सरकार की सख्ती के बाद तस्करों का नया पैंतरा: अंधेरे में रेत खनन, सुबह होते ही मशीनें गायब

बारिश में 10 जून से लेकर 10 अक्टूबर तक रेत उत्खनन पर प्रतिबंध लगा हुआ है। साय सरकार ने सख्ती करते हुए सभी घाटों को पूर्ण रूप से बंद भी कराया था।

Updated On 2025-09-07 12:22:00 IST

अवैध रेत का भंडारण

लक्षमण लेखवानी - रायपुर। मानसून का समय है। बारिश में 10 जून से लेकर 10 अक्टूबर तक रेत उत्खनन पर प्रतिबंध लगा हुआ है। साय सरकार ने सख्ती करते हुए सभी घाटों को पूर्ण रूप से बंद भी कराया था, वहीं कई घाट में पानी भरने के कारण भी उत्खनन बंद है। प्रदेश के कई जिलों में ताबड़तोड़ कार्रवाई की वजह से अवैध खनन बंद हुआ है। वहीं रेत माफिया बाज नहीं आ रहा। शाम होते ही मशीनों से रेत खनन किया जा रहा है। सुबह होते ही मशीनों गायब कर दी जाती हैं। हरिभूमि को रायपुर जिले के ग्राम सेमरा का एक वीडियो मिला है।

इस विडियो में नदी में पोकलेन मशीन उतारकर उत्खनन किया जा रहा है। यह विडियो 5 सितंबर की शाम 6 बजे का है। इस विडियो के आधार पर हरिभूमि की टीम ने शनिवार को ग्राम सेमरा सहित जिले के अन्य कई ग्रामों में जाकर रेत घाटों की लाइव एवं ड्रोन कैमरे से पड़ताल की। इस पड़ताल से सेमरा में उत्खनन की बात सही पाई गई। साथ ही स्थानीय लोगों से यह भी पता चला कि इस घाट में शाम 6 बजे से लेकर रातभर उत्खनन किया जा रहा है तथा सुबह 5.30 बजे से लेकर शाम 5.30 तक उत्खनन बंद कर दिया जाता है।

इन घाट में भी उत्खनन जारी
टीम चंपारण क्षेत्र के ग्राम सेमरा के साथ ग्राम टीला, ग्राम कुम्हारी, लखना आदि रेत घाट भी पहुंची। इन घाटों में भी रात के समय में नदी से उत्खनन किए जाने की जानकारी स्थानीय लोगों से मिली है। कुछ लोगों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि रात के समय में इन घाट में उत्खनन किया जा रहा है तथा परिवहन भी रात में ही किया जा रहा है। कुछ गाड़ियां सुबह 7 बजे तक भी दिख जाती हैं। नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि उनके गांव में मनीष ठाकुर नामक व्यक्ति है, जो यहां अवैध रूप से रेत का उत्खनन एवं परिवहन करा रहा है।

ग्राम कुम्हारी, टीला में रेत संग्रहण
पड़ताल के दौरान कई ग्राम में अवैध रेत के भंडारण भी मिले। ग्राम कुम्हारी घाट तक जाने वाला मार्ग बहुत ही खराब था। इसके कारण हमारी गाड़ी भी आधे रास्ते तक ही जा सकी, जिसके बाद ड्रोन कैमरे की मदद से कुम्हारी घाट की तस्वीरें ली गईं। इन तस्वीर में रेत का बड़ा पहाड़ भी दिखा। पड़ताल में पता चला कि यहां रेत भंडारण के लिए अनुमति ही नहीं ली गई है। इसी प्रकार ग्राम टीला में भी कई जगह पर अवैध रूप से रेत भंडारण किया मिला।

5 दिन पहले गोबरानवापारा के पारागांव में मारा गया था छापा
पांच दिन पहले ही पारागांव- गोबरानवापारा में रेत माफिया के लोग पनडुब्बीनुमा मशीन लगाकर नदी से रेत निकाल रहे थे, जिसकी शिकायत मिलने पर खनिज एवं राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने यहां छापा मारा थ। इस कार्रवाई के दौरान पोकलेन मशीन, पानी खींचने की मशीन, पीवीसी पाइप, बिजली तार आदि जब्त किया था।

ड्रोन कैमरे में कैद तस्वीरें बता रहीं नदी में चल रहा उत्खनन
पड़ताल के दौरान ग्राम सेमरा नदी घाट की ड्रोन से तस्वीरें भी ली गई हैं। ये तस्वीरें बता रही हैं कि नदी में अभी भी रेत का उत्खनन किया जा रहा है। नदी के बीच में उत्खनन के कारण गड्डे हो गए हैं, वहीं इस नदी के किनारे खुली जगह पर रेत के अवैध भंडारण भी मिले। इसके अलावा जिस रास्ते से रेत से भरी गाड़ियां निकाली जा रही हैं, उस रास्ते पर भी जगह-जगह रेत है। इससे स्पष्ट है कि इस नदी में हर रोज शाम से लेकर रातभर रेत का उत्खनन किया जा रहा है।

जांच कर कार्रवाई करेंगे
अभनपुर एसडीएम रवि सिंह ने बताया कि, ग्राम सेमरा के नदी से रेत निकाली जा रही है। इसकी जानकारी नहीं, लेकिन इसकी जांच कर कार्रवाई करेंगे। ग्राम सेमरा, लखना घाट में अवैध रूप से उत्खनन-परिवहन की शिकायत पहले भी आ चुकी है। उस समय टीम को कुछ नहीं मिला था। ऐसी जानकारी भी मिली थी कि मनीष नामक कोई व्यक्ति यह करा रहा है। इस बारे में भी पता लगाया जाएगा।

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