हिस्ट्रीशीटर विक्की खोचड़ की दबंगई: सरेआम युवक की पिटाई, पत्नी ने भी बरसाए डंडे, देखिए वीडियो
रायपुर जिले के न्यू शांति नगर इलाके में हिस्ट्रीशीटर विक्की खोचड़ ने अपने साथियों के साथ मिलकर युवक रानू सिंहा की सरेआम बेरहमी से पिटाई कर दी।
युवक की पिटाई करते हुए
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में गुंडों के हौसले एक बार फिर कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे हैं। न्यू शांति नगर इलाके से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां कुख्यात हिस्ट्रीशीटर विक्की खोचड़ ने अपने साथियों के साथ मिलकर एक युवक की सरेआम बेरहमी से पिटाई कर दी।
बताया जा रहा है कि, आरोपी विक्की खोचड़ ने युवक रानू सिन्हा को बीच सड़क पर डंडे से पीटा और पिस्टल दिखाकर जान से मारने की धमकी दी। घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें विक्की खुद गुंडागर्दी करते हुए और युवक को डराते-धमकाते नजर आ रहा है।
पत्नी ने भी युवक को पैर छूकर मंगवाई माफ़ी
हद तो तब हो गई जब विक्की की पत्नी ने भी युवक को पैर छूकर माफी मांगने पर मजबूर किया और फिर खुद डंडे से उसकी पिटाई की। करीब आधे घंटे तक यह हंगामा चला, और आसपास दशहत का माहौल बन गया। विक्की ने यह वीडियो खुद बनवाया ताकि इलाके में अपना खौफ फैला सके।
NSUI कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी
वहीं कुछ सप्ताह पूर्व राजधानी रायपुर स्थित श्री गजानंद एजुकेशन में अवैध वसूली करने का मामला सामने आया है। संस्था ने एनएसयूआई जिला अध्यक्ष प्रशांत गोस्वामी और उसके साथियों पर अवैध वसूली और मारपीट करने का आरोप लगाया है। साथ ही तोड़फोड़ करने धमकी और ताला लगाकर संस्थान को बंद करने जैसी आपराधिक हरकतें करने का आरोप लगाया है।
अराजकता फ़ैलाने वालों के खिलाफ कई धाराएं लगाई गई
घटना का सीसीटीवी विडियो भी सामने आया है। जिसमें एनएसयूआई जिला अध्यक्ष और उसके साथी संस्था के परिसर में जमकर उत्पात मचाते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस दौरान उन्होंने परिसर में लगे पोस्टर्स को भी फाड़ दिए। मामले को लेकर संस्था का कहना है कि, इन घटनाओं के विरोध में हमने संबंधित थाने में आवेदन दिया था। जिस पर शनिवार को एफआईआर दर्ज की गई है। जिसमें अराजकता फ़ैलाने वालों के खिलाफ कई धाराएं लगाई गई है। इन धाराओं से यह स्पष्ट है कि घटनाएँ गंभीर अपराध की श्रेणी में आती हैं और यह कानून व्यवस्था के लिए सीधी चुनौती है।
संस्थानों की सुरक्षा की मांग
संस्था ने प्रशासन और शासन से सवाल करते हुए पूछा- क्या यही छत्तीसगढ़ का सुशासन है, जिसके कारण अब शिक्षा संस्थाओं को इस तरह गुंडागर्दी और दबाव में चलाना पड़ेगा। उन्होंने त्वरित और निष्पक्ष जांच की बात कहते हुए दोषियों पर कठोर दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है। साथ ही सरकार को शिक्षा संस्थानों और समाजसेवी संगठनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा है।