामियां पाई गईं, जिसके कारण ये निर्णय लिया गया।

Updated On 2025-06-14 13:30:00 IST

दिल्ली पुलिस मुख्यालय, अंबेडकर अस्पताल और लोक नायक अस्पताल को अग्नि सुरक्षा प्रमाणपत्र नहीं मिला।

Delhi Police Headquarter: दिल्ली फायर सर्विस डिपार्टमेंट ने दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर, डॉ. भीमराव आंबेडकर अस्पताल और लोकनायक अस्पताल को फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट देने से इनकार कर दिया गया है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, DFS के एक अधिकारी ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इन तीनों जगहों पर प्रमुख फायर सेफ्टी नियमों का उल्लंघन देखने को मिला है।

DFS ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति जारी की है, जिसमें बताया गया है तकि इन तीनों जगहों पर निरीक्षण किया गया। इस दौरान कई खामियां पाई गईं, जो अग्नि सुरक्षा के लिहाज से ठीक नहीं थीं। इसको देखते हुए दमकल विभाग ने सर्टिफिकेट जारी करने से रोक दिया है। साथ ही कहा है कि इन कमियों को जब तक दूर नहीं किया जाएगा, सर्टिफिकेट जारी नहीं किया जाएगा।

दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर में पाई गईं ये खामियां

दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर, जयसिंह रोड पर स्थित है। ये एक 17 मंजिला बिल्डिंग है। दिल्ली पुलिस मुख्यालय की तरफ से 21 अप्रैल को फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट रिन्यूअल के लिए आवेदन किया गया था। 30 मई को DFS ने दिल्ली पुलिस कर्मियों के साथ संयुक्त निरीक्षण किया। इस दौरान डीएफएस ने लगभग 4 नियमों का उल्लंघन पाया।

  • DFS ने पाया कि 17वीं मंजिल पर जहां फायर चेक डोर होना चाहिए था, वहां पर नियमित कांच का दरवाजा लगा हुआ था।
  • कई फायर चेक डोर पर दरवाजा बंद करने वाले उपकरण नहीं थे।
  • आग लगने के दौरान धुएं को अंदर आने से रोकने वाले प्रेशराइजेशन सिस्टम को लॉबी से हटा दिया गया था।
  • लिफ्ट लॉबी के अंदर अनधिकृत रूप से रिसेप्शन डेस्क भी था, जिसकी अनुमति नहीं है।

डॉ. भीमराव आंबेडकर अस्पताल में पाई गईं खामियां 

इसके अलावा 11 जून को लिखे गए पत्र में DFS ने रोहिणी सेक्टर-6 के डॉ. भीमराव आंबेडकर अस्पताल को भी FSC रिन्यूअल देने से इनकार कर दिया। दरअसल, 24 मई को FSC और अस्पताल के अधिकारियों ने साइट का निरीक्षण किया। इस दौरान कई बड़ी कमियां पाई गईं।

निरीक्षण के दौरान वार्ड ब्लॉक की सभी मंजिलों पर वैकल्पिक निकास बंद पाए गए। ये एग्जिट पॉइंट्स, स्टोरेज सामान और अन्य वस्तुओं से ब्लॉक पाए गए। इसके अलावा पूरे केंद्रीय ब्लॉक से स्प्रिंकलर गायब थे। फायर कंट्रोल रूम भी अव्यवस्थित और खराब तरीके से प्रबंधित पाए गए।

अस्पताल में 500 से ज्यादा बेड हैं, इसके बावजूद यहां पर फायर सेफ्टी ऑफिसर की नियुक्ति नहीं की गई। धुआं प्रबंधन प्रणाली भी खस्ताहाल में है। अस्पताल के कई हिस्सों में मैनुअल फायर अलार्म सिस्टम नहीं था। वहीं कई हिस्सों में मैनुअल फायर अलार्म सिस्टम था लेकिन वो काम नहीं कर रहा था।

लोक नायक अस्पताल में मिलीं ये कमियां

लोक नायक अस्पताल को 30 मई को लिखे पत्र में डीएफएस ने कहा कि उनके दौरे के दौरान अधिकारियों को कैजुअल्टी ओपीडी, सर्जिकल ब्लॉक, ऑर्थो ब्लॉक और न्यू स्पेशल वार्ड में कई कमियां पाई गईं।

सर्जिकल ब्लॉक में सीढ़ियां वेस्ट आइटम से भरी पाई गईं। ऑर्थो ब्लॉक में, फायर टेंडर की आवाजाही के लिए इमारत के चारों ओर छह मीटर की सड़क पर पार्किंग, शेड और पेड़ की शाखाएं पड़ी हुई थीं। नए स्पेशल वार्ड में लिफ्ट फायरमैन स्विच काम नहीं कर रहा था। इसके अलावा भी तमाम खामियां पाई गईं, जिसके कारण फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट देने से इनकार किया गया। कहा गया कि जब तक ये खामियां दूर नहीं होतीं, तब तक सर्टिफिकेट जारी नहीं किया जाएगा।

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