नवोदय विद्यालय में छात्र की बुलिंग: कमजोर आंखों वाले छात्र के गले में डाला फंदा
जवाहर नवोदय विद्यालय, डोंगरगढ़ में एक मेधावी छात्र के साथ बुलिंग, शारीरिक उत्पीड़न, और जानलेवा धमकी का गंभीर मामला सामने आया है।
नवोदय परिसर में आंखों से कमजोर छात्र के गले में अन्य ने फंदा डाला
अक्षय साहू- राजनांदगांव। जवाहर नवोदय विद्यालय, डोंगरगढ़ में एक मेधावी छात्र के साथ बुलिंग, शारीरिक उत्पीड़न, और जानलेवा धमकी का गंभीर मामला सामने आया है। पीड़ित छात्र के पिता चंद्र कुमार जैन ने डोंगरगढ़ एसडीओपी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने अपने पुत्र के साथ हुई अमानवीय घटनाओं का विस्तृत उल्लेख किया है। यह मामला स्कूल प्रशासन की लापरवाही और छात्रों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है।
चंद्र कुमार जैन ने बताया कि, उनका पुत्र, जो नवोदय विद्यालय की प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण कर चुका है और पूर्व में सीजी स्कूल में कक्षा टॉपर रहा, वह शारीरिक रूप से कमजोर है। उसकी एक आंख कृत्रिम है, और दूसरी आंख से भी केवल आंशिक दृष्टि प्राप्त होती है। पूर्व में उन्हें ट्यूमर जैसी गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ा था, फिर भी उन्होंने अपनी पढ़ाई में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। लेकिन 17 और 18 सितंबर 2025 को स्कूल परिसर में उनके पुत्र के साथ जो घटनाएँ घटीं, उसने उनके परिवार को झकझोर कर रख दिया।
गले में रस्सी बांधी, लटकने के लिए धमकाया
शिकायत के अनुसार, 7वीं और 8वीं कक्षा के चार छात्रों ने पीड़ित छात्र को धमकाते हुए कहा, "गले में रस्सी बांधकर पंखे से लटक जाओ, वरना हम तुम्हारा गला दबाकर मार डालेंगे।" बच्चे की चीखने चिल्लाने की आवाज सुनलर अन्य बच्चे और स्टाफ वहां पहुंचा और बच्चे को बचाया गया। परिजनों का आरोप है कि इस दौरान एक छात्र ने कथित तौर पर छात्र का गला दबाने की कोशिश की गई थी। इसके अलावा, छात्र की कॉपियां चुराईं गई, उसकी वस्तुएं तोड़ीं, बिस्तर पर पानी और मिट्टी डाली, और उसकी थाली, गिलास, और चप्पल तक फेंक दी। इन कृत्यों के साथ-साथ, आरोपियों ने छात्र को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया और धमकी दी कि यदि उसने यह बात किसी को बताई, तो उस पर 50,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।
तनाव और भय में छात्र
इन घटनाओं का पीड़ित छात्र की मानसिक स्थिति पर गहरा प्रभाव पड़ा है। वह डर और तनाव में है, जिसने उसकी पढ़ाई और स्वास्थ्य को प्रभावित किया है। चंद्र कुमार जैन ने आरोप लगाया कि स्कूल प्रशासन ने इस मामले को दबाने की कोशिश की और कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। उन्होंने मांग की है कि इस प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच हो और दोषी छात्रों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। यह मामला डोंगरगांव नवोदय स्कूल में सुरक्षा और अनुशासन की स्थिति पर सवाल उठाता है। परिजनों और स्थानीय समुदाय में इस घटना को लेकर आक्रोश है, और वे शीघ्र न्याय की मांग कर रहे हैं। इस मामले में डोंगरगढ़ एसडीओपी आशीष कुंजाम ने बताया कि इस मामले में थाने में बच्चे के परिजनों द्वारा शिकायत की गई है, मामले की जांच की जा रही है।