प्रशासन का विरोध : कोयला खदान के लिए जमीन खाली कराने पहुंचा प्रशासनिक अमला, ग्रामीणों ने किया विरोध
कोरबा जिले के एसईसीएल कुसमुंडा द्वारा अर्जित जटराज की भूमि पर खदान विस्तार का एक बार फिर प्रयास किया गया। लेकिन वहां बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने पहुंचकर विरोध शुरू कर दिया।
उमेश यादव- कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के एसईसीएल कुसमुंडा द्वारा अर्जित जटराज की भूमि पर खदान विस्तार का एक बार फिर प्रयास किया गया। खदान अधिकारियों ने पुलिस के साथ मिलकर जमीन पर कब्जे का प्रयास प्रारंभ किया। तभी वहां बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने पहुंचकर विरोध शुरू कर दिया।
कोरबा जिले के एसईसीएल कुसमुंडा द्वारा अर्जित जटराज की भूमि पर खदान विस्तार का एक बार फिर प्रयास किया गया। लेकिन वहां बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने पहुंचकर विरोध शुरू कर दिया। pic.twitter.com/Iv5G66FujV
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) May 7, 2025
एसईसीएल कुसमुंडा खदान क्षेत्र का विस्तार करने का प्रयास जारी है। वर्षों पहले ग्राम जटराज की भूमि अधिग्रहित की गई थी। लेकिन कई किसानों का आज भी मुआवजा व नौकरी का मामला लंबित है। जिसके कारण ग्रामीण अपनी जमीन छोड़ने को तैयार नहीं है। यही कारण है कि वह गांव खाली कराने पहुंचे। जहां वे अधिकारियों और मशीनों के सामने खड़े हो गए और फिर विवाद की स्थिति निर्मित हो गई। ग्रामीणों के पुरजोर विरोध के मध्य कटघोरा तहसीलदार और पुलिस के अधिकारियों ने बहुतेरा कोशिश की किंतु वे सफल नहीं हुए।