मानसून में डिमांड नहीं: फिर भी बढ़ा दिए सीमेंट के 20 से 25 रुपए दाम

मानसून में डिमांड न होने के बावजूद सीमेंट के दाम अलग-अलग कंपनियों ने 20 से 25 रुपए तक बढ़ा दिए हैं

Updated On 2025-08-18 10:13:00 IST

File Photo 

रायपुर। प्रदेश में सीमेंट कंपनियां मनमानी से बाज नहीं आ रही हैं। इस बार भी मानसून में डिमांड न होने के बावजूद सीमेंट के दाम अलग-अलग कंपनियों ने 20 से 25 रुपए तक बढ़ा दिए हैं। बिल्डिंग मटेरियल का काम करने वालों का कहना है कि सीमेंट कंपनियां अपना हर माह का टार्गेट पूरा करने के लिए सीमेंट की कीमत बढ़ाने का काम करती हैं, इसके बाद जब टार्गेट पूरा हो जाता है तो कीमत कम कर देती हैं।

बीते साल तो कंपनियों ने खुले बाजार और नॉन ट्रेड सीमेंट के 50-50 रुपए तक दाम बढ़ा दिए थे। इसके बाद सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने इसके खिलाफ मोर्चा खोलते हुए इस मामले में केंद्रीय मंत्री के साथ- साथ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को भी पत्र लिखा था।

उद्योग मंत्री ने ली थी बैठक
उद्योग मंत्री लखन देवांगन ने सीमेंट कंपनियों की बैठक भी ली थी, पहले तो दाम कम किए गए, फिर बाद में बढ़ा भी दिए गए। प्रदेश की सीमेंट कंपनियां सीमेंट के दाम जब मर्जी होती है, बढ़ा देती हैं। खुले बाजार के सीमेंट के साथ सरकारी कार्यों में लगने वाले नॉन ट्रेड सीमेंट के दाम भी बढ़ा दिए जाते हैं। जानकारों का कहना है कि सीमेंट के दामों पर केंद्र और राज्य सरकार का नियंत्रण न होने के कारण सीमेंट कंपनियां मनमर्जी करती हैं। अगर सरकार का इस पर नियंत्रण रहे तो सीमेंट कंपनियां मनमर्जी नहीं कर पाएंगी।

कंपनियां नहीं सुनतीं बात
बीते साल जब सीमेंट के दाम मनमर्जी से बढ़ाए गए थे तो इस मामले को प्रदेश सरकार ने गंभीरता से लेते हुए सीमेंट कंपनियों के साथ बैठक की थी। तब उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन ने सीमेंट कंपनियों से बढ़े दाम वापस लेने के साथ यह भी कहा था कि जब भी सीमेंट के दाम बढ़ाए जाएं तो इसकी जानकारी सरकार को कारण के साथ दी जाए, लेकिन बीते साल ही सीमेंट कंपनियों ने पहले बढ़े दाम वापस लिए, उसके बाद फिर से सरकार को बताए बिना दाम बढ़ा दिए थे।

बढ़ा दिए दाम
सीमेंट कंपनियां हमेशा ही मानसून में डिमांड न होने के बाद भी दाम बढ़ाने का काम करती हैं। इस बार भी दाम बढ़ दिए गए हैं। बिल्डिंग मटेरियल का काम करने वालों के मुताबिक लोकल सीमेंट के दाम 250 रुपए से प्रारंभ होते हैं। इसके दाम 270 रुपए हो गए हैं। इसी तरह से ब्रांडेड कंपनियों के दाम जो पहले 270 से 285 रुपए थे, इसके दाम 290 से 310 रुपए कर दिए गए हैं। आने वाले समय में दाम और बढ़ाने की बात की जा रही है। कारोबारियों का कहना है जिनके यहां रोज एक ट्रक तक माल बिक जाता था, उनके यहां रोज 50 बोरी भी नहीं बिक रही है। कई कारोबारियों के यहां रोज पांच से दस बोरी सीमेंट भी नहीं बिक पा रहा है, इसके बाद भी दाम बढ़ाए जा रहे हैं।

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