राज्योत्सव पर विशेष: सिर्फ पांच जिला अस्पताल थे, अब 15 मेडिकल कॉलेज

राज्य गठन के पहले पांच जिला अस्पताल के भरोस यहां इलाज होता था, मगर छत्तीसगढ़ अब मध्य भारत का मेडिकल हब बन चुका है।

Updated On 2025-11-01 09:31:00 IST

विकास शर्मा - रायपुर। राज्य गठन के पहले पांच जिला अस्पताल के भरोस यहां इलाज होता था, मगर छत्तीसगढ़ अब मध्य भारत का मेडिकल हब बन चुका है। राज्य निर्माण के 25 सालों में यहां शासकीय और निजी मिलाकर 15 मेडिकल कालेज, 33 जिला अस्पताल के साथ एम्स और कई बड़े निजी हॉस्पिटल कें जरिए यहां उपचार सुविधा मिल रही है। यहां के लोगों की गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए दूसरे राज्यों पर रहने वाली निर्भरता खत्म हो चुकी है, उल्टे दूसरे राज्यों से मरीज यहां आकर स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं। राज्य गठन के पहले रायपुर में सौ बेड का डीके अस्पताल था, जहां शहर के साथ आसपास के लोग आकर अपना इलाज करवाते थे। इसी तरह दुर्ग, बिलासपुर, रायगढ़ और जगदलपुर के जिला अस्पताल वहां के बीमार मरीजों का एकमात्र सहारा हुआ करते थे।

डाक्टर तैयार करने के लिए एमबीबीएस की पढ़ाई केवल रायपुर के शासकीय जवाहरलाल नेहरू स्मृति शासकीय महाविद्यालय में हुआ करती थी। इसके बाद छत्तीसगढ़ अस्तित्व में आया और यहां स्वास्थ्य सुविधाओं ने विकास की राह पकड़ी। शासकीय के साथ निजी क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार हुआ और हर तरह की गंभीर बीमारियों का इलाज संभव हो गया। छत्तीसगढ़ अब 25 साल का हो चुका है और यहां शासकीय और निजी मिलाकर 15 मेडिकल कॉलेज , सात डेंटल कॉलेज, 33 जिला अस्पताल हो चुके हैं। बड़े और कार्पोरेट स्तर के प्राइवेट अस्पतालों की संख्या भी दर्जनभर से ज्यादा हो चुकी है। वर्ष 2012 में यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की स्थापना हुई और लोगों को शासकीय सेक्टर में इलाज की आधुनिक सुविधा मिल रही है।

हार्ट और कैंसर का इलाज यहीं
पहले हृदय संबंधित बीमारी होने पर मरीजों को मुंबई, हैदराबाद जैसे शहरों की तरफ इलाज के लिये पलायन करना पड़ता था। कैंसर जैसी बीमारी के लिए दूसरे राज्यों के डॉक्टरों के भरोसे रहना पड़ता था। स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के बाद शासकीय और प्राइवेट सेक्टर में भी इनका इलाज संभव हुआ है। मरीजों को शासन की आयुष्मान स्वास्थ्य सहायता योजना से निशुल्क इलाज की सुविधा भी मिल रही है।

कई बड़े हॉस्पिटल आने की तैयारी में
छत्तीसगढ़ को मेडिकल हब के रूप में विकसित करने की योजना पर काम किया जा रहा है। इसके लिए देश के कई बड़े हॉस्पिटल छत्तीसगढ़ में आने की तैयारी में हैं। प्राइवेट सेक्टर में हॉस्पिटलों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार उन्हें सब्सिडी प्रदान कर रही है। राजधानी रायपुर के अलावा शासकीय स्तर पर बिलासपुर और जगदलपुर में भी शासकीय सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल खुल चुके हैं।

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