विजयादशमी पर निभाई गई सरगुजा रियासत की परंपरा: टीएस सिंहदेव ने की शस्त्र पूजा, जनता के लिए खोले गए महल के दरबार
वर्षों पुरानी परंपरा का पालन करते हुए सरगुजा राजपरिवार के टीएस सिंह देव ने शस्त्र पूजा की। इस अवसर पर उन्होंने जनता से मुलाकात कर विजयादशमी की बधाई दी।
सरगुजा राजपरिवार के टीएस सिंह देव ने विजयादशमी पर की शस्त्र पूजा
संतोष कश्यप- अम्बिकापुर। देशभर में विजयादशमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के सरगुजा रियासत की वर्षों पुरानी परंपरा का निर्वहन करते हुए सरगुजा राजपरिवार के टीएस सिंह देव ने रघुनाथ पैलेस (सरगुजा पैलेस) में विधि-विधान के साथ शस्त्र पूजा की। साथ ही इस अवसर पर महाराजा टीएस सिंह देव ने आम नागरिकों के लिए पैलेस का द्वार खोला। इस दौरान रियासतकालीन वैभव और आम जनता के प्रति सम्मान की एक अनूठी तस्वीर देखने को मिली।
दशहरा के पावन अवसर पर सरगुजा पैलेस में सुबह से ही राजसी परंपराओं के अनुसार अनुष्ठान शुरू हो गए थे। रियासत के मुखिया टीएस सिंह देव और उनके परिवार के सदस्यों ने राजपुरोहितों के सान्निध्य में शस्त्र पूजा संपन्न की। पूजा के दौरान मंत्रोच्चार और नगाड़ों की पारंपरिक धुन से पैलेस का माहौल भक्तिमय हो गया। शस्त्रों को तिलक लगाकर और पुष्प अर्पित कर विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गई।
टीएस सिंह देव ने लगाई कचहरी
यह पूजा शक्ति की आराधना और असत्य पर सत्य की जीत के प्रतीक के रूप में की जाती है। पूजा के उपरांत सरगुजा राजपरिवार के टीएस सिंह देव ने पैलेस की 'कचहरी' लगाई, जिसके लिए आम नागरिकों के लिए महल के द्वार खोले गए। दूर-दराज से बड़ी संख्या में लोग अपने 'राजा' के दर्शन और उन्हें दशहरे की शुभकामनाएँ देने पहुँचे।
सदियों से चली आ रही है परंपरा
यह परंपरा सरगुजा रियासत में सदियों से चली आ रही है, जहाँ दशहरे के दिन राजा अपनी प्रजा से मिलते थे, उनका हालचाल जानते थे और उनकी समस्याओं को सुनते थे। सरगुजा राजपरिवार के टीएस सिंह देव ने भी लोगों से मुलाकात की, उनसे बातचीत की और दशहरे की बधाई दी। इस दौरान पैलेस परिसर में रियासत काल जैसा पारंपरिक उत्साह और सौहार्द का वातावरण रहा।