महतारी वंदन योजना की फर्जी लिंक से सावधान: सक्रिय हो गए ठग, लोगों को कर रहे गुमराह

महिला एवं बाल विकास विभाग ने महतारी वंदन योजना में आवेदन के लिए फर्जी लिंक से सावधान रहने की अपील की है।

By :  Ck Shukla
Updated On 2024-02-06 10:42:00 IST
महतारी वंदन योजना

रायपुर। महिला एवं बाल विकास विभाग ने महतारी वंदन योजना में आवेदन के लिए सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे फर्जी लिंक से सावधान रहने की अपील की है। अधिकारियों ने कहा है कि, विभाग द्वारा www.mahtarivandan.cgstate.gov.in  और मोबाइल ऐप जारी किया गया है, इस लिंक और ऐप पर आवेदन किया जा सकता है। इसके अलावा आंगनबाड़ी केंद्र, पंचायत सचिव के माध्यम से भी किया जा सकता है। 

वहीं आवेदन को लेकर महिलाओं में काफी उत्साह है। पहले ही दिन 1.81 लाख महिलाओं ने आवेदन किया है। रायपुर जिले में पहले ही दिन 13 हजार से ज्यादा अर्जियां की गई हैं। योजना के लिए 20 फरवरी तक आवेदन जमा किया जा सकता है। 

योजना में आवेदन करने की प्रक्रिया
आवेदन पत्र भरने की पूरी प्रक्रिया नि:शुल्क है। आवेदन प्रपत्र ग्राम पंचायत, वार्ड कार्यालय, आंगनबाड़ी केन्द्र, परियोजना कार्यालय और जिले द्वारा आयोजित विशेष कैम्प में उपलब्ध होंगे। आवेदनों की प्रविष्टि ग्राम पंचायत, वार्ड कार्यालय, आंगनबाड़ी केन्द्र, परियोजना कार्यालय और जिले द्वारा आयोजित विशेष कैम्प में कैम्प प्रभारी द्वारा ऑनलाइन की जाएगी। प्रत्येक आवेदन की प्री प्रिंटेड पावती दी जाएगी, यह पावती पोर्टल एप से सीधे एसएमएस द्वारा भी हितग्राही को प्राप्त होगी। 

आवेदन मिलने के बाद की कार्रवाई
आवेदन प्राप्त होने के बाद अंतिम सूची का प्रकाशन किया जाएगा। आपत्तियों को प्राप्त और आपत्ति निराकरण समितियों द्वारा आपत्तियों का निराकरण किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों के लिए मुख्य कार्यपालन अधिकारी, तहसीलदार और नायब तहसीलदार एवं परियोजना अधिकारी की समिति होगी। नगरीय क्षेत्रों के लिए तहसीलदार, सीएमओं और परियोजना अधिकारी की समिति होगी। नगर निगम क्षेत्र के लिए आयुक्त नगर निगम अथवा उनके प्रतिनिधि व परियोजना अधिकारी, शहरी विकास प्राधिकरण एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी की समिति होगी। आपत्तियों का निराकरण पश्चात अंतिम सूची जारी किया जाएगा। अपात्र हितग्राहियों की पृथक सूची भी पोर्टल पर प्रदर्शित की जाएगी। पात्र हितग्राही को स्वीकृति पत्र ग्राम सचिव व वार्ड प्रभारी द्वारा जारी किया जाएगा। यह सूची पोर्टल पर प्रदर्शित भी होगी। हितग्राही को राशि का भुगतान उनके आधार लिंक्ड डीबीटी आधारित बैंक खाते में किया जाएगा। आपत्ति निराकरण समिति द्वारा भविष्य में हितग्राही के संबंध में कोई आपत्ति प्राप्त होती है, तो उसकी जांच की जाएगी। 

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