सर्व आदिवासी समाज ने निकाली रैली: 15 सूत्रीय मांगो को लेकर राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
उसूर ब्लाक मुख्यालय के आवापल्ली में सर्व आदिवासी समाज के प्रमुखों ने रैली निकाल कर 15 मांगों को लेकर राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा ।
तहसीलदार को ज्ञापन सौंपते सर्व आदिवासी समाज के लोग
श्याम करकू- बीजापुर। विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर जिले के ब्लाक मुख्यालयों में रैली निकाल कर ज्ञापन सौंपा गया। इसी कड़ी में उसूर ब्लाक मुख्यालय के आवापल्ली में सर्व आदिवासी समाज के प्रमुखों ने रैली निकाल कर महामहिम राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा है। शनिवार को विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर आवापल्ली मुख्यालय में बीस हजार से ज्यादा आदिवासी समाज के लोग एक जुट हुऐ।
समाज के लोगों ने सर्वप्रथम डां भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद बस स्टैण्ड में नागुल दोरला के प्रतिमा पर माल्यापर्ण कर एक तीर एक कमान सर्व आदिवासी एक समान के नारे लगाये बीस हजार से अधिक आदिवासी समाज के लोगों ने मुख्य सड़क होते हुए बाजार स्थल तक रैली निकाला। वहीं बाजार स्थल में समाज प्रमुखों ने अपने महा नायको को याद कर उनके जीवनी में प्रकाश डाला।
आवापल्ली के बाजार स्थल में किया गया सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन
हजारो की तादाद में यहां बने बाजार स्थल के सेड में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बच्चो ने आदिवासी परम्परा, रीति रिवाज से आधारित नृत्य कर लोगों का मनमोह लिया। वहीं दोरला समाज उरांव समाज मुरिया समाज और हल्बा समाज के महिला पुरूष ने प्रस्तुती किया।
मलेरिया के बारे में घर- घर जाकर कर रहे जागरूक
इस दौरान जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाक्टर बी एल पुजारी ने सभा को सम्बोधन करते हुऐ कहा कि, आज जिले में मलेरिया का प्रकोप बढा है। मितानिन आज क्षेत्र में मलेरिया से बचने के लिए घर- घर जाकर लोगों को जागरुक कर रहे हैं
32 प्रतिशत आरक्षण लागू करने की मांग
दोरला समाज के सम्भागीय अध्यक्ष अनिल बुरका ने सभा को सम्बोधन करते हुऐ कहा कि, आज आदिवासी समाज सड़क में अपने हक की लडाई के लिए जद्दोजहद कर रहा है। इसके पूर्व में अनुसूचित जनजाति समाज को 32 प्रतिशत आरक्षण के लिए सडक की लड़ाई लड़नी पड़ी थी। संवैधानिक प्रावधान के तहत आदिवासी समाज का 32 प्रतिशत आरक्षण नही मिल रहा, 32 प्रतिशत तत्काल लागू किया जायें। उन्होंने कहा,कि आदिवासी बाहुल्य होने के कारण सामाजिक आर्थिक शैक्षणिक रूप से अति पिछड़े हैं। प्रदेश में पेसा कानून बनाया गया सरकार उसमें संशोधन कर ग्राम सभा को पूर्ण अधिकार दें।
अफसरों पर लगाए प्रताड़ित करने के आरोप
पुर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष कमलेश कारम ने सभा को सम्बोधन में कहा कि, हम एकजुट होकर हक और अधिकार के लिये लड़ना चाहिए। पूरे विश्व में आज विश्व आदिवासी दिवस मना रहे है। कमलेश कारम ने कहा कि, अंदरूनी क्षेत्रों में आदिवासी किसान को प्रशासन के अफसर परेशान कर रहे हैं।
ये वरिष्ठ लोग रहे उपस्थित
सभा को समाज के प्रमुख बोरैया तेलम, वीरैया धुर्वा तेलम, बीएस नागेश, मनोज अवलम ककेम नाराण, जानकी कोरसा, प्रकाश नेताम ने सम्बोधित किया। इस दौरान आयोजन समिति के अध्यक्ष कट्टम भीमा, पूर्णिमा तेलम, सविता पुलेस्ते, सुशीला बुरका, संगीता बुरका, कोरम लक्ष्मी, चिल्का मोडियम शंकरैया, धुर्वा कन्ना, जेएस कुजांम के अलावा सरपंच और पंच मौजूद रहे।