AAP News: राघव चड्ढा ने आम से 'खास' बने डिलीवरी बॉय से की मुलाकात, दिया बड़ा संकेत
आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने ब्लिंकइट के डिलीवरी बॉय हिमांशु को दोपहर के भोजन पर आमंत्रित किया। हिमांशु का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसके बाद डिलीवरी ब्वॉय की कमाई पर बहस छिड़ गई थी।
आप से राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा और डिलीवरी ब्वॉय हिमांशु।
कल मुझे राघव चड्ढा जी से व्यक्तिगत रूप से मिलने का मौका मिला। डिलीवरी राइडर्स के काम, उनकी मेहनत और उनके मुद्दों पर हमने खुलकर बात की। सबसे अच्छी बात ये रही कि उन्होंने कभी महसूस नहीं होने दिया कि वो एक एमपी हैं। बिल्कुल एक सामान्य इंसान की तरह बैठ कर बात की, साथ में खाना खाया और जमीनी हकीकत पर ध्यान दिया। एक डिलीवरी राइडर के लिए ये सिर्फ मीटिंग नहीं, एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। धन्यवाद... राइडर्स की आवाज सुनने और समझने के लिए।
यह बात डिलीवरी एजेंट हिमांशु थपलियाल ने आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद राघव से उनके दिल्ली स्थित आवास पर मुलाकात करने के बात इंस्टाग्राम पर अनुभव शेयर करते हुए लिखी। उन्होंने कहा कि कभी सोचा नहीं था कि एक वायरल वीडियो इतनी दूर तक ले जाएगी। खास बात है कि सांसद राघव चड्ढा ने भी इस मुलाकात पर प्रतिक्रिया दी है।
राघव चड्ढा बोले- इन्हें सुना जाना चाहिए
आप सांसद ने एक्स पर लिखा कि मैंने ब्लिंकइट के डिलीवरी बॉय हिमांशु को दोपहर के भोजन पर आमंत्रित किया। उन्होंने हाल में अपने सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से राइडर्स/डिलीवरी बॉयज द्वारा झेली जाने वाली कठोर वास्तविकताओं और परेशानियों को साझा किया था। हमने जोखिमों, लंबे कार्य घंटों, कम वेतन और सुरक्षा व्यवस्था की कमी के बारे में विस्तार से बात की। उन्होंने कहा कि इन आवाज़ों को संसद और उससे आगे भी सुना जाना चाहिए।
हिमांशु थपलियाल ने बताई थी ये समस्या
ब्लिकिंट के डिलीवरी बॉय हिमांशु थपलियाल ने वीडियो शेयर कर अपनी परेशानियां साझा की थी। उन्होंने बताया था कि करीब 15 घंटे काम, 50 किलोमीटर से ज्यादा ड्राइव और 28 डिलीवरी पूरी करने के बाद महज 763 रुपये की कमाई हुई। उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड करते हुए तेजी से वायरल हो गया था। हिमांशु ने यह वीडियो सितंबर 2025 में पोस्ट किया था। सांसद राघव चड्ढा ने भी डिलीवरी बॉय की सैलरी और सुविधाओं को उपलब्ध कराने का मुद्दा संसद में उठाया था।
31 दिसंबर को होगी डिलीवरी बॉय की हड़ताल
ब्लिकिंग, जोमैटो और स्विगी जैसी डिलीवरी ऐप्स के लिए काम करने वाले गिग वर्कर्स ने अपनी मांगों को लेकर क्रिसमस को हड़ताल रखी थी। इसके बाद भी मांगों पर ठोस आश्वासन नहीं मिला, जिसके बाद 31 दिसंबर को भी हड़ताल पर रहने का फैसला लिया गया है। इस हड़ताल के चलते उन लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, जो घर बैठे खाने पीने का सामान मंगवाकर न्यू ईयर सेलिब्रेट करना चाहते हैं। इन डिलीवरी ब्वॉयज की मांगें क्या हैं, जानने के लिए यहां क्लिक कीजिए।
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